
भोपाल/प्रणव बजाज/बिच्छू डॉट कॉम। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन दिनों भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा को लेकर आक्रमक रवैया अपनाए हुए हैं। वे बीते एक माह में तीन बार पन्ना इलाके में हो रहे अवैध रेत उत्खनन के मामले को पूरे जोर शोर से उठा चुके हैं। इसकी वजह से सवाल खड़ा होने लगा है कि आखिर ऐसा क्या है कि वीडी शर्मा इन दिनों दिग्विजय के टारगेट पर बने हुए हैं। राजनैतिक पंडित अब इसकी वजह तलाशने में लगे हुए हैं। दरअसल बीते रोज एक बार फिर दिग्विजय ने वीडी के संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाले पन्ना जिले में हो रहे अवैध रेत उत्खनन के मामले में मोर्चा खोलते हुए लिखित शिकायत लोकायुक्त पुलिस से की है। इस शिकायत में वीडी के अलावा प्रदेश के खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह को भी निशाना बनाया गया है।
इस लिखित शिकायत में कहा गया है कि मंत्री सिंह के गृह क्षेत्र पन्ना में रेत का अवैध उत्खनन चल रहा है। इससे सरकार को करोड़ों रुपए की रायल्टी का नुकसान हो रहा है। अवैध रेत खनन में जिला कलेक्टर, खनिज अधिकारी और भाजपा के बड़े-बड़े नेता भी हिस्सेदार हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय द्वारा लोकायुक्त जस्टिस एनके गुप्ता से की गई शिकायत के साथ 570 पेज के दस्तावेज भी सौंपे गए हैं। लोकायुक्त ने इस मामले में उन्हें जांच का आश्वासन भी दिया है। सिंह ने यह शिकायत बीते दिनों लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर की है। इसके बाद सिंह ने मीडिया से चर्चा में कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा की भी अवैध रेत खनन मामले को लेकर सहमति की शिकायतें मेरे पास आई हैं। पूर्व सीएम ने लोकायुक्त से इस मामले में करोड़ों रुपए की रेत चोरी और अवैध खनन पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जो राजनेता रेत माफिया रसमीत सिंह मल्होत्रा को पनाह दे रहे हैं, उनके गठजोड़ की भी जांच होना चाहिए। सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के कई गांवों में रेत माफिया सक्रिय हैं। जिला प्रशासन और खनिज अधिकारी के साथ भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा और खनिज मंत्री के संरक्षण में अवैध खनन को बढ़ावा दिया जा रहा है।
जिन गांवों में रेत का कारोबार चल रहा है, वे सभी उत्तरप्रदेश के कर्बी और बांदा जिलों से लगे हैं। रेत माफिया एमपी से रेत निकालकर दोनों राज्यों में बेच रहे हैं। सिंह ने कहा कि यह कारोबार मल्होत्रा द्वारा किया जा रहा है। मल्होत्रा पर उत्तरप्रदेश के फतेहपुर जिले के कलेक्टर ने 17 करोड़ रुपए की रिकवरी का पत्र होशंगाबाद कलेक्टर को भेजा था। रसमीत हरियाणा में भी रेत खनन का काम कर रहा था। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री चौटाला के रिश्तेदारों ने भी धोखाधड़ी की एक एफआईआर दर्ज कराई है।
सरकार भी कर चुके है पहले हमला
सिंह पहले भी अवैध रेत उत्खनन के मामले में सरकार पर हमला करते रहे हैं । उनके द्वारा इसी साल फरवरी में आरोप लगाया गया था कि प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन करने वाले लोग शासन, प्रशासन, विधायक, मंत्रियों व मुख्यमंत्री को हिस्सा देते हैं। क्योंकि यह उनका काम है। पैसे भी लेते हो और कार्रवाई भी करते हो। ऐसे में हमला होना तो तय है। सब मिलीभगत है। यह बात आरोप उनके द्वारा ग्वालियर में मीडिया से बात करते हुए लगाए गए थे। तब उन्होंने कहा था कि प्रशासन चाहे तो एक दिन में अवैध उत्खनन को बंद करा सकता है। पर अवैध रेत का उत्खनन करने वालों का हिस्सा प्रशासन, शासन, विधायक, मंत्री व मुख्यमंत्री तक जाता है। उनका कहना था कि यह भी ठीक है कि आप हिस्सा लेते हो और उसके बाद कार्रवाई करते हो। यह उनका रोजगार है और पैसा लेकर कार्रवाई करोगे तो वो हमला भी करेंगे। दरअसल उनके द्वारा यह आरोप एक तब एक दिन पहले ग्वालियर के पुरानी छावनी थाना पुलिस ने चंबल से अवैध उत्खनन कर रेत का परिवहन करने वालों पर पुलिस ने कार्रवाई के लिए घेराबंदी की थी। इस घेराबंदी के दौरान रेत माफिया ने पुलिस पर पथराव व फायरिंग शुरू कर थाना प्रभारी सुधीर सिंह को घेर कर ट्रैक्टर से कुचलने का प्रयास किया गया था। इसके बाद लगाए गए थे।