
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में लोक निर्माण विभाग के अफसरों की वजह से विभाग की छीछालेदर होना आम बात है। इसकी वजह हैं सहायक यंत्री प्रवीण शर्मा जैसे अधिकारी। लोक निर्माण विभाग संभाग-एक भोपाल में सहायक यंत्री प्रवीण शर्मा बीते 10 सालों से एक ही जगह एक ही पद पर जमे हुए हैं। लेकिन उनका कोई बाल भी बांका नहीं कर पा रहा है। कहते हैं कि लोनिवि की इस सदा सुहागिन को भगवान श्रीराम के गुरु महर्षि वशिष्ठ का खास आशीर्वाद प्राप्त हैं। यानी महर्षि की मेहरबानी से शर्मा अब विभाग में अंगद का पैर बन चुके हैं। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सहायक यंत्री प्रवीण शर्मा भोपाल में प्रभारी कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग संधारण संभाग नंबर 1 में उपयंत्री के रूप में वर्षों रहे। सहायक यंत्री की पदोन्नति के उपरांत कुछ समय के लिए बाहर गए। उसके बाद 2011 से आज दिनांक तक अंगद की तरह जमे हुए हैं। शर्मा पहले एसडीओ सिटी-3 उसके उपरांत एसडीओ सिटी-2 फिर सिटी-2 से प्रभारी कार्यपालन यंत्री के रूप में 2018 से आज दिनांक तक संभाग नंबर-1 में जमे हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री के करीबी की इन पर कृपा है। इसलिए इनका सरकार भी तबादला नही कर पा रही है। खास बात यह है कि प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद भी इनकी पदस्थापना पर कोई असर नहीं हुआ।
मातहतों के माध्यम से जमाई चौसर
सहायक यंत्री प्रवीण शर्मा अपनी चौसर के साथ ही विभाग में मातहतों की ऐसी चौसर जमाई है कि उनकी मर्जी के बगैर पत्ता भी नहीं हिलता है। जानकारी के अनुसार दो मातहत श्रमिक जो उप संभाग क्रमांक-2 में प्रोफेसर कॉलोनी शाखा में श्रमिक के रूप में कार्यरत हैं। इनमें से एक मातहत अपनी पत्नी के नाम से ठेकेदारी करता है। इन दोनों के नाम पर खुला खेल फरुखाबादी चल रहा है। उसके द्वारा फिलहाल 50 प्रतिशत विलो एसओआर पर कार्य किया जा रहा है। जिसमें गंभीर अनियमितताओं की बात कही जा रही है। संभाग में करोड़ों की पुताई की जाती है। यही नहीं अपने चेहते अपने समय के आडीटर को इनके द्वारा बड़े बाबू का इंचार्ज बनाया गया है। इसके साथ ही वर्षों से वही आडीटर अपनी कुर्सी पर जमे हैं, जो उनकी मर्जी के हिसाब से ही काम करते हैं। प्रवीण शर्मा के खिलाफ लगातार शिकायतें बढ़ रही हैं।