बिहाइंड द कर्टन/शराब असली या नकली, अब एसएमएस से जानेंगे ग्राहक

  • प्रणव बजाज
शराब

शराब असली या नकली, अब एसएमएस से जानेंगे ग्राहक
पि छले दिनों इंदौर, मंदसौर व खरगोन में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद पुलिस और प्रशासन ताबड़तोड़ कार्रवाई करने में जुटा हुआ है। मंदसौर में जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो गई थी जबकि दो लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी। यही नहीं इसके खरगोन और इंदौर में भी जहरीली शराब से मौत और आंखों की रोशनी जाने की बाद घटनाएं सामने आई थी। वहीं अब पुलिस ने आबकारी विभाग द्वारा जारी किए गए एसएमएस हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। शराब खरीदने वाले ग्राहक एसएमएस हेल्पलाइन नंबर 922221118 पर खरीदी गई बोतल के ढक्कन और नेक पर चिपके हुए होलोग्राम स्टिकर पर लिखे कोड नंबर को एसएमएस कर सकते है। एसएमएस करने पर कुछ सेकण्ड में ही शराब की बोतल की जानकारी एसएमएस द्वारा प्राप्त हो जाती है। खरीदी गई शराब के होलोग्राम कोड के माध्यम से ग्राहक कुछ ही सेकंड में पता कर सकते है कि शराब असली है या नकली। ऐसे में शराब का सेवन करने वाले ग्राहक दुकान से ही शराब खरीद कर एसएमएस हेल्पलाइन का उपयोग कर जहरीली शराब के सेवन से खुद का बचाव कर सकते है।

अब संघ की तरह भाजपा के भी होंगे संगठन मंत्री
मध्य प्रदेश भाजपा संगठन अपनी पुरानी परिपाटी में बदलाव करने जा रही है। बदलाव का खाका तैयार किया गया है। यानी अब भाजपा में भी आरएसएस की तर्ज पर तीन प्रान्त बनाकर यहां संगठन मंत्रियों की नियुक्ति की जाएगी। दरअसल संगठन के स्तर पर मंत्री बैठाने की व्यवस्था को पार्टी खत्म करने जा रही है। अभी दस संभागों में भाजपा के आधा दर्जन संगठन मंत्री कमान संभाल रहे हैं। सूत्रों की माने तो पार्टी ने जो खाका तैयार किया है उस हिसाब से मालवा, मध्य भारत और महाकौशल तीन प्राप्त होंगे। तीनों ही प्रांतों में एक-एक संगठन मंत्रियों की तैनाती की जाएगी। संघ ने भी संगठन की दृष्टि से तीन ही प्रांत बनाए हैं। अभी संगठन मंत्री आरएसएस से आते हैं और पार्टी के लिए अहम जिम्मेदारी निभाते हैं। हालांकि पिछले कुछ समय से संगठन मंत्री विवादों में भी रहे इसलिए भी पार्टी उनकी संख्या को कम करना चाहती है। फिलहाल शैलेंद्र बरुआ के पास जबलपुर व होशंगाबाद, आशुतोष तिवारी के पास भोपाल और ग्वालियर, केशव सिंह भदौरिया के पास सागर और चंबल, श्याम महाजन के पास रीवा और शहडोल, जसपाल चावड़ा के पास इंदौर और जितेंद्र लिटोरिया के पास उज्जैन संभाग का प्रभार है। भाजपा अब इस व्यवस्था को नए सिरे से बनाने जा रही है।

फिर बढ़ सकती है तबादलों की समय सीमा
प्रदेश के अधिकांश मंत्रियों बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में व्यस्त होने की वजह से विभागों की स्थानांतरण सूची को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है। यही नहीं मुख्यमंत्री के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र के दौरे पर होने की वजह से गुरुवार को होने वाली कैबिनेट की बैठक भी स्थगित कर दी गई। ऐसे में अब अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश में अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादले की समय सीमा एक बार फिर सात दिन के लिए और बढ़ाई जा सकती है। यह अवधि 14 अगस्त तक हो सकती है। बता दें कि शुरूआत में तबादलों पर से प्रतिबंध एक माह के लिए हटाया गया था जिसकी समय सीमा एक जुलाई से शुरू होकर 31 जुलाई तक थी। बाद में इसे पिछले दिनों हुई कैबिनेट बैठक के दौरान मंत्रियों के अनुरोध पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक सप्ताह आगे बढ़ाते हुए सात अगस्त कर दिया गया था।

क्या अनुसुईया उइके होंगी राष्ट्रपति!
बंगाल में मिली करारी हार के बाद भाजपा और संघ के रणनीतिकार वर्ष 2023 और 24 की तैयारी में जुट गए हैं। इसके लिए अभी से राजनैतिक जमा पर शुरू हो गई है। इस कवायद में राष्ट्रपति की भी खोज चल रही है। दरअसल भाजपा चाहती है कि अगला राष्ट्रपति ऐसे चेहरे को बनाया जाए जिससे दलित, आदिवासी और ओबीसी जनसंख्या को साधा जा सके। रणनीतिकारों ने बड़े वोट बैंक को साधने के लिए छग की राज्यपाल अनुसुईया उइके का नाम आगे बढ़ाया है। उइके का 34 साल का राजनीतिक कैरियर निर्विवाद होने के साथ ही वे समन्वय की राजनीति में भी माहिर हैं। सबसे बड़ी बात यह कि वे आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं। भाजपा की रणनीति पर अनसुईया उइके एकदम फिट बैठती है। इसलिए भाजपा और संघ के रणनीतिकार उन पर बड़ा दांव लगाने की तैयारी कर रहे हैं।

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