बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/पूर्व डीजीपी विवेक जौहरी का भी अब हुआ पुर्नवास

विवेक जौहरी

पूर्व डीजीपी विवेक जौहरी का भी अब हुआ पुर्नवास
 प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक रहने के बाद सेवानिवृत्त हुए विवेक कुमार जौहरी को केंद्र सरकार ने एनएचपीसी लिमिटेड में बेहद अहम जिम्मेदारी दी है। उन्हें भ्रष्टाचार और घूसखोरी रोकने के साथ अन्य अनैतिक गतिविधियों पर लगाम लगाने की जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें एनएचपीसी में स्वतंत्र मॉनिटर (आईईएम) बनाया गया है। जौहरी का कार्यकाल तीन साल का होगा। यह पद स्वैछिक और गैर वेतन वाला है, लेकिन सुविधाएं मिलेंगी। नियमों के अनुसार उन्हें प्रशासनिक और प्रवर्तन उत्तरदायित्व नहीं होंगे, लेकिन वे सीवीसी जैसे अन्य भ्रष्टाचार निरोधी संस्थाओं के साथ समन्वय का काम करेंगे।

आखिर बन ही गए आईपीएस
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राज्य पुलिस सेवा के 16 अधिकारियों को पदोन्नत कर आईपीएस अवार्ड देना तय हो गया है। इसके लिए बीते रोज दिल्ली में कई बार टलने के बाद बैठक हो ही गई है। इस बैठक में  16 पदों के लिए 28 अधिकारियों के नामों पर विचार करने के बाद विनोद कुमार सिंह, मनीष खत्री, राजेश कुमार त्रिपाठी, सुनील कुमार मेहता, वीरेंद्र जैन, देवेंद्र कुमार पाटीदार, राय सिंह नरवरिया, रामशरण प्रजापति, सुंदर सिंह कनेश, अरुण कुमार मिश्रा, राजेश व्यास, पद्मविलोचन शुक्ला, सुधीर कुमार अग्रवाल, पंकज कुमार पांडे, अजय पांडे, डॉ. संजय कुमार अग्रवाल का चयन किया गया है। इनमें   लंबे समय से पदोन्नति की प्रतीक्षा कर रहे विनोद कुमार सिंह को 2022 की स्थिति में क्लियर कर दिया गया है।

बिसाहूलाल और करन सिंह के काटे जाएंगे  टिकट  
विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा ने उम्रदराज हो चुके नेताओं के टिकटों पर कैंची चलाने का तय कर लिया है। इसके संकेत दो नेताओं को अभी से दे भी दिए गए हैं। इन नेताओं से इसके साथ ही उनके क्षेत्र के संभावित दावेदारों के नाम भी पूछे हैं। नेताओं ने अपनी जगह अपने पुत्र या परिजनों के नाम आगे बढ़ाए हैं। इनमें भाजपा में आए मंत्री बिसाहूलाल सिंह और भाजपा के वरिष्ठ विधायक करन सिंह वर्मा का नाम प्रमुख रूप से शामिल है। ये वे नेता हैं जो पिछले लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं और चार से पांच बार या उससे अधिक बार विधायक भी रह चुके हैं। इन नेताओं से कहा गया है कि वे अब चुनावी राजनीति से दूर होकर संगठन का काम करें। बताया जाता है कि बिसाहूलाल सिंह ने अब अपनी जगह बेटे को टिकट देने का आग्रह किया है।

चोरी के बाद सीनाजोरी
विदिशा नगर पालिका  लंबे समय से बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रही है, लिहाजा उस पर 95 लाख का बिजली बिल बकाया हो चुका है। इसकी वजह से बिजली कंपनी ने नपा का कनेक्शन काट दिया। इसके बाद नपा कर्मचारियों ने चोरी से कनेक्शन जोड़ लिया। इसकी सूचना मिली तो एक बार फिर से बिजली कंपनी ने  कनेक्शन काट दिया। इससे नाराज नपा कर्मचारियों ने रात के समय बिजली कंपनी के सिटी कार्यालय में कचरा व मरी गाय फेंक दी। बिजली कंपनी के अफसरों का आरोप है कि ये नपा कर्मचारियों ने किया है। मामला कलेक्टर उमाशंकर भार्गव तक पहुंचा तो उन्होंने कंपनी अफसरों से सामंजस्य बैठाने का कहकर पल्ला झाड़ लिया। हालांकि बाद में नपा का कनेक्शन फिर जोड़ दिया गया। इसे कहते  है पहले चोरी और फिर सीना जोरी।

ही झटके में बन गया पटवारी करोड़पति
शिवपुरी जिले के एसडीएम कार्यालय पोहरी में पदस्थ एक पटवारी एक ही झटके में करोड़पति बन गया। दरअसल पटवारी को कुछ समय के लिए बाबू का प्रभार दे दिया गया था, जिसका फायदा उठाते हुए उसने सूखा राहत के 2.78 करोड़ रुपए अपनी पत्नी, बच्चे व संबंधियों के खातों में डाल दिए। इसका खुलासा हाल ही में महालेखाकार द्वारा किए गए ऑडिट में हुआ है। इसके बाद पटवारी को निलंबित कर दिया गया है। पटवारी को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। एसडीएम पोहरी ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पटवारी ने राजस्व कर्मचारियों की एरियर राशि व अन्य मदों में भी फर्जीवाड़ा किया है।

यह कैसी मनमानी
लाड़ली लक्ष्मी कार्यक्रम में सीएम का लाइव प्रसारण दिखाने के लिए नपा का अमला एक बेटी का विवाह रुकवाने पर अड़ गया। दो घंटे बहस के बाद मामला जैसे-तैसे सुलझ सका। दरअसल अशोकनगर के माधव भवन में प्रीतम रजक की बेटी सोनम का विवाह था। बीते रोज  दोपहर 12 बजे प्रीतिभोज होना था। सुबह 8 बजे नपा की टीम आ धमकी। कर्मचारियों ने मंच पर लाडली लक्ष्मी उत्सव का बैनर सहित अन्य सामान भी जमाना शुरू कर दिया। आयोजकों ने हॉल किराए पर लेने की रसीद दिखाई, लेकिन कर्मचारी नहीं माने। कर्मचारियों ने कहा कि नपा का कार्यक्रम दो घंटे का है। इस दौरान आप भी मेहमानों को कार्यक्रम में शामिल कर देना, लेकिन कार्यक्रम के कारण विवाह बिगड़ते देख परिजनों ने विरोध किया तो सामान बाहर फेंकने की धमकी तक दे डाली। सूचना मिलने पर जब पार्षद रितेश जैन आजाद सहित अन्य कांग्रेसी वहां पहुंचे तब कहीं जाकर नपा कर्मचारी माने। 

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