बिहाइंड द कर्टन/दिग्गी के बाद पीसी आए प्रज्ञा के निशाने पर

  • प्रणव बजाज
प्रज्ञा ठाकुर

दिग्गी के बाद पीसी आए प्रज्ञा के निशाने पर
साध्वी और सासंद प्रज्ञा ठाकुर के निशाने पर अब तक पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ही रहते रहे हैं, लेकिन अब उनके निशाने पर सिंह के चहेते विधायक पीसी शर्मा भी आ गए हैं। उन्होंने अपने बयान में हालांकि उनका पूरा नाम तो नहीं लिया , लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से उन पर निशना साधते हुए कहा कि एक विधायक हैं शर्मा जिनका बुढ़ापा तो आ गया , लेकिन वे अब तक सच बोलना नहीं सीख सके हैं। यही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया की अगर ब्राह्मण कुल में जन्म लिया तो ब्राह्मण बने रहो, अगर रावण बनोगे तो वध करना पड़ेगा। उनका कहना है कि प्रपंच करके थोड़ी बहुत ही शान शौकत दिखा पायोगे। नारी शक्ति को बदनाम करने पर कुदरत ही दंड देगी। दरअसल इन दिनों प्रज्ञा ठाकुर बेहद हमलावर बनी हुई हैं। बताया जाता है कि वे पीसी से दशहरा कार्यक्रम का बीच में ही बहिष्कार करने से बेहद खफा हैं।

और गृहमंत्री को रिपोर्ट के लिए करना पड़ा टीआई को फोन
अगर किसी महिला की शिकायत करने पर एफआईआर दर्ज करने के लिए स्वयं गृहमंत्री को फोन करना पड़े तो प्रदेश में पुलिस की कार्रवाई समझी जा सकती है। अगर वह मामला छेड़छाड़ से संबधित हो तो और भी गंभीर हो जाता है। दरअसल शिक्षा विभाग की एक महिला कर्मचारी अपने ही विभाग के एक अफसर द्वारा आए दिन की जाने वाली छेड़छाड़ से इतनी परेशान हो गई की उसने विभाग में शिकायत कर दी। विभाग ने कार्रवाई करने की जगह जांच के लिए आरोपी अफसर के अधीनस्थ काम करने वाले कर्मचारियों की कमेटी बनाकर ही जांच का जिम्मा सौंप दिया। इस बीच महिला पर शिकायत वापसी के लिए जमकर दबाव बनाया गया। परेशान महिला ने इस मामले में शिकायत की तो पुलिस ने विभाग की जांच रिपोर्ट के अभाव में महिला को चलता कर दिया। पीड़िता जब गृहमंत्री से मिली तो उनके द्वारा तत्काल रिपोर्ट दर्ज करने के लिए थाना प्रभारी को फोन पर निर्देश दिए हैं।

कांग्रेस विधायक आए कानूनी कार्रवाई की जद में
कांग्रेस के लिए उसके विधायक और परिजन ही मुसीबत बनते जा रहे हैं। ऐसे कई माननीय हैं, जिसमें उनके परिजनों के खिलाफ अब तक कई गंभीर मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें एक नया नाम अब श्योपुर के विधायक बाबू जंडेल का भी शामिल हो गया है। दरअसल उनके द्वारा संविधान जलाने का एक बयान हाल ही में दिया गया था। इसके बाद उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दे दिए गए हैं। दरअसल जंडेल ऐसे कांग्रेस विधायक हैं जो पहले भी कई बार विवादास्पद बयान दे चुके हैं। अब उनके खिलाफ राष्ट्र गौरव अपमान निवारण अधिनियम में एफआईआर दर्ज की गई है। इसकी वजह से उनकी मुश्किलें बढ़ना तय है। इसकी वजह से वे अब सफाई देते घूम रहे हैं।

आईएएस हर्षिका सिंह की उपलब्धि
वैसे तो प्रदेश में कई आईएएस अफसर हैं , लेकिन अगर कोई नया अफसर इलाके की जनता के लिए कोई अभिनव प्रयोग या फिर नवाचार करता है तो उसकी प्रशंसा तो होनी ही चाहिए। नई नवेली आईएएस अफसर उन अफसरों में शुमार हो चुकी है, जिनके द्वारा आधी आबादी के लिए कलेक्टर रहते उनका जीवन स्तर सुधारने के लिए किए गए नवाचार को विदेश तक में मान्यता मिली है। उनका इस पर हाल ही में लंदन स्कूल आॅफ इकोनॉमी में एक न्यूज लेटर प्रकाशित हुआ है, जिसमें विस्तार से उनके नवाचार का उल्लेख किया गया है। यह नवाचार उनके द्वारा महिलाओं को शिक्षित करने के प्रयासों को लेकर है। इसके लिए उनके द्वारा ज्ञानालय नामक अभियान चलाया जा रहा है। यह प्रयोग उनके द्वार टीकमगढ़ में चलाने के बाद अब मंडला जैसे जिले में भी चलाया जा रहा है। इसके माध्यम से शिक्षा तो दी ही जाती है साथ ही उनमें आत्म विश्वास पैदा करने के साथ ही अन्य तरह की कुरीतियों को लेकर भी जागृत करने का काम किया जाता है।  

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