- प्रणव बजाज

राज्यपाल बोले गरीब के घर का पानी तो पिएं अफसर
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने बीते रोज राजभवन में आए प्रशिक्षु आईएएस अफसरों की क्लास ली। राज्यपाल ने कहा कि अफसर गांव जाएं और गरीब के घर का पानी जरूर पिएं। इससे पूरे गांव स्थिति पता लग जाती है। उन्होंने एक मार्मिक कहानी सुनाते हुए कहा कि एक अफसर गांव गए और गरीब का घर देखकर वहां बैठ गए। परिवार की महिला से एक गिलास पानी मांगा। वह पानी लेने गई, लेकिन काफी देर नहीं लौटी। जब लौट कर आई तो उसने पूछा इतनी देर कैसे हो गई। इस पर महिला ने जवाब दिया कि पड़ोस में ग्लास लेने गई थी। तब अफसर ने कहा कि मुझे आपके घर के ग्लास में पानी चाहिए। अफसर के इस एक प्रयास से पूरे गांव की स्थिति पता चल गई। इस दौरान राज्यपाल ने बताया कि अफसर की भाषा शैली ऐसी होनी चाहिए जिसमें आत्मीयता हो। उन्होंने यह भी बताया कि अफसर फील्ड में कैसे काम करें, जिससे जनता को लाभ हो।
खंडवा में निर्दलीय विधायक शेरा खड़ी कर सकते हैं मुसीबत
आगामी खंडवा लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों ने अपनी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। वहीं बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाने की ताल ठोंक दी है। शेरा के इस पैंतरे के बाद कांग्रेस और भाजपा के जीत के समीकरण गड़बड़ाना तय हैं, क्योंकि इस सीट पर शेरा के परिवार के लोग निर्दलीय चुनाव भी जीत चुके हैं। कांग्रेस की ओर से खंडवा में अरुण यादव को उम्मीदवार के रूप में उतारा जा सकता है। हालांकि पीसीसी चीफ कमलनाथ ने हाल ही में एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि अरुण यादव ने उन्हें नहीं बताया कि वे खंडवा से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके बाद से कांग्रेस की अंदरूनी सियासत गरम है। वहीं भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस और पूर्व महापौर कृष्ण मुरारी मोघे के साथ ही दिवंगत नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह के नाम की अटकलें लगाई जा रही है। बहरहाल ऐसा माना जा रहा है कि शेरा के मैदान में कूदने से कांग्रेस और भाजपा दोनों के समीकरण गड़बड़ा सकते हैं।
अब नए सिरे से होगी 108 एंबुलेंस के टेंडर की प्रक्रिया
वर्ष 2016 से 108 एंबुलेंस का संचालन कर रही है जिगित्सा कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट 8 सितंबर 2021 तक है। नए टेंडर किए जाने को लेकर प्रक्रिया लंबे समय से चल रही थी लेकिन बीते रोज इस टेंडर प्रक्रिया को अचानक निरस्त कर दिया गया। उल्लेखनीय है कि 26 जुलाई को टेंडर सब्मिशन की आखिरी तारीख थी और 27 जुलाई को टेंडर ओपन होना था। ऐन मौके पर टेंडर प्रक्रिया को निरस्त किया गया है। ऐसे में वर्तमान में 108 एंबुलेंस चला रही चिकित्सा कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट कम से कम तीन महीने और आगे बढ़ाए जाने जैसे हालात बन गए हैं। अब टेंडर प्रक्रिया नए सिरे से की जाएगी। इसमें कम से कम एक महीने का वक्त लगेगा। जो भी कंपनी आएगी उसे संचालन शुरू करने के लिए भी करीब दो माह का समय देना होगा। ऐसे में 108 एंबुलेंस का संचालन सुचारू रखने के लिए मौजूदा कंपनी का कांट्रेक्ट बढ़ाने के अलावा विकल्प नहीं है।
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के फेसबुक पर सबसे ज्यादा फॉलोअर्स
प्रदेश के चार बड़े शहरों में कलेक्टर कैसे करते हैं सोशल मीडिया का प्रबंधन। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कौन अफसर कितना सक्रिय है, इसकी जानकारी के तहत जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के फेसबुक एकाउंट पर सबसे ज्यादा 95 हजार 733 फॉलोअर्स हैं। वहीं दूसरे नम्बर पर ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह हैं, इनके 35 हजार 795 फॉलोअर्स हैं। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया तीसरे स्थान पर हैं जिनके एफबी पर 28 हजार 93 फॉलोअर्स हैं। वहीं चौथे क्रम में इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह हैं इनके फेसबुक अकाउंट पर 26 हजार 58 फॉलोअर्स है। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के मुताबिक उन्होंने केयर वाय कलेक्टर नाम से एक सोशल ग्रुप बनाया है। इसके माध्यम से वे लोगों की शिकायतों का त्वरित निराकरण करते हैं।