बिच्छू डॉट कॉम: टोटल रिकॉल/छिंदवाड़ा जैसा जिला विश्व में कहीं नहीं है: कमलनाथ

कमलनाथ

छिंदवाड़ा जैसा जिला विश्व में कहीं नहीं है: कमलनाथ
देश व प्रदेश की जनता ने जब स्किल इंडिया का नाम भी नहीं सुना था, तब से छिंदवाड़ा में स्किल सेंटर संचालित हैं। इन सेंटरों से प्रशिक्षण प्राप्त कर युवा निरंतर रोजगार से जुड़ रहे हैं। प्रदेश ही नहीं बल्कि देश में सर्वाधिक स्किल सेंटरों वाला जिला हमारा है। जब यह सुनता हूं तो मेरी छाती गर्व से चौड़ी हो जाती है। कभी लोग पूछते थे कौन सा छिंदवाड़ा आज उसी छिंदवाड़ा का नाम देश ही नहीं विदेशों में जाना जाता है और इसका श्रेय मैं अपने जिले की जनता को देता हूं। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने चौरई क्षेत्र में जनसभाओं में कही। कमलनाथ ने कहा कि मैंने तो कभी घोषणाएं नहीं की, किन्तु जो सपना हमने देखा था, उसे साकार करने के लिए मैं निरंतर कार्यरत हूं ताकि जो शेष है, वह भी पूरा हो सके और मेरे जिले की आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित हो।

पूर्व विधायक पारुल साहू ने दिया अब कांग्रेस को झटका
कांग्रेस पार्टी छोड़ने वालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिन पहले ही खुरई के पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा था। अब सुरखी की पूर्व विधायक पारुल साहू ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को अपना इस्तीफा भेजते हुए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पारुल ने मप्र कांग्रेस अध्यक्ष को एक लाइन का पत्र लिखा। उसमें कहा कि मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं। पारुल ने इस्तीफा देने का कोई कारण नहीं बताया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि एक-दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पारुल साहू 2013 में भाजपा से सुरखी विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुई थीं। उन्होंने कांग्रेस के तत्कालीन कद्दावर नेता गोविंद सिंह राजपूत को हराया था।

मैंने भाजपा में जाने का विचार त्यागा, बोले दीपक
पूर्व मंत्री दीपक जोशी ने कहा कि कुछ लोगों ने मेरे मामले को पर्सनल इश्यू बना लिया है। मैं उन लोगों के नाम नहीं लेना चाहता, लेकिन इतना जरूर कहना चाहता हूं कि मैं कांग्रेस में हूं। अब और मजबूती से कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार कर रहा हूं। अभी छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के प्रचार में आया हूं। जोशी ने कहा-मेरे पास 9 मार्च को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और पूर्व गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का फोन आया था। उन्होंने 2 नेताओं के नाम लिए। कहा कि आप इनसे माफी मांग लो। मैंने कहा कि पार्टी से माफी मांगनी हो, तो मैं तैयार हूं, लेकिन घर जाकर किसी व्यक्ति विशेष से माफी नहीं मांगूंगा। चूंकि मेरे ऊपर करीबियों की ओर से घर वापसी का दबाव था, इसलिए मैंने सहमति दे दी थी, लेकिन मैंने पहल नहीं की। पहल भाजपा की तरफ से की गई थी।

कांग्रेस ने हमेशा दी फैमिली फस्र्ट को प्राथमिकता: अग्रवाल
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कच्चातिवु द्वीप के मुद्दे पर कांग्रेस को लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि देश को तोड़ो-देश विरोधियों को जोड़ो यही है कांग्रेस का असली विचार है। 1974 में इंदिरा गांधी ने श्रीलंका को कच्चातिवु द्वीप सौंप दिया था। इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सवाल खड़ा किया तो इंडी गठबंधन को बौखला गया। उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के श्रीलंका को द्वीप दान देने को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि कच्चातिवु द्वीप पर कोई रहता है क्या? प्रदेश मीडिया प्रभारी अग्रवाल ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं अब कल को कोई दिग्विजय सिंह की राघौगढ़ में पड़ी खाली प्रॉपर्टी ये कह कर दान कर दें कि, उसमें कोई रहता नहीं था, तो इस बात पर भी दिग्विजय को आपत्ति नहीं होनी चाहिए? कांग्रेस ने हमेशा नेशन फस्र्ट की बजाय फैमिली फस्र्ट को प्राथमिकता दी है।

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