
बिच्छू डॉट कॉम। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर शुक्रवार को लगेगा। चंद्रग्रहण सुबह 11 बजकर 34 मिनट में लगेगा और शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। आंशिक चरण का अंत अरुणाचल प्रदेश और असम के चरम उत्तर-पूर्वी हिस्सों से चंद्रोदय के ठीक बाद बहुत कम समय के लिए दिखाई देगा। वहीं अमेरिका, आस्ट्रेलिया, पूर्वी एशिया और उत्तरी यूरोप में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। अंतिम चंद्र ग्रहण IST (भारतीय मानक समय) सुबह 11:34 बजे शुरू होने के लिए तैयार है और शाम 05:33 बजे तक छह घंटे तक चलेगा। आपको बता दें, चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आती है और जब तीनों वस्तुएं संरेखित होती हैं। यह भारत में अरुणाचल प्रदेश और असम के चरम उत्तर-पूर्वी हिस्सों से दिखाई देगा। अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में भी चंद्र ग्रहण का अनुभव होगा। यह चंद्र ग्रहण 2021 का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण होगा।
चंद्र ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं: उपछाया ग्रहण , जब चंद्रमा केवल पृथ्वी के उपछाया को पार करता है; आंशिक ग्रहण, जब चंद्रमा आंशिक रूप से पृथ्वी की छाया की प्रच्छाया (छाया का गर्भ या केंद्र ) में आ जाता है और पूर्ण ग्रहण , जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की छाया की प्रच्छाया में आ जाता है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, 21वीं सदी में पृथ्वी पर कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे। चंद्र ग्रहण साल में अधिकतम तीन बार ही हो सकता है।