बिहाइंड द कर्टन/सीएम के अलावा कैलाश व उमा की भी मांग

  • प्रणव बजाज
कैलाश व उमा

सीएम के अलावा कैलाश व उमा की भी मांग
प्रदेश में हो रहे चारों उपचुनाव में उन नेताओं की मांग अधिक है, जो अब प्रदेश की सक्रिय राजनीति से दूर कर दिए गए हैं। इनमें कैलाश विजयवर्गीय से लेकर उमा भारती तक के नाम शामिल हैं। यह बात अलग है कि उपचुनाव में पार्टी की स्थिति को देखते हुए संगठन ने पहले ही इन नेताओं को स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल कर लिया था। कैलाश विजयवर्गीय की मांग जहां खंडवा लोकसभा व जोबट में की जा रही है तो वहीं उमा भारती की मांग उनके गृह जिले टीकमगढ़ से अलग होकर गठित किए गए निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर विधानसभा क्षेत्र में बनी हुई है। वैसे भी इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के पिता से उमा भारती की पुरानी अदावद रह चुकी है। यह वो इलाका है, जहां पर स्थानीय जनता भाजपा के किसी बड़े नेता की अपेक्षा उमा भारती को अधिक पंसद करती है। अब देखना तो यह है कि पार्टी इन दोनों नेताओं को कब और कितनी सभाओं के लिए भेजती है। खास बात यह है कि भाजपा में सिर्फ सीएम शिवराज सिंह चौहान ही ऐसे नेता हैं, जिनकी सभी इलाकों में बराबर से मांग बनी हुई है।

शह-मात के खेल में सबकुछ जायज
चुनाव कोई भी हो शह-मात के लिए पार्टियां किसी भी स्तर तक चली जाती हैं। इन दिनों मप्र में हो रहे उपचुनाव में भी यह देखा जा रहा है। जहां पार्टियां मैदानी मोर्चे पर एक-दूसरे के खिलाफ आग उगल रही हैं, वहीं शिकायतों का भी दौर चल रहा है। इसी कड़ी में भाजपा ने जोबट उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी महेश पटेल द्वारा असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर मतदाताओं को धमकाने की शिकायत निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में की है। पार्टी के प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी ने बताया कि कांग्रेस उपचुनाव में अपनी हार देखते हुए बौखला गई है। कांग्रेस प्रत्याशी प्रचार के दौरान असंसदीय भाषा का इस्तेमाल कर मतदाताओं को धमका रहे हैं। वे लोगों को यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि वे किसी भी तरीके से चुनाव जीतना चाहते हैं। भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने महेश पटेल के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। पटेल के बयान की सीडी भी निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय को सौंपी है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी सुलोचना रावत के नाम से फेसबुक पर फेक आईडी बनाकर भाजपा सरकार के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री (मीडिया) केके मिश्रा ने कहा कि भाजपा ने जिस वीडियो के आधार पर शिकायत की है, वह दो फरवरी 2021 का है। भाजपा ने झूठी शिकायत की है। शह-मात के खेल में यह तो अभी शुरुआत है। आगे देखिए और क्या-क्या होता है।

दरिया दिल में राजा हैं लाजवाब
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ऐसे राजनेता हैं, जिनकी दरियादिली का आज भी कोई जवाब नहीं है। उनकी दरियादिली तो ऐसी होती है कि इस मामले में पक्ष व विपक्ष तक को नहीं देखते हैं। जनता की बात तो अलग है ही। उनके मुख्यमंत्री रहते न जाने ऐसे कितने लोग हैं, जो भले ही विरोधी रहे हों, लेकिन उनके शादी ब्याह से लेकर बीमारी तक में लाखों की मदद पल भर में करने से पीछे नही रहते थे। अब विपक्ष में हैं तो भी उनकी यह आदत बाखूबी जारी है। ताजा मामला एक छात्र से जुड़ा है। उस छात्र की मुलाकात ट्रेन में राजा से हुई तो पता चला कि उसे पढ़ाई के लिए पेरिस जाना है, सो उसे टीसी व माईग्रेशन की जरुरत है। फिर क्या था राजा ने उसे अपना पर्सनल मोबाइल नंबर देते हुए कह दिया की अगर कोई परेशानी हो तो वो फोन पर वह उन्हें बेझिझक बता सकता है। इसके बाद से उस छात्र की बड़े नेताओं को लेकर बनी छवि ही बदल गई।

चर्चा में बने रहने के लिए कुछ भी करेंगे
 भिंड जिले की पूर्व जनपद अध्यक्ष कांग्रेस नेत्री संजू जाटव के बारे में ख्यात है कि वे चर्चा में बने रहने के लिए कुछ भी कर गुजरती हैं। खासकर चुनावी अवसरों पर। इस बार उन्हें उपुचनाव में मौका मिला है। कांग्रेस प्रत्याशी के प्रचार के लिए वे पृथ्वीपुर में सक्रिय हैं। गतदिनों पृथ्वीपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी नितेंद्र राठौर के लिए प्रचार कर रहीं कांग्रेस नेत्री ने भाजपा प्रत्याशी को बाहरी बताकर चाइना माल से जोड़ दिया है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को कंस मामा कहा है। दरअसल भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर शिशुपाल यादव मूलत: उत्तर प्रदेश के ललितपुर से हैं। इस पर तंज कसते हुए कांग्रेस नेत्री ने भाजपा प्रत्याशी को बाहरी बताया है। लेकिन उन्होंने जिस भाषा का प्रयोग किया है उसे असंसदीय माना जा रहा है। संजू जाटव के इस बयान पर कांग्रेस के नेता भी चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं भाजपा के नेता उन्हें नेता मानते ही नहीं हैं।

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