
बिच्छू डॉट कॉम। हस्तरेखा में त्रिभुज को संबंधित पर्वत के गुणों में बढ़ोतरी करने वाला माना गया है। लेकिन कुछ विशेष स्थितियों में त्रिभुज का असर नकारात्मक भी हो सकता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि हाथ में त्रिभुज व्यक्ति की जीवन रेखा पर बना हो तो यह दीर्घायु बनाता है। इस तरह के लोग सौ साल तक जीने वाले होते हैं। मस्तिष्क रेखा पर बना त्रिभुज भी अच्छा माना गया है। इस रेखा पर बना त्रिभुज व्यक्ति को बुद्धिमान और कुशल बनाता है। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि हृदय रेखा पर त्रिभुज बना जाए तो ऐसे व्यक्ति का भाग्योदय वृद्धावस्था में होता है। स्वास्थ्य रेखा पर बना त्रिभुज भी व्यक्ति को अच्छा स्वास्थ्य प्रदान करते हुए निरोगी बनाता है। इसी तरह सूर्य पर्वत पर बना त्रिभुज बहुत ही सौभाग्शाली माना गया है। यदि सूर्य पर्वत पर कोई त्रिभुज बनता है तो ऐसा व्यक्ति दुनियाभर में प्रतिष्ठा कमाने वाला होता है। लेकिन यदि त्रिभुज के भीतर भी कोई चिह्न बन रहे हैं तो फिर इसके फल अलग से होंगे। हस्तरेखा विज्ञान के अनुसार यदि त्रिभुज के अंदर कोई क्रॉस का निशान बनता है तो ऐसा व्यक्ति नकारात्मक प्रवृत्ति का होता है और दूसरों को हानि पहुंचाने का प्रयास करता रहता है। इसी तरह यदि त्रिभुज के भीतर कोई तारे का निशान बन जाए तो ऐसा व्यक्ति प्रेम में विफलता और बदनामी दोनों पाता है। इस तरह के लोगों को प्यार में केवल धोखा ही मिलता है।
शनि पर्वत पर त्रिभुज व्यक्ति को तांत्रिक प्रवृत्ति का बनाता है और वह तंत्र-मंत्र में ज्यादा रुचि रखता है। लेकिन शनि पर्वत पर बना त्रिभुज दूषित हो जाए तो इस तरह के लोग ठग और धोखेबाज प्रवृत्ति के हो जाते हैं। बुध पर्वत का त्रिभुज व्यक्ति को व्यक्ति और सफल व्यापारी बनाता है। हालांकि यदि इस पर्वत पर भी त्रिभुज दोषयुक्त हो जाए तो फिर व्यक्ति एकत्र पूंजी को भी ठिकाने लगा देता है। आखिर में ऐसा व्यक्ति दिवालिया हो जाता है और समाज में अपनी प्रतिष्ठा खो बैठता है।