- प्रणव बजाज

पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता हिम्मत कोठारी का दर्द
मालवा अंचल के वरिष्ठ भाजपा नेता व कई बार सरकार में मंत्री रहे हिम्मत कोठारी का प्रदेश भाजपा कार्यसमिति में जगह नहीं दिए जाने पर दर्द छलका है। कोठारी कहते हैं कि हम अपने लिए कोई बात नहीं करते, जीवन में इतना बहुत कुछ देख लिया है। मैं, पैंतीस-चालीस साल कार्यसमिति में रह लिया। अब क्यों नहीं रखा मुझे नहीं मालूम। हालांकि कोठारी ने कहा कि मैं पार्टी, कार्यकर्ताओं और जनता के हित में बोलता रहूंगा, अपनी बात कहने से मुझे कोई नहीं रोक सकता। वहीं दूसरे एक और पूर्व मंत्री व नेता प्रतिपक्ष रहे गौरीशंकर शेजवार को भी भाजपा प्रदेश कार्यसमिति में नहीं लिया गया है। हालांकि वे इस पर मौन है। उनका कहना है कि इससे मुझे कोई आपत्ति नहीं है। कार्यसमिति में रहने की कोई समय सीमा भी होना चाहिए। पुराने लोग हटेंगे तभी तो नए एक्टिव लोगों को जगह बनेगी। बहरहाल कार्यसमिति की घोषणा होने के बाद स्थितियां बदलीं हैं। प्रदेश के पुराने नेताओं का दर्द धीरे-धीरे सामने आ रहा है।
अजब-गजब मंत्री ने ट्वीटर से मिली शिकायत पर लिया तुरंत एक्शन
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर वैसे तो अपने अलग कामों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। कभी वे अचानक निरीक्षण पर चले जाते हैं तो कभी सेवा के वास्ते नाली और सड़क की सफाई खुद करने लगते हैं। खास बात है कि आजकल वे सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। हाल ही में ट्वीटर पर मिली एक शिकायत पर तुरंत एक्शन लेने पर वे सुर्खियों में बने हैं। दरअसल ऊर्जा मंत्री तोमर को ट्वीटर पर शिकायत मिली कि सीहोर जिले के विद्युत वितरण केंद्र श्यामपुर के अंतर्गत ग्राम कादराबाद में 11 केवी लाइन पेड़ के सहारे बंधी है। मंत्री तोमर ने इसकी तुरंत जांच करवाई तो जांच में शिकायत सही पाई गई। इसके बाद उन्होंने इसके लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर फीडर प्रभारी देवी प्रसाद तिवारी को निलंबित कर दिया गया और जूनियर इंजी. दीपक कुमार यादव को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। साथ ही प्रबंधक सीहोर को निर्देशित किया गया है कि यह सुनिश्चित करें कि इस प्रकार की लापरवाही की पुनरावृत्ति न हो। ज्ञात रहे यहां बिजली का नया खंभा लगा दिया गया है।
अब देश के बाहर भी होगी इम्युनिटी बढ़ाने वाले हर्बल उत्पादों की बिक्री
मध्यप्रदेश के इम्युनिटी बढ़ाने वाले विंध्य हर्बल उत्पाद अब देश के बाहर भी नजर आएंगे। योग दिवस पर 21 जून को अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में मध्य प्रदेश लघु वनोपज प्रसंस्करण अनुसंधान केंद्र के विंध्य हर्बल ब्रांड की इम्यूनिटी बूस्टर किट का विक्रय और प्रदर्शन किया जाएगा। बता दें कि यह पहला मौका है जब इसकी ब्रांडिंग और मार्केटिंग देश के बाहर की जा रही है। देशभर के बनवासी उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ावा देने के लिए ट्राइफेड द्वारा हर साल विश्व स्तर पर आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में देशभर के चुनिंदा आयुर्वेद उत्पादों का चयन किया जाता है। इस बार भारत में आयोजित होने वाली प्रदर्शनी में मप्र के विंध्य हर्बल के उत्पादों के साथ ही इम्युनिटी बूस्टर किट का चयन किया गया है। इम्यूनिटी बूस्टर किट में त्रिकुट, गिलोय, अश्वगंधा, कालमेघ चूर्ण और अर्जुन हर्बल टी शामिल हैं। एक पैक की कीमत तीन सौ रुपए है। कोरोना काल में यह किट देश के कई राज्यों के स्कूलों में वितरण किया था। विंध्य हर्बल पिछले 15 साल से आयुर्वेदिक एवं हर्बल औषधियों का उत्पादन कर रहा है। यहां से ढाई सौ तरह की औषधियां देश के कई राज्यों में जाती है।
कोरोना संकट में सिर्फ आधा दर्जन विधायकों का पसीजा मन
कोरोना संक्रमण की पहली की लहर के दौरान सांसदों के वेतन से राशि कटवाने के निर्णय पर राज्य के विधायकों ने भी यह तर्क देते हुए अपने वेतन से कटौती की सहमति दी थी कि इस कठिन दौर में सभी को आगे आना चाहिए। विधायकों ने अपने वेतन से कटौती की चर्चा विधानसभा में भी की थी। बावजूद इसके अब चुप्पी साध ली है। जबकि कठिन समय में मदद के लिए आमजन ने भी हाथ बढ़ाए। राज्य कर्मचारियों के वेतन से भी राशि की कटौती की गई। निजी सेक्टर ने भी राशि दी। वहीं विधायकों की ओर से सिर्फ पहल ही हुई। यहां सिर्फ 6 विधायकों ने ही अपने वेतन से राशि सचिवालय को सहमति देकर कटवाई है। बाकी विधायकों ने चुप्पी साध रखी है। जिन विधायकों ने वेतन कटवाया है उनमें प्रदीप पटेल, लीना जैन, कुंवर जी कोठार, सचिन बिड़ला, राम दांगोरे व पहाड़ सिंह कन्नौजे शामिल हैं। हालांकि कई विधायक यह भी दावा करते हैं कि उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष में सीधे तौर पर चेक दिया है।