बिहाइंड द कर्टन/पूर्व वरिष्ठ अफसर की मंत्री से चर्चा के निकाले जा रहे मायने

  • प्रणव बजाज
वरिष्ठ अफसर

पूर्व वरिष्ठ अफसर की मंत्री से चर्चा के निकाले जा रहे मायने
प्रदेश के एक वरिष्ठ अफसर जो समय से पूर्व ही सेवानिवृत्त कर दिए गए हैं लेकिन अब फिर से मुख्यधारा में आने के लिए जतन कर रहे हैं। हालांकि पूर्व की चाहे कांग्रेस की सरकार रही हो या भाजपा की इन महोदय के नेताओं से संबंध ठीक-ठाक ही रहे हैं। यही वजह है कि उनको अब भी उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें काम मिलेगा। यही वजह है कोरोना संकट काल में जबकि घर से निकलने पर पाबंदी है लेकिन यह पूर्व अफसर मंत्रियों के बंगले वाले एरिया में देखे जाते हैं। हाल ही में उनकी एक मंत्री से मुलाकात भी हो चुकी है। क्या आश्वासन मिला ये तो पता नहीं चल सका लेकिन मंत्रालय तक ये खबर जरूर पहुंच गई है कि साहब जतन में लगे हुए हैं। इस बात की चर्चा वहां के अधिकारियों में है। बहरहाल ये तो समय ही बताएगा कि मंत्री से मिलकर ये महोदय अपने काम में कितने सफल हो पाते हैं लेकिन फिलहाल के समीकरण उनके पक्ष में बिल्कुल भी नहीं दिखते हैं।

मुख्यमंत्री की समन्वय संस्कृति के सब कायल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संबंध में यह बात तो आम है कि वे सबको साथ लेकर, समन्वय के साथ आगे बढ़ते हैं। दरअसल उनकी समन्वय की यही संस्कृति अब उनकी पहचान भी बन गई है। वे विपरीत परिस्थितियों में बातचीत के जरिए रास्ता निकालने में माहिर हैं। कोरोना के संकट काल में भी कुछ ऐसा ही हुआ। महामारी के बीच कर्मचारियों में निराशा आई गई। संविदा कर्मी, सहकारी समितियों के कर्मचारी, शिक्षक सभी कोरोना की स्थिति से अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे थे। यही नहीं कुछ कर्मचारी संगठनों ने तो आंदोलन की चेतावनी भी दे दी थी। धीरे-धीरे बात आगे बढ़ रही थी और जब मुख्यमंत्री को इस बात का पता लगा तो उन्होंने अपने भरोसेमंद अफसरों के साथ बैठकर इसका रास्ता भी निकाल लिया, और रास्ता भी ऐसा निकाला कि सब मान गए। दरअसल मुख्यमंत्री की उन सभी कर्मचारियों को भी योजना में ले लिया है जो अब तक छूटे थे।

मंत्री तोमर का बिना हेलमेट दोपहिया चलाते वीडियो चर्चाओं में
प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर वैसे तो हमेशा ही चर्चाओं में बने रहते हैं। लेकिन इस बार वे जिस बात को लेकर चर्चाओं में बने हैं इससे वे हैरान भी हैं। दरअसल इस बार में ग्वालियर में बगैर हेलमेट दोपहिया गाड़ी चलाने और कोविड की गाइडलाइन का उल्लंघन मामले में लोगों के निशाने पर है। उन्होंने दोपहिया वाहन चलाते हुए कई इलाकों में निरीक्षण किया। वहीं कार्यवाही के सवाल पर पुलिस अफसर कहने लगे कि वह उलझन में थे कि कोविड में दोपहिया पर दो लोग बैठ सकते हैं या नहीं। यही नहीं लोग भी पुलिस से पूछते रहे कि लॉकडाउन में दोपहिया पर दो लोग बैठने की इजाजत है क्या? बता दें कि शहर ग्वालियर शहर में एक मई से 15 मई के बीच हेलमेट न पहनने पर पौने तीन सौ से ज्यादा चालान काटे गए हैं। सोशल मीडिया पर मंत्री प्रद्युम्न सिंह का यह वीडियो वायरल हो रहा है।

मंत्री भदौरिया बोले क्या सिंघार को बचाना चाहते हैं नाथ
प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया ने कमलनाथ पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हाल ही में हनीट्रैप मामले की पेनड्राइव होने संबंधी बयान देकर कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ किसे धमका रहे है। वे जिसका खुलासा करना चाहते हैं उसे सबूत के साथ पेश करें। ऐसे मामलों में सफेदपोश लोगों का खुलासा होना ही चाहिए और उन पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। मंत्री भदौरिया ने कहा कि कमलनाथ ने अपने मुख्यमंत्रीत्व काल में तो साक्ष्य छुपा कर रखे थे और अब उसे सामने लाने की धमकी दे रहे हैं। यदि उनके पास हनीट्रैप मामले की पेन ड्राइव है तो वे इसे सामने लाएं और सबूत के साथ लोगों के नाम उजागर करें। दरअसल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ पूर्व मंत्री उमंग सिंघार को उनकी महिला मित्र की आत्महत्या के मामले में बचाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने उमंग सिंघार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और इसकी विवेचना की जा रही है।

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