
शिवराज राजनीतिक मर्यादाओं को लांग रहे: सपरा
गांधी परिवार पर सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई विवादित टिप्पणी को लेकर कांग्रेस हमलावर है। कांग्रेस ने कहा कि हार सामने देखकर सीएम शिवराज मानसिक संतुलन खो चुके हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह सपरा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि बीजेपी मुख्यमंत्री हताश और निराश हैं। अपने राजनीतिक अस्तित्व को बचाने के लिए राजनीतिक मर्यादाओं को ताक पर रखकर बयानबाजी कर रहे हैं। सपरा ने शिवराज सरकार को घेरते हुए कहा कि शिवराज अपने आपको मामा कहते हैं, लेनिक यह मामा सिर्फ नाम के हैं काम के नहीं। उन्होंने कहा कि एक सर्वेक्षण में पता चला है कि पिछले एक साल में प्रदेश के 26 जिलों में बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामले बढ़े हैं।
मनोज परमार को लेकर मिश्रा व विजयवर्गीय आमने -सामने
इंदौर-1 के बीजेपी प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय के बलाई समाज के कार्यक्रम में मनोज परमार को लेकर दिए बयान पर विवाद छिड़ गया है। विजयवर्गीय ने परमार को महामंडलेश्वर कहते हुए उनकी तारीफ की। वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस ने आपत्ति ली है और परमार को गुंडा बताया है। कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन केके मिश्रा ने ट्वीट कर कहा है कि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश जी, आपके मित्र मनोज परमार जिन्हें आप महामंडलेश्वर संबोधित करते हैं, कितना अफसोस जनक है, कि आपकी ही सरकार ने इतने बड़े धर्माचार्य पर एक नहीं, कई बार विभिन्न गंभीर आपराधिक धाराओं में प्रकरण दर्ज कराए, लंबे समय तक जेल भेजा, धर्म का अपमान किया। एसपी वेस्पी ने पॉवरफुल होने के बावजूद भी आपकी नहीं सुनी ?
कमलनाथ ने फिर बोला शिवराज सिंह पर हमला
इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज को संबोधित करते हुए ट्वीट किया और कहा कि प्रदेश में लोकतंत्र का महायज्ञ शुरू हो गया है और अब सबको जनता की कसौटी पर खरा उतरना है, लेकिन जनता के बीच जाने के बजाय आप चोरी-चोरी, चुपके-चुपके का खेल खेल रहे हैं। यह सच है कि मैंने आपके अभिनय की हमेशा तारीफ की है, लेकिन ओवरएक्टिंग को जनता पसंद नहीं करती। जिन योजनाओं को आपने कभी चालू ही नहीं किया, उन्हें बंद करने की क्या बात करना। डेढ़ महीने बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी, जो नारी सम्मान योजना लेकर आ रही है। इसके तहत महिलाओं को 1500 रुपए प्रतिमाह और 500 रुपए में गैस सिलेंडर मिलना है। 100 यूनिट तक बिजली बिल माफ और 200 यूनिट तक बिजली हाफ कीमत पर मिलनी है। बच्चों की पढ़ाई फ्री होनी है। सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन मिलनी है।
बेटे की जगह फिर पूर्व मंत्री ज्ञान सिंह लड़ सकते हैं चुनाव
भाजपा के सीनियर नेता व पूर्व मंत्री ज्ञान सिंह की एक बार फिर वापसी हो रही है। वे उमरिया जिले की बांधवगढ़ सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। वर्तमान में इस सीट से ज्ञान सिंह के बेटे शिवनारायण सिंह विधायक हैं। भाजपा बेटे की जगह पिता को मैदान में ला सकती है। ऐसा होता है तो ज्ञान सिंह चौथे सीनियर नेता होंगे, जो परिजनों की जगह लेंगे। इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय प्रत्याशी बने हैं। उनके बेटे आकाश का टिकट कटना लगभग तय है। प्रहलाद पटेल को भाई की जगह प्रत्याशी बनाया गया है। फग्गन सिंह कुलस्ते के भाई रामप्यारे भी टिकट के दावेदार थे, लेकिन अब फग्गन खुद चुनाव मैदान में हैं।