- प्रणव बजाज

विधायक विश्नोई की चिंता, बचाए जाएं पार्टी के फिसलते वोटर
पूर्व मंत्री व विधायक अजय विश्नोई ने पार्टी के फिसल रहे वोटरों पर चिंता जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा है कि बिजली बिल को लेकर ग्रामीण उपभोक्ता बहुत परेशान है। घरेलू और कृषि दोनों ही बिजली परेशान कर रही है। यदि ट्रांसफार्मर जल जाए तो लंबे समय तक नहीं बदला जाता। यही नहीं प्रदेश के विधायक और सरकार के मंत्री भी बिजली की शिकायतों का निराकरण नहीं करा पा रहे हैं। विश्नोई ने सीएम का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि विद्युत व्यवस्था का सुधार आपकी प्राथमिकता में नहीं आ पाया है, इसलिए सार्वजनिक तौर पर पत्र लिख रहा हूं। इस कमजोरी के उजागर होने से आपकी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन यदि आपने इस कमजोरी को सुधार लिया तो पार्टी के फिसलते वोटर जरूर बच जाएंगे। विश्नोई ने कहा कि विद्युत मंडल ने पिछले दो साल से नए ट्रांसफार्मर नहीं खरीदे हैं, पुरानों को ही सुधार कर लगाया जा रहा है। दूसरी ओर सभी गांवों में सर्विस लाइन भी पुरानी और खराब हो चुकी है। वर्षों से मप्र राज्य विद्युत नियामक आयोग विद्युत वितरण व्यवस्था के मेंटेनेंस के लिए जितनी राशि का प्रावधान करता है आपकी सरकार विद्युत विभाग को उतनी राशि मेंटेनेंस के लिए नहीं देती है। इसलिए यह व्यवस्थाएं सुधरती नहीं है।
कृषि और चिकित्सा की पढ़ाई सभी विश्वविद्यालयों में होगी
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि अब प्रदेश के हर विश्वविद्यालय में मेडिकल एजुकेशन और एग्रीकल्चर की पढ़ाई भी शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय में कृषि संकाय हो। राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से सबक लेते हुए चिकित्सा के प्रचलित दायरे से बाहर आने की आवश्यकता महसूस की गई है। यही वजह है कि अब सरकार का विश्वविद्यालयों के साथ शैक्षणिक गुणवत्ता के प्रयासों तथा संसाधनों के पारस्परिक उपयोग में कदम से कदम मिलाकर चलेगी।
चर्चाओं में हैं भाजपा नेता कप्तान सिंह सोलंकी के ट्वीट
भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने दो ट्वीट करके नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग को मेडिकल की पात्रता परीक्षा नीट में दिए आरक्षण को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उनके ट्वीट पर जमकर चर्चा हो रही हैं। सोलंकी ने इस विषय पर लोकसभा व राज्यसभा में चर्चा न कराए जाने को लेकर लोकतंत्र की रुग्णता करार दिया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि सवाल खड़ा किया कि आरक्षण की सीमा 50% से ऊपर किया जाना मेरिट को कमतर आंकना और क्वालिटी को कम करना है। गौरतलब है कि सोलंकी पिछले करीब दो साल से राजनीति में हाशिए पर चल रहे हैं। जिससे उनके ट्वीट को नाराजगी तो रूप में देखा जा रहा है। बहरहाल इस संबंध में भाजपा केंद्रीय नेतृत्व आने वाले समय में उनसे पूछताछ कर सकता है।
मप्र बनेगा गौवंश आधारित मॉडल राज्य
मध्यप्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष और मप्र गोपालन कार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी ने कहा है कि प्रदेश को गौवंश आधारित मॉडल राज्य बनाया जाएगा। इसको लेकर कार्य योजना तैयार की जा रही है। सड़कों पर दिखने वाली गायों को गौशाला पहुंचाना और गायों के लिए प्रदेश में पांच अभ्यारण बनाना उनकी प्राथमिकता में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक बन चुकी गौशालाओं में सड़कों पर दिखने वाले गौवंश को दो साल के अंदर भेजा जाएगा। उसके बाद गायों को प्रदेश में मौजूद चरनोई की भूमि में पहुंचाया जाएगा। प्रदेश में 95 हजार वर्ग मीटर जंगल मौजूद है। ऐसे में गायों को उसका असली हक दिलाना भी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि ऐसी कार्य योजना तैयार की जा रही है, जिसके माध्यम से गांव में युवाओं को गौ संवर्धन के साथ-साथ रोजगार भी मिले।