बा खबर असरदार/कमरा नंबर 108

  •  हरीश फतेह चंदानी

कमरा नंबर 108
प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी के कलेक्टोरेट में कमरा नंबर 108 को अधिकारी-कर्मचारी अशुभ मानते हैं। इसलिए कोई भी अधिकारी इस कमरे में बैठने से कतराता है। लेकिन जिले की एक महिला अधिकारी ने हाल ही में तमाम अंधविश्वासों को दरकिनार कर इस कमरे में बैठना शुरू कर दिया। लेकिन कुछ ही दिन बाद रिश्वत का एक वीडियो वायरल हुआ, जिससे मैडम का नाम जोड़ा जा रहा है। फिर क्या था, मैडम को सलाह देने वाले उमड़ पड़े और उन्हें सलाह दी कि आप अभी जिस कमरे में बैठ रही हैं, वह शुभ नहीं है। इसमें बैठने वाला जल्द विदा हो जाता है। मैडम को इस कमरे में पूर्व में बैठने वाले अधिकारियों का उदाहरण भी दिया गया। फिर क्या था, मैडम ने आव देखा न ताव तत्काल अपनी बैठकी ग्राउंड फ्लोर पर बने जी-11 में जमा ली। मैडम को विश्वास है कि ऐसा करने से वे अब सुरक्षित हैं।

बिक्री बढ़ी… आमदनी नहीं
जहरीली और अवैध शराब पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने कठोर नियम तो बना दिए, लेकिन इससे सरकार के खजाने में होने वाली आय कम हो गई। गौरतलब है कि प्रदेश में सरकारी राजस्व का बड़ा माध्यम आबकारी विभाग है। प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में अवैध शराब की बिक्री पर रोक और अधिक राजस्व के लिए शराब की कीमतों में कमी कर दी थी। सरकार की इस नीति से प्रदेश में शराब पीने वालों की संख्या 33 फीसदी पहुंच गई है, लेकिन आमदनी नहीं बढ़ी है। उधर, वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए वित्त विभाग ने आबकारी विभाग को 20 फीसदी राजस्व बढ़ाने का टारगेट दिया है। अब आबकारी विभाग के सामने राजस्व बढ़ाने के लिए एक ही माध्यम है, वह है शराब की कीमतों में बढ़ोत्तरी। माना जा रहा है कि आगामी वित्त वर्ष में आबकारी विभाग नई शराब नीति में शराब की कीमतों में 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि कर सकता है। माना जा रहा है कि इससे राजस्व में बढ़ोत्तरी हो सकती है।

ब्रेक में काम का निपटारा
प्रदेश की राजनीतिक और प्रशासनिक वीथिका में इन दिनों 1990 बैच के एक वरिष्ठ आईएएस काफी चर्चा में हैं। इसकी वजह यह है कि साहब खेल-खेल में ही काम का भी निपटारा करते रहते हैं। साहब टेनिस खेलने के काफी शौकीन हैं। पौ फटते ही साहब टेनिस खेलने के लिए राजधानी के एक स्टेडियम में पहुंच जाते हैं। खेल के दौरान जब उन्हें ब्रेक मिलता है तो वे मोबाइल फोन से जिलों का काम निपटाने में जुट जाते हैं। उनके साथी खिलाड़ी कोर्ट पर पसीना बहाते हैं, उसी दौरान साहब अफसरों को हड़काते रहते हैं। सूत्रों का कहना है कि साहब की कोशिश रहती है कि मंत्रालय में बैठकर काम करने की बजाय सुबह-सुबह खेल के दौरान मिले ब्रेक में ही शासकीय काम का निपटारा कर लिया जाए। इसलिए वे जिलों में पदस्थ अपने अधीनस्थ अधिकारियों को फोन लगाकर दिशा-निर्देशों का फीडबैक लेते रहते हैं। इस दौरान किसी अधिकारी ने तनिक भी ना-नुकुर की तो साहब उस पर पिल पड़ते हैं। यह एक तरह से साहब की दिनचर्या का अंग बन गया है। साहब खेल-खेल में अपने शासकीय काम निपटा लेते हैं और वहीं से घर चले जाते हैं। गौरतलब है कि साहब के पास एक बड़े और महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी है। साहब हाल ही में अपने एक बयान के कारण विवादों में भी रह चुके हैं।

चर्चा में करोड़ों का मकान
राजधानी में इन दिनों एक अधिकारी का मकान चर्चा में है। प्रदेश की प्रशासनिक वीथिका में इस मकान की खूब चर्चा हो रही है। इसकी वजह है मकान की भव्यता। दरअसल, यह मकान ऐसी जगह बनाया जा रहा है, जहां पर भूखंड की कीमत करोड़ों की होगी। अनुमानत: मकान की कीमत 2.5-3 करोड़ रुपए बताई जा रही है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर साहब पर लक्ष्मीजी कैसे इतनी मेहरबान हो गई हैं कि उन्होंने करोड़ों का मकान बनवाना शुरू कर दिया। यहां बता दें कि जिन साहब का यह मकान है, वे प्रमुख सचिव हैं। साहब जहां पदस्थ हैं, उसकी निगहबानी प्रदेश के 230 माननीय करते हैं। ऐसे में चर्चा यह है कि साहब को इतनी आमदनी कहां से हो गई कि उन्होंने इतना भव्य और आलीशान मकान बनाना शुरू कर दिया है। वैसे यहां बता दें कि साहब रसूखदार परिवार से संबंध रखते हैं। लेकिन कहा जा रहा है कि यह मकान साहब की अपनी निजी कमाई से बन रहा है। सूत्रों का कहना है कि साहब के कई करीबी इसकी पड़ताल में जुट गए हैं कि साहब ने इस मकान को बनाने के लिए लक्ष्मीजी की व्यवस्था कहां से की गई है।

एक्शन में कलेक्टर मैडम
अभी हाल ही में अपने जिले के एसपी के तबादले के कारण सुर्खियों में आईं अनूपपुर कलेक्टर-सोनिया मीना इन दिनों अपने एक्शन के कारण चर्चा में हैं। वैसे तो 2013 बैच की यह आईएएस अधिकारी अपनी कड़क मिजाजी और कामों के कारण हमेशा चर्चा में रहती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने दर्जनभर से अधिक अधिकारियों को शोकाज नोटिस थमाकर हलचल मचा दी है।  दरअसल, मैडम ने यह कदम जनसुनवाई में अफसरों के गायब होने पर उठाया है। बताया जाता है कि गत मंगलवार को समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम में बिना सूचना के कई अफसर अनुपस्थित रहे। बताया जाता है कि मैडम ने अफसरों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया है और उन्होंने सबको नोटिस भेज दिया है। नोटिस में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अनुपस्थिति के संबंध में जल्द से जल्द जवाब प्रस्तुत करें। जवाब संतोषप्रद न पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

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