प्रदेश के सभी थानों से कसी जा सकेगी साइबर अपराधों पर नकेल

साइबर अपराधों

भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश पुलिस ने अब साइबर अपराधियों पर नकेल कसने की लगभग पूरी तैयारी कर ली है। इसके लिए अब हर थाने में अलग से साइबर सेल गठित करने का फैसला कर लिया है। दरअसल इन दिनों साइबर अपराधों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
इससे इस तरह के अपराधों पर अंकुश लगाने में न केवल मदद मिलेगी बल्कि पीड़ितों को समय पर मदद मिल सकेगी। दरअसल बैंक खातों से आनलाइन लेनेदेन शुरू होने के बाद से साइबर अपराधों में तेजी से वृद्धि हो रही है। इस तरह के अपराधों में और तेजी से वृद्धि में बीते दो सालों में और बढ़ोत्तरी तब हुई जब कोरोना संक्रमण के समय लॉकडाउन के समय लोगों द्वारा लगभग सभी लेनदेन आॅनलाइन कर रहे थे। यह वह समय था जब प्रदेश के साथ ही देश में सबकुछ ठप्प होने की वजह से सिर्फ मोबाइल और लैपटाप से चल रहा था। इसी मोबाइल और लैपटाप का उपयोग बढ़ने की वजह से साइबर अपराधों में तेजी से वृद्धि हुई है। दरअसल इसकी वजह यह भी है कि बड़ी संख्या में लोगों को तकनीक की पूरी जानकारी नहीं है। लिहाजा ठगी करने वालों ने घरों पर ही रहकर ठगी का काम शुरू कर दिया। यह लोग कई तरह से लोगों को फोन कर ओटीपी पूछ लेते हैं और उसके बाद लोगों के खातों से राशि निकाल ली जाती है। यह दौर कोरोना काल से शुरू होने के बाद अब भी अनवरत जारी है। इसी तरह से गूगल पर गलत जानकारी देकर लोगों को लालच देकर उनके साथ ठगी किए जाने का भी दौर चल रहा है। इसकी वजह से साइबर अपराध से संबंधित मामलों में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। फिलहाल यह स्थिति यह है कि प्रदेश के सभी जिलों में साइबर थाने तक नहीं हैं और इनकी जांच करने के एक्सपर्ट भी पुलिसकर्मी भी अमले में नही हैं। यही वजह है कि अब साइबर अपराधों की रोकथाम और अपराधिकयों पर नकेल कसने के लिए अब प्रदेश के सभी थानों में साइबर सेल गठित करने का फैसला किया गया है। अभी तो हालात यह हैं कि थानों में पदस्थ अमले को साइबर अपराधों के बारे में जानकारी ही नहीं रहती है। इसकी वजह से जब इस तरह के अपराधों का शिकारर पीड़ित जब थाने जाकर एफआईआर दर्ज कराने के लिए जाता है तो थानों में उसे सायबर थाने जाने की सलाह देकर चलता कर दिया जाता है। इसकी वजह से पीड़ित परेशान होते रहते हैं, जिसकी वजह से उन्हें तय समय में एफआईआर नहीं होने की वजह से 24 घंटे में राशि लौटाने की सुविधा का फायदे से भी वंचित होना पड़ जाता है।
गठित की जाएंगी हर थाने में टीम
राज्य साइबर मुख्यालय द्वारा प्रत्येक थानों में फाइबर की टीम का गठन किया जाएगा। इसके लिए संबंधित थानों में ही तैनात कुछ पुलिसकर्मियों का चयन कर उन्हें ऐसे मामलों की जांच के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इनमें भी खासतौर पर उन पुलिसकर्मियों का चयन किया जाएगा जो नई भर्ती के होंगे। इसकी वजह है वे नई तकनीक सीखने में आगे रहते हैं और वह विभाग को ज्यादा समय तक सेवाएं भी दे पाएंगे।
सीधे एसपी को की जाएगी रिपोर्ट
थानों में गठित साइबर टीम सीधे संबंधित जिलों के एसपी को रिपोर्ट करेगी। इसके साथ ही जल्द ही सभी जिलों में साइबर लैब खोलने की भी योजना तैयार की जा रही है। इसके लिए पहले चरण में 13 जिलों का चयन किया गया है। यह काम अगले माह में पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। साइबर लैब में एक उप निरीक्षक और एक आरक्षक की नियुक्ति भी राज्य साइबर सेल से की ओर से जाएगी। इसके लिए उन्हें भी भोपाल में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

Related Articles