
भोपाल/हरीश फतेहचंदानी/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र भाजपा अभी से अपने चुनावी तैयारियों में लग गई है। इसके लिए पार्टी पूरा फोकस बूथों पर किए हुए हैं। बूथों कों तकनीक से जोड़ने के साथ ही पार्टी अब अपने हर कार्यकर्ता का पूरा गौसवारा रखने जा रही है। इसकी वजह है अब पार्टी के पास अपने हर कार्यकर्ता की जानकारी होगी, जिससे उसे न तो हर बार मंडल और बूथ स्तर की जानकारी जुटानी होगी और न ही अपने कार्यकर्ता की पहचान के लिए परेशान होना होगा। उसे अब पार्टी एक स्मार्ट यूनिक आईडी देने जा रही है। जो उसकी पहचान का काम करेगी। यह काम पार्टी द्वारा शुरू किया जा चुका है।
प्रदेश में भाजपा हर हाल अजेय बनने के लिए 51 प्रतिशत वोट शेयर हासिल करने के लिए वह तमाम तरह के प्रयास कर रही है जो जरूरी है। पार्टी द्वारा किए जाने वाले प्रयासों की पहली परीक्षा अगले साल यानी कि वर्ष 2023 के विधानसभा के चुनावों में हो जाएगी। इसके बाद पार्टी वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों की जीत भी अभी से तय करने के लक्ष्य पर काम कर रही है। दरअसल पार्टी कुशाभाऊ ठाकरे जन्मशती वर्ष में संगठन पर्व के अंतर्गत बूथ विस्तारक योजना पर तेजी से अमल कर रही है। यही वजह है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित सभी पदाधिकारी निर्धारित बूथों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें कर रहे हैं। इसके साथ ही पार्टी द्वारा अपने 65 हजार बूथ के अध्यक्ष, महामंत्री और बूथ एजेंट को विशेष तवज्जो देने की भी तैयारी कर ली गई है। यह वे कार्यकर्ता हैं जो मौके पर मैदानी स्तर पर पार्टी के झंडाबरदार बनकर जीत दर्ज करने में बेहद अहम भूमिका निभाते हैं। यही वजह है कि प्रदेश में बूथ को डिजिटल बनाकर उनका नेतृत्व करने वाले अध्यक्ष, महामंत्री और एजेंट सहित पन्ना प्रमुखों को अलग से विशेष कोड यानी पहचान दी जाएगी। इसका एक फायदा ये भी होगा कि कोड के जरिये पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री भी सीधे संपर्क कर सकेंगे। पार्टी का मानना है कि इससे संगठन में नए कार्यकर्ताओं को अवसर मिल सकेगा और चुनावों में बूथ स्तर पर मजबूती से पार्टी की जीत आसान होगी। इस कवायद से पार्टी को उम्मीद है कि वह प्रदेश के कोने-कोने में हर वर्ग और तबके तक अपनी मजबूत पकड़ कर सकेगी।
इस तरह की जानकारी होगी कार्ड में
बूथ के तीन पदाधिकारियों अध्यक्ष, महामंत्री, और बीएलए, जिन्हें संगठन में त्रिदेव की संज्ञा दी गई है, उन्हें संपदा स्मार्ट कार्ड दिया जाएगा। इस पर यूनिक नंबर के साथ पूरा परिचय होगा। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा के मुताबिक पन्ना प्रमुखों को भी विशिष्ट पहचान पत्र मिलेगा। पार्टी में इन दिनों जारी बूथ विस्तारक योजना के तहत बूथ समिति का अंकन रजिस्टर और संगठन एप में कर रहे हैं। इसमें बूथ समिति, बूथ अध्यक्ष, बूथ महामंत्री और बीएलए सहित पूरी समिति और पन्ना प्रमुख पन्ना समिति के साथ ही उन मतदाताओं के नाम भी दर्ज कर रहे हैं, जो पार्टी के साथ रहे हैं। ये जानकारियां एप पर भी फीड की जा रही हैं।
20 जनवरी से चल रहा है अभियान
प्रदेश में बूथ विस्तारक अभियान पार्टी द्वारा बीते आठ दिनों से चलाया जा रहा है। इस अभियान की शुरुआत 20 जनवरी को की गई थी। यह पूरा अभियान पूरे एक माह तक लगातार जारी रहेगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पार्टी के करीब 20 हजार कार्यकर्ता बूथ विस्तारक के रूप में काम कर रहे हैं।
दिया जा रहा अमित शाह के पन्ना प्रमुख होने का उदाहरण
संगठन के नेताओं द्वारा बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं की बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के पन्ना प्रमुख होने का उदाहरण दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि वे अहमदाबाद में एक विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के पन्ना प्रमुख हैं। इस उदाहरण के साथ पदाधिकारी बैठकों में कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर दायित्व का महत्व समझा कर प्रेरित करने का काम किया जा रहा है। इस दौरान बूथ समिति के सदस्यों से बूथ की भौगोलिक एवं सामाजिक परिस्थितियों का भी पूरा ब्यौरा लिया जा रहा है। इसके साथ ही हितग्राहियों से केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं पर भी संवाद भी किया जा रहा है।
महत्व देने की यह बता रहे वजह
भाजपा पिछले कुछ वर्षों में वृहद स्तर पर सदस्यता अभियानों के बाद खुद को विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल होने का दावा करती रही है। इसका श्रेय भाजपा अपने लाखों कार्यकर्ताओं को देती है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें अलग से विशेष पहचान नहीं मिल पा रही थी। प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा कहते हैं कि पर्दे के पीछे रहकर विचारधारा के लिए बूथ पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं के कारण ही हम मजबूत हैं। आज पंच से प्रधानमंत्री तक ऐसा कोई पद नहीं है जहां भाजपा नहीं है। हमारा नेतृत्व गरीब घर से निकला है। बूथ पर काम करने वाला बूथ अध्यक्ष भी यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश का गृहमंत्री बन सकता है।