बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/राजौरा सहित तीन अफसर फंसे

राजेश राजौरा

राजौरा सहित तीन अफसर फंसे
प्रदेश की नौकरशाही की बात ही निराली है। वह अपने ही हिसाब से काम करती है। फिर किसी का नुकसान हो या भला। ऐसे ही एक मामले में अब एसीएस राजेश राजौरा सहित तीन अफसर उलझ गए हैं। तीनों को ही अब हाईकोर्ट द्वारा अवमानना को नोटिस जारी किया गया है। इस मामले में जस्टिस एमएस भट्टी की एकलपीठ ने मामले में गृह विभाग के प्रमुख सचिव राजौरा, डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना, एडीजीपी इरशाद अली सहित अन्य को अवमानना नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। अवमानना का नोटिस रायसेन निवासी हनुमान प्रसाद शर्मा की ओर से दायर याचिका पर जारी किया गया है। दरअसल कोर्ट के आदेश के बाद भी उन्हें छठवें वेतनमान का लाभ नहीं दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में हाईकोर्ट का एक सम्मन तामील नहीं कराने पर कोर्ट को सख्ती दिखाते हुए छिंदवाड़ा एसपी को भी निलंबित करने का आदेश देना पड़ा था।

कार्रवाई न करना पड़ सकता है भारी    
रामनवमी के दिन इंदौर के स्नेह नगर पटेल नगर स्थित बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर की बावड़ी की छत धंसने के हादसे को  लेकर लगी जनहित याचिका पर बीते रोज सुनवाई हुई। हाईकोर्ट ने कलेक्टर और निगमायुक्त को नोटिस जारी कर पूछा कि लापरवाही के लिए जो अधिकारी जिम्मेदार हैं, इन पर आपराधिक प्रकरण क्यों नहीं  दर्ज किए गए हैं। गौरतलब है कि  बावड़ी की छत धंसने से 36 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में हाईकोर्ट में चार याचिकाएं लगी हैं। चौथी याचिका पूर्व पार्षद दिलीप कौशल ने लगाई है। कोर्ट ने कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी और निगमायुक्त हर्षिका सिंह से चार हफ्ते में जवाब मांगा है। कोर्ट ने पूछा कि हादसे के लिए जिम्मेदार अफसरों पर आपराधिक केस दर्ज क्यों नहीं कराया गया?

जयस भी हुई दो गुटों में विभाजित  
प्रदेश में जयस का हाल भी गोगापा की तरह होना शुरु हो गया है। यह दल भी अब दो गुटों में पूरी तरह से बंट चुका है। इसकी वजह से कांग्रेस व भाजपा  दोनों दलों ने राहत की साँस लेना शुरु कर दिया है। हालत यह हो गई है कि संगठन बनने के बाद पहले चुनाव में उतरता उसके पहले ही यह संगठन बिखरने लगा है। अब तो संगठन के दोनों गुट खुलकर आमने- सामने आ गए हैं। दोनों ही गुटों ने पार्टी की स्थापना दिवस पर अलग-अलग कार्यक्रम करने की तैयारी कर ली है । एक गुट भोपाल में तो वहीं दूसरा गुट इंदौर में शक्ति प्रदर्शन करेगा। इनमें से एक गुट की कमान लोकेश मुजाल्दा के पास है तो दूसरी की कमान डॉ हीरालाल अलावा के पास है। बता दें कि जयस की स्थापना 16 मई 2013 को मध्यप्रदेश के युवाओं द्वारा मिलकर की गई है। जयस एक स्वतंत्र सामाजिक युवाओं का संगठन हैं।

जांत-पांत को करना होगा समाप्त  
जब राजनैतिक दलों का पूरा फोकस जातिवाद पर बना हुआ है , ऐसे में सरसंघ चालक डा. मोहन भागवत ने कहा कि लोगों को जात-पात और ऊंच-नीच की दृष्टि से देखने की जो आदत है, उसे बदलना होगा। इसे बदलने में कोई तोड़-फोड़ नहीं करनी है , बल्कि जो गलती हो चुकी है, उसे ठीक करना है।  जो बाहर चले गए हैं, उन्हें वापस लाना होगा। जो घर में हैं, उनमें गुस्सा है, कुंठा है, उन्हें भी हमें अपना मानकर साथ में लाना होगा। यह बात उनके द्वारा   आदि जगदगुरु रामानंदाचार्य व्याख्यान में कही गई है। उन्होंने कहा कि भगवान ने अपने किसी भी अवतार में जात-पात के भाव को नहीं माना है। यह हमारे शास्त्रों का भी आदेश है। देश हमारा है, समाज हमारा है। अपना पवित्र हिंदू धर्म, संस्कृति और समाज है। इसके बनने और चलने से दुनिया का भला होने वाला है।  इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एकमात्र भारत ही है, जो सारी दुनिया को एक मानता है। सनातन संस्कृति सबको जोड़ती है। सनातन धर्म के आधार पर विश्व चल रहा है। हमारे हिंदू, सनातन धर्म को सर्व कल्याण की भावना मिली है।

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