- प्रणव बजाज

पटेल के हाथ लगा अलादीन का चिराग !
लगता है कि शिव सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल के हाथ कोई अलादीन का चिराग लग गया है। इस तरह की चर्चा की वजह है उनका वह दावा जो उनके द्वारा गरीबी और बेरोजगारी को लेकर किया गया है। उनका दावा है कि अगले पांच साल में प्रदेश व देश से बेरोजगारी और गरीबी खत्म हो जाएगी। इस दावे को हकीकत में बदलने की वजह वे बताते हैं कि जैविक खेती का मॉडल अपना कर कृषि को लाभ का धंधा बना देंगे। किसान खुद अपने उत्पाद की ब्रांडिंग कर एमआरपी तय करेंगे। खुद बड़े किसान पटेल शायद यह भूल गए कि केन्द्र व राज्य में उनकी सरकार होने के बाद भी प्रदेश में फसल लागत में तेजी से वृद्धि हो रही है और सरकार गुणवत्ता वाला बीज तक किसानों को नहीं दे पा रही है। ऐसे में कृषि लाभ का धंधा बनने की बजाय नुकसान का धंधा बनती जा रही है।
एक पखवाड़े की और मिली मोहलत
प्रदेश के दौरे पर अगले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आ रहे हैं। उनके आगमन की तैयारियों की वजह से शिव सरकार ने प्रदेश में संभावित आईएएस अफसरों के तबादलों को कुछ दिनों के लिए टाल दिया है। माना जा रहा है कि मोदी के दौरे के बाद प्रदेश में इस संवर्ग के अफसरों के बड़े पैमाने पर तबादले किए जाएंगे। इन तबादलों की वजह है प्रदेश में होने जा रहे पंचायत चुनाव। दरअसल पंचायत चुनाव की वजह से ग्रामीण क्षेत्र को ध्यान में रखकर ही अब प्रशासनिक सर्जरी की जाएगी। हालांकि पहले माना जा रहा था कि 8 नवंबर को कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस के बाद तबादले होंगे, लेकिन फिलहाल यह कांफ्रेंस स्थगित कर दी गई है। गौरतलब है कि प्रदेश में दो दर्जन से ज्यादा वरिष्ठ पद अभी प्रभार में चल रहे हैं, इस कारण इन पदों पर पदस्थापनाएं की जाना है। इसी तरह से सचिव स्तर के अफसरों की कमी के कारण अनेक वरिष्ठ पदों पर जूनियर आईएएस पदस्थ हैं। इस कारण इनकी पदस्थापना में भी फेरबदल किया जाना ह
शिवराज फिर बने चुनाव जीतने की गारंटी
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के ऐसे नेता बन चुके हैँ , जिनके मैदानी मोर्चा संभालने के बाद मान लिया जाता है कि अब भाजपा के चुनाव जीतने की गारंटी है। यही वजह है कि हाल ही में सम्पन्न हुए उपचुनावों में मप्र ऐसा दूसरा राज्य बनकर उभरा है , जहां पर भाजपा के लिए सबसे सुखद परिणाम आए हैं। भाजपा ने चार में से तीन सीटों पर मप्र में जीत हासिल की है। इस जीत से यह भी तय हो गया है कि लगातार प्रदेश में डेढ़ दशक से अधिक समय तक भाजपा की शिव सरकार होने के बाद भी एंटी इनकंबेंसी के हालात नहीं बने हैं। खास बात यह है कि इन चुनावों में कांग्रेस के महंगाई के मुद्दे को भी जनता ने नकार दिया है। खास बात यह है कि भाजपा के पक्ष में परिणाम तब आए हैं जबकि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी उछाल बना हुआ था और महंगाई से आम जनता त्रस्त है। इन परिणामों से एक बार फिर जनता ने शिवराज के चौथे कार्यकाल की योजनाओं पर संतुष्टि की मुहर भी लग गई है।
दिग्विजय का मोदी पर तंज
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने अब प्रदेश सरकार व संघ को छोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा है कि अगर उन्हें एक बार और प्रधानमंत्री बनने का मौका मिलता है तो उनके द्वारा यदि संविधान को भी बदल दिया जाए तो उन्हें कोई आश्चर्य नहीं होगा। उन्होंने अपने ट्वीट के माध्यम से यह तंज कसा है। उनके द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा की टिप्पणी के परिप्रेक्ष्य में लिखा है, यशवंत सिन्हा जी, यह तो केवल एक शुरुआत है। प्रथम विश्व युद्ध में हिटलर कार्पोरल (सेना में कनिष्ट अधिकारी) था और बाद में उन्होंने स्वयं को जर्मनी सेना का कमांडर इन चीफ घोषित कर दिया था। यदि मोदी जी संसद में एक और कार्यकाल मिलने पर संविधान परिवर्तित कर स्वयं को राष्ट्र का स्थायी प्रमुख घोषित कर दें, तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा। दरअसल श्री मोदी के दीपावली पर्व सेना के जवानों के बीच मनाने के दौरान सेना की गणवेश जैसे वस्त्र पहनने पर कुछ नेता उन पर एक दो दिन से निशाना साध रहे हैं।