बिहाइंड द कर्टन/जब नाथ ने शिवराज जैसी मित्रता निभाने की बात कही

प्रणव बजाज

कमलनाथ

जब नाथ ने शिवराज जैसी मित्रता
निभाने की बात कही विधानसभा में बीते मंगलवार को संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा द्वारा कांग्रेस दल के मुख्य सचेतक डॉ गोविंद सिंह को मित्र बताने पर दोनों पक्षों के बीच हास परिहास का दौर चला। डॉक्टर गोविंद सिंह ने अपने क्षेत्र लहार के सिविल अस्पताल में पदस्थ डॉ विजय कुमार शर्मा के छह-छह माह तक गायब होने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि उन्हें कहीं और पदस्थ कर दिया जाए। साथ ही कहा कि पिछली बार उनका तबादला संसदीय कार्य मंत्री ने रुकवा दिया था। इस पर डॉ मिश्रा ने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ से कहा कि ये मेरे मित्र हैं आप दो पद लिए हो, एक इनको दे दो ये व्यवस्थित हो जाएंगे। इसका जवाब देते हुए कमलनाथ ने कहा कि आप इसमें क्यों परेशान होते हैं। आपकी जैसी मित्रता शिवराज जी से है वैसे ही इनसे भी निभाइए।

नरोत्तम की कमलनाथ को आदिवासी हितैषी बनने की सलाह
मध्यप्रदेश में आदिवासी वर्ग को लेकर हो रही सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। अब प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ पर आदिवासियों के नाम पर समाज को बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि नाथ यदि आदिवासी वर्ग के सच्चे हितैषी हैं, तो वह है नेता प्रतिपक्ष उसी वर्ग से बना दें। वैसे भी कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष दो पदों पर कब्जा जमाए बैठे हैं। एक पद तो वे इस वर्ग को दे ही सकते हैं। यदि नाथ आदिवासी हितैषी हैं तो उन्हें इस बात का प्रमाण देना चाहिए डॉ मिश्रा ने कहा कि नाथ बोल चुके हैं, कि उन्हें विधानसभा का संसदीय ज्ञान नहीं है।

चर्चाओं में कांग्रेस विधायक की तहसीलदार को धमकी का वीडियो
जुन्नारदेव से कांग्रेस विधायक सुनील उइके का तहसीलदार को धमकी देते हुए वीडियो वायरल हुआ है, यह जमकर चर्चाओं में है। दरअसल छिंदवाड़ा जिले के तामिया विकासखंड में 7 अगस्त को हुए अन्न उत्सव कार्यक्रम में आमंत्रण नहीं मिलने पर जुन्नारदेव से कांग्रेस विधायक सुनील उइके अपना आपा खो बैठे। दो दिन बाद नौ अगस्त को उन्होंने तामिया पहुंचकर तहसीलदार मनोज चौरसिया को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार हमने भी देखी है। 15 महीने हमने भी सरकार चलाई है। इससे पहले भी सरकार में हम थे, हमने अन्याय नहीं किया,आपको इसका ध्यान रखना चाहिए। भाजपा के एजेंट बनकर काम मत करो, यदि दस-बारह महीने में हमारी सरकार वापस आ गई तो तुम्हें बाबू बनाकर काम करवाउंगा। बहरहाल विधायक उइके की इस चेतावनी का वीडियो अगले दिन वायरल होते ही यह चर्चाओं में है और इससे जिले में सियासत गरमा गई है।

विधानसभा में दिखी कृष्णा गौर की सक्रियता
राज्य विधानसभा में मंगलवार को गोविंदपुरा से भाजपा विधायक कृष्णा गौर सक्रिय रहीं। उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान मानसिक विकार दूर करने अध्यात्म विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी चाही। हालांकि राज्य विधानसभा में मंगलवार को सत्ता और विपक्ष के विधायकों ने सर्वाधिक सवाल कोरोना को लेकर ही किए। प्रश्नोत्तरी में कुल 253 सवाल है। इनमें से 69 सवाल कोरोना से जुड़े हैं। विधायक कृष्णा गौर ने जानना चाहा कि अध्यात्म विभाग द्वारा मार्च-अप्रैल मई और जून 2021 में कोरोना महामारी के कारण प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से उत्पन्न मानसिक विकार को दूर करने के लिए कितने कार्यक्रम आयोजित किए गए। उन्होंने लाभांवित हितग्राहियों की संख्या भी जानना चाही। यही नहीं विधायक गौर ने विषय विशेषज्ञों को दिए गए मानदेय के बारे में भी पूछा। मंत्री द्वारा इसका उत्तर भी दिया गया।

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