
जब मंत्री तुलसी सिलावट को मिली चेतावनी
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तीसरे वार्षिक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे मत्स्य कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सीताराम बाथम स्वागत नहीं होने से नाराज हो गए। गेट पर कोई रिसीव करने नहीं पहुंचने पर वह भडक़ गए। उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों के सामने ही अफसरों को खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि मंत्री सिलावट मुझे बच्चा नहीं समझें । इसके बाद मंत्री तुलसी सिलावट ने मंच से सभी मंत्रियों और बाथम से माफी मांगी। बताया जा रहा है कि मंत्री तुलसी सिलावट ने सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया और सीताराम बाथम को छोड़ दिया। इसी बात से वे नाराज हो गए। काफी देर तक अफसरों के समझाने के बाद वो मंच पर आए, कुछ देर बैठे। फिर बिना भोजन किए वहां से निकल गए।
विधायक संजय पाठक को राहत
मप्र हाईकोर्ट से विजयराघवगढ़ के विधायक व पूर्व मंत्री संजय पाठक को राहत मिली है। जस्टिस संजय द्विवेदी की एकलपीठ ने उनके खिलाफ दायर परिवाद पर संबंधित न्यायालय को किसी भी तरह की कार्रवाई करने पर अंतरिम रोक लगा दी है। एकलपीठ ने मामले में शिकायतकर्ता रवि गुप्ता को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है। मामले की अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को होगी। उल्लेखनीय है कि कटनी की एक न्यायालय ने शिकायतकर्ता रवि गुप्ता की ओर से दायर परिवाद पर विधायक संजय पाठक, उनके चचेरे भाई व नगर निगम कटनी अध्यक्ष मनीष पाठक सहित आठ लोगों के खिलाफ अपहरण व मारपीट का मामला दर्ज करने के आदेश दिए थे।
एआरटीओ अनपा खान निलंबित
चर्चित सहायक क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) अनपा खान को परिवहन विभाग ने आखिर निलंबित कर दिया है। उनके निलंबन का कारण गत वर्ष विभाग को बिना सूचना दिए धार्मिक यात्रा पर सउदी अरब जाना था। परिवहन विभाग ने इस बड़ी अनुशासनहीनता माना है और इस कृत्य के लिए एआरटीओ अनपा खान को निलंबित कर दिया है। निलंबित काल में अनपा खान का कार्यालय कैंप ऑफिस भोपाल रहेगा। मप्र परिवहन विभाग के अपर सचिव सिबि चक्रवर्ती ने यह आदेश जारी किया है। अनपा खान को गंभीर अनुशासनहीनता के कारण मप्र सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण व अपील) नियम-1966 के नियम नौ(एक) के तहत निलंबित किया गया है। इस दौरान उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा।
विधायक दल तय करेगा कौन होगा मुख्यमंत्री
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि जब पार्टी की विचारधारा पर व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा हावी होने लगती है तो लोग दल बदलते हैं और अब ऐसे लोगों को जनता जवाब देगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद तय होगा कि प्रदेश का अगला सीएम कौन होगा। विजयवर्गीय ने पत्रकारों से चर्चा में ग्वालियर-चंबल संभाग में भाजपा नेताओं द्वारा पार्टी बदलने के सवाल पर कहा कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के चलते लोग ऐसा कर रहे। ऐसे लोगों को जनता जवाब देना जानती है। उन्होंने पार्टी के चुनाव जीतने के बाद सीएम कौन होगा के सवाल पर कहा कि आप अभी भाजपा को जिताइए। विधायक दल का नेता तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा और इसके अलावा वरिष्ठ नेतृत्व भी तय करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व उम्मीदवारों का चयन करने के लिए लगातार मंथन कर रहा है। तीन-चार दिनों में हम दूसरी लिस्ट जारी कर देंगे।