- प्रणव बजाज

नरोत्तम ने मांगा प्रियंका से स्पष्टीकरण
सूबे के गृह मंत्री और सरकार के प्रवक्ता डा. नरोत्तम मिश्रा ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के जींस वाली महिलाओं को लेकर दिए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इस मामले में कांग्रेस की राष्ट्रीय महामंत्री प्रियंका गांधी से स्पष्टीकरण देने की मांग की है। उन्होंने इस मामले में कहा है कि कांग्रेस के बुजुर्ग नेता महिलाओं को टंच माल और आइटम मानते हैं। दरअसल दिग्विजय ने भोपाल में पार्टी के एक कार्यक्रम में कहा कि 40 से 50 से साल की महिलाएं ही पीएम मोदी की प्रशंसक हैं, जींस पहनने वाली नहीं। यह बात मुझे प्रियंका गांधी ने बताई थी। उनका यह बयान सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। मिश्रा का कहना है कि सिंह ने चूंकि यह बयान प्रियंका गांधी के हवाले से दिया है, इसलिए मैं सीधे प्रियंका से जवाब मांग रहा हूं। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि कांग्रेस के बुजुर्ग नेताओं की नजर महिलाओं के परिधानों पर है और प्रियंका कहती हैं कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं।
दिग्विजय ने फिर दिया हिन्दू विरोधी बयान
पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद दिग्विजय सिंह इन दिनों लगातार हिन्दु विरोधी बयानों के एक के बाद एक तीर छोड़ रहे हैं। अब उन्होंने ताजा बयान हिंदू शब्द को लेकर दिया है। उनका कहना है कि हिन्दू जो हैं, उनको हिन्दुत्व और हिंदुत्ववादी होना चाहिए। हमारे वेद,पुराणों व उपनिषद में हिन्दू शब्द ही नहीं है। उनका कहना है कि हिन्दुत्वादी सब लोग बाकी लोगों को अधर्मी साबित करने में लगे हुए है। झूठ बोलना भाजपा का चरित्र है, जिसने इन पर विश्वास किया, वो गड्ढे में गया। यह बयान उनके द्वारा अपने गृह क्षेत्र राघोगढ़ में आयेजित एक कार्यक्रम में दिया है। उन्होंने इस दौरान अपने आप को बड़ा हिंदू बताने के लिए कहा कि वे शुद्व रुप से राघव जी महराज के शहर से हैं और उनके परिवार को हिंदू मत की पदवी हासिल है। उनका कहना है कि वे कभी भी हिंदू धर्म की मान्यता के खिलाफ नहीं जा सकते हैं। उनका कहना है कि वे ऐसे मुख्यमंत्री थे, जिनके द्वारा देश में सबसे पहले गौ सेवा आयोग का गठन किया गया था।
कलेक्टर ने अपना ही वेतन रोककर पेश किया उदाहरण
संस्कारधानी जबलपुर के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने सीएम हेल्पलाइन में लंबित मामलों को लेकर न केवल कर्मचारियों का वेतन रोक दिया है , बल्कि उन्होंने इसके लिए खुद को भी लापरवाह मानते हुए स्वयं का भी वेतन रोक दिया है। यह आदेश उनके द्वारा जिला पंचायत में लंबित पत्रों की समीक्षा के दौरान दिया गया। दरअसल उनके द्वारा जब विभागवार शिकायतों की समीक्षा की जा रही थी, तब वे लंबित मामलों को लेकर नाराज हो गए। इसके बाद उनके द्वारा खुद का इस महीने के वेतन रोकने के साथ ही उन सभी अधिकारियों की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दे दिए, जिनके कार्यक्षेत्र में सीएम हेल्पलाइन में ज्यादा प्रकरण पेंडिंग हैं। इसी तरह से उनके द्वारा राजस्व प्रकरण निपटारे में लापरवाही बरतने वाले तहसीलदारों के अलावा पीआईयू के कार्यपालन यंत्री की भी वेतन वृद्धि रोकने के भी निर्देश दिए गए हैं।
कृष्ण बन चुके नीतिश मांग रहे पूर्व पत्नी आईएएस स्मिता की जानकारी
ऐतिहासिक और धार्मिक सीरियल महाभारत में कृष्ण बनकर द्रौपदी को चीरहरण से बचाने वाले नितीश भारद्वाज अब अपनी पत् नीऔर मप्र शासन में कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की प्रमुख सचिव स्मिता भारद्वाज की सेवा संबंधी पूरी जानकारी मांगी है। उन्हें यह जानकारी नहीं मिली तो वे अब राज्य सूचना आयोग पहुंच गए हैं। इस मामले में अगले सप्ताह में सुनवाई संभावित है। उनके द्वारा स्मिता का चयन की कैटेगरी , यदि आरक्षित कैटेगरी में चयन हुआ है तो उसकी जानकारी, मासिक वेतन,पे स्केल, ठोस सेलेरी, डीए और सातवें वेतनमान के अनुसार अन्य भत्तों समेत, यदि स्मिता आज वीआरएस लेकर रिटायर होती हैं तो उन्हें सातवें वेतनमान के अनुसार हर महीने कितनी पेंशन मिलेगी। वीआरएस लेने पर उन्हें क्या -क्या अन्य लाभ मिलेगा? क्या स्मिता ने केंद्र सरकार में या विदेश में प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए कोई आवेदन दिया है? यदि हां तो उसका विवरण, केंद्रीय सरकार में उनकी मौजूदा रैंक क्या है? 1992 बैच के आईएएस अफसरों की प्रमोशन सूची में विभागीय टीप (नोट) स्मिता के उस प्रमोशन संबंधी सूची जिसमें उनकी रैंक ज्वट सेक्रेटरी अथवा इससे उच्च हो उसकी कॉपी भी मांगी है।