- प्रणव बजाज

सिंधिया की आशीर्वाद यात्रा देवास से शुरू
भाजपा में आशीर्वाद यात्राओं का दौर शुरू हो चुका है। सोमवार से इसकी शुरुआत केंद्रीय राज्यमंत्री एसपीएस बघेल ने दतिया से कर दी है। वहीं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज से अपनी आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत देवास से शुरू कर रहे हैं। वे इंदौर पहुंच कर वहां से देवास पहुंचेंगे। इसी दिन यात्रा शाजापुर पहुंचेगी। 18 अगस्त को खरगोन के रावेरखेड़ी में बाजीराव पेशवा के समाधि स्थल पर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भाग लेंगे। सिंधिया की यात्रा 19 अगस्त को इंदौर पहुंचेगी। केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र खटीक की आशीर्वाद यात्रा 19 अगस्त को ग्वालियर से शुरू होगी। भोपाल, विदिशा, सागर और जबलपुर होते हुए 24 अगस्त को दमोह व टीकमगढ़ जिलों में पहुंचेगी।
मंत्रीजी को दाल-बाटी पड़ गई भारी
प्रदेश के एक मंत्री की तबीयत बिगड़ने से अब उनकी दाल-बाटी पार्टी की चर्चा सब दूर हो रही है। दरअसल मंत्री के तौर पर माननीय को 15 अगस्त के दिन पहली बार ध्वजारोहण करना था। तैयारी पूरी हो चुकी थी। उनके मंच पर पहुंचने का इंतजार किया जा रहा था लेकिन अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। तबियत इतनी खराब हुई कि उन्हें एयरलिफ्ट कर राजधानी भोपाल लाया गया। यहां पर उनकी तमाम जांचें भी हुई। जब उन्होंने डॉक्टरों को बताया कि रात में दाल-बाटी खाई थी। बस फिर क्या था ! डॉक्टर साहब समझ गए कि दाल-बाटी से ही तबीयत नासाज हुई है। लिहाजा मंत्री जी को स्वस्थ बताते हुए उनकी अस्पताल से छुट्टी कर दी गई। बहरहाल अब चर्चा हो रही है कि दाल-बाटी के फेर में ध्वजारोहण का अवसर हाथ से निकल गया।
चर्चाओं में कलेक्टर साहब
इन दिनों एक कलेक्टर चर्चाओं में हैं। चर्चा इसलिए कि वे अपनी मर्जी के आगे किसी की नहीं चलने देते। यानी जो वो चाहते हैं वही होता है। वर्तमान में यह विंध्य क्षेत्र के एक जिले की मुखिया है। बुंदेलखंड के रास्ते से होकर जाने वाले इस जिले में दो साल के भीतर ही तीन आईएएस की रवानगी हो चुकी है। पूर्व में एक महिला आईएएस की सीईओ जिला पंचायत रहते साहब से पटरी नहीं बैठ पाई और उनका तबादला हो गया। उनकी जगह दूसरे सीईओ आए तो वे भी महज चार माह में ही रवाना हो गए। हालांकि साहब को बड़ा खतरा निगम के कमिश्नर से था। वह इसलिए कि वे जूनियर होकर भी पावरफूल थे। पावरफुल इसलिए थे कि उनके पिता भी बड़े पद पर हैं। हालांकि अब साहब ने राहत की सांस ली है, क्योंकि कमिश्नर को भी एक जिले का कलेक्टर बना दिया गया और वे वहां से चले गए। ऐसे में अब चर्चा है कि कलेक्टर साहब जो चाहते हैं वही होता है।
मंत्री उषा ठाकुर ने की पोर्न फिल्में बैन करने की मांग
प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति और अध्यात्म मंत्री उषा ठाकुर ने प्रदेश में पोर्न फिल्में बैन करने की मांग करते हुए कहा है कि ऐसी फिल्में बनाने वालों को कठोर दंड फांसी की सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों और युवाओं में लगातार मोबाइल की बढ़ती लत ना सिर्फ उनके लिए बल्कि देश के भविष्य के लिए भी खतरा है। ऐसे में प्रदेश के साथ ही देश में पोर्न फिल्मों को बैन कर देना चाहिए ताकि मोबाइल पर ऐसी फिल्में ना देखी जा सकें। यही नहीं पोर्न फिल्म बनाने वाले और देखने वालों पर भी कार्रवाई होना चाहिए। मंत्री ठाकुर ने वेब सीरीज में भी आपत्तिजनक और अश्लील कंटेंट होने पर आपत्ति जताई है।