
पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने बोला शिव सरकार पर हमला
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू ने दलित-आदिवासियों पर लगातार हो रहे अत्याचार को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। गुड्डू ने कहा कि मध्यप्रदेश में एक महीने में ही दलित-आदिवासी अत्याचार की दूसरी बेहद निंदनीय व पीड़ादायक वारदात हुई है, जो मानवता, को शर्मशार करने वाली है। उन्होंने कहा कि छतरपुर में दलित व्यक्ति के साथ हुई घटना पर सहायता सांत्वना देना तो दूर भाजपाईयों की शह पर पीड़ित पर ही गांव की पंचायत ने 600 रुपए जुर्माना लगा दिया। हद तो यह है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भी इस मामले में चुप्पी साधे रहे। इससे साफ है कि भाजपा सरकार दलित-आदिवासियों को सिर्फ वोट बैंक से अधिक कुछ नहीं मानती। पूर्व सांसद ने कहा कि भाजपा संत रविदास के नाम से दलितों को रिझाने समरसता यात्रा निकाल रही है। यह यात्रा दलित हित के लिए नहीं बल्कि सिर्फ दलितों के वोट बैंक को अपने पाले में करने के लिए है।
रास्ता रोकर विधायक को ग्रामीणों ने सुनाई खरी-खोटी
शहडोल जिले की जैतपुर विस क्षैत्र की विधायक मनीषा सिंह विकास पर्व मनाने जब झींकबिजुरी गांव पहुंची, तो ग्रामीणों ने उन्हें रास्ते में ही रोक कर जमकर खरी- खोटी सुनाई। यहां गांव के लोगों ने इनकी कार को अंदर जाने से रोक दिया और एक लाल फीता बीच रास्ते में बांध दिया। लोगों ने विधायक से कहा कि यह फीता काटो तब अंदर जाने देंगे। दरअसल यह लोग लंबे समय से तिराहा से बस्ती की ओर जाने वाले एक किलोमीटर लंबे रास्ते का निर्माण कराने की अर्जी लगा रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी विधायक इस पर ध्यान नहीं दे रही हैं। इसलिए जब विधायक विकास पर्व मनाने के लिए गांव पहुंचीं तो जनता ने आइना दिखा दिया।
दो आईएएस अफसरों को मिला अवमानना का नोटिस
मप्र हाईकोर्ट ने सेक्शन राईटरों को नियमितिकरण का लाभ देने संबंधी पूर्व में दिये गये आदेश का पालन न होने के मामले को गंभीरता से लिया है। जस्टिस एमएस भट्टी की एकलपीठ ने मामले में राजस्व सचिव निकुंज श्रीवास्तव व बालाघाट कलेक्टर गिरीश मिश्रा को कारण बताओ नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब पेश करने के निर्देश दिये है। यह अवमानना का मामला सेक्शन राइटर कंचन कराडे व अन्य की ओर से दायर किया गया है। पूर्व में न्यायालय ने अनीश खान, खरगोन व विनोद विनोदिया जबलपुर और मनोज सिंह, शहडोल को नियमितीकरण के दिये गये लाभ के परिप्रेक्ष्य में ही आवेदकों को उक्त लाभ प्रदान किये जाने के निर्देश दिये थे, लेकिन उक्त आदेश का अनावेदकों द्वारा पालन नहीं किया गया है।
मप्र में बसपा सरकार में होगी शामिल
बहुजन समाज पार्टी अब प्रदेश में बाहर से समर्थन देने की बजाय सरकार में शामिल होगी। ये बात पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कही है। मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मायावती ने दिल्ली में पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ रणनीतिक बैठक की। मायावती ने कहा कि हम कई राज्यों में बैलेंस ऑफ पावर बनकर उभरे हैं। जातिवादी तत्व साम, दाम, दंड, भेद और तमाम घिनौने हथकंडे अपनाकर पार्टी के विधायकों को तोड़ लेते हैं। जनता के साथ विश्वासघात कर ऐसे लोग सत्ता पर काबिज हो जाते हैं। आगे होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद बैलेंस ऑफ पावर बनने पर बसपा सरकार में शामिल होने पर विचार करेगी।