- प्रणव बजाज

जब मंत्री जी को आया गुस्सा
प्रदेश के बिजली महकमे के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की सक्रियता लोगों को खूब रास आ रही है। दरअसल वे जब भी अपने गृह क्षेत्र में होते हैं , तो हकीकत पता करने खुद ही सड़कों पर निकल जाते हैं। सरकारी अमले की कार्यशैली तो सभी जानते हैंं, सो कोई न कोई अफसर उनकी चपेट में आ ही जाता है। इस बार उनके सामने निगम अपर आयुक्त स्वास्थ्य संजय मेहता आ गए। दौरे में जब मंत्री जी को सार्वजनिक शौचालय बेहद गंदे मिले तो मेहता जी को सार्वजनिक रुप से गुस्से का शिकार होना पड़ा। कई बार के निर्देश के बाद भी मेहता जी साफ सफाई में अक्षम साबित हो रहे हैं, सो मंत्री जी को गुस्सा आ गया। मंत्री जी ने साफ कह दिया कि यह बाथरूम मुझे साफ चाहिए। आपको दो बार बोल चुका हूं। अब दोबारा नहीं बोलूंगा। इसके बाद मंत्री जी ने चेतावनी दे दी की वे हर तरह से सक्षम हैं, अब भी नहीं सुधरे तो नगर निगम में आपको परेशानी आएगी। दरअसल इस गुस्से की वजह अकेला शौचालय ही नही हैं, बल्कि तोमर भ्रमण पर वार्ड 16 में निकले तो उन्हें जगह जगह गंदगी से भी दो चार होना पड़ा।
और मंत्री जी के जेब से हो जाते हैं पैसे चोरी
प्रदेश के सबसे मलाईदार विभाग के एक मंत्री जी की जेब से पैसे चोरी हो जाते हैं और उन्हें पता ही नहीं चलता है। खास बात यह है कि यह पैसे भी घर पर ही चोरी होते हैं। यह खुलासा खुद मंत्री जी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में किया है। दरअसल परिवहन व राजस्व गोविंद सिंह राजपूत का कहना है कि उनकी पत्नी भी मेरी जेब से पैसे सटका (चोरी) लेती है और मुझे पता ही नहीं चलता। यह खुलासा उनके द्वारा स्व सहायता समूह बैंक ऋण वितरण कार्यक्रम के दौरान दमोह में करते हुए उन्होंने कहा कि इसकी वजह है महिलाओं में पैसा जोड़ने की आदत। उनका यह कहते ही वहां मौजूद महिलाएं जमकर हांसी। उन्होंने कहा आमतौर पर पति अपने जेब में रखे पैसों को गिन कर नहीं रखते हैं, इसलिए महिलाएं उसका फायदा उठा कर दो- पांच सौ रुपये उसमें से निकाल लेती हैं और किसी को पता ही नहीं चलता, लेकिन महिलाएं उन पैसों को भी बचाकर रखती हैं और अपने परिवार में ही खर्च करती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं पैसा कमाती भी है और बचत करना भी जानती हैं। उनकी बचत परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए ही होती है।
और संस्कृति विभाग मंत्री को न्योता देना भूला
प्रदेश के स्थापना दिवस के अवसर पर भोपाल के लाल परेड मैदान पर प्रदेश स्तरीय स्थापना दिवस समारोह में संस्कृति विभाग चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को बुलाना ही भूल गया। इसकी वजह से सांरग उक्त कार्यक्रम ही नहीं गए। दरअसल प्रोटोकॉल के हिसाब से भी उन्हें बुलाया जाना चाहिए था। यह स्थिति तब है, जबकि सारंग राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। भोपाल से भी वो एक मात्र मंत्री हैं। इसकी वजह से अब सारंग को नाराज होना स्वाभाविक है। खास बात यह है कि उन्हें न तो कार्यक्रम का न्यौता दिया गया और न ही कार्यक्रम के लिए उन्हें बुलावा दिया। उनकी किस तरह से उपेक्षा की गई इससे ही समझा जा सकता है कि उनकी इस कार्यक्रम की रूप रेखा बनाने तक में न तो सलाह ली गई और न ही तैयारियों की समीक्षा के लिए बुलाया गया। इस कार्यक्रम में अव्यवस्था का आलम यह रहा कि इतने बड़े कार्यक्रम में कब क्या-क्या होगा। कहां से कौन आ रहा है, इसकी जानकारी भी अफसरों ने नहीं दी।
मस्जिद पहुंचे तो दर्ज हुआ शेरा और राजनारायण पर प्रकरण
खंडवा लोकसभा – उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर राजनारायण सिंह एवं बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा भैया को चुनावी आचार संहिता का पालन नहीं करने पर प्रकरण दर्ज किया गया है। दरअसल यह दोनों नेता बीते शुक्रवार को बुरहानपुर में चुनाव प्रचार के दौरान साथ जामा मस्जिद में उस समय पहुंच गए जब वहां नमाज समाप्त ही हुई थी। इस मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज लधवे एवं अन्य भाजपा नेताओं ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए मामला दर्ज करने की मांग की थी। इसके बाद पुलिस द्वारा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई तो आरोप सही पाए गए इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह, निर्दलीय विधायक ठाकुर सुरेंद्र सिंह एवं अन्य के खिलाफ सिटी कोतवाली में मामला दर्ज कर लिया गया है।