
भोपाल/रवि खरे/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ऐसे पहले महामहिम हैं जो सरकार की रिपोर्ट पर भरोसा करने की जगह स्वयं अपने स्तर पर सरकारी योजनाओं की हकीकत पर रिपोर्ट तैयार करवा रहे हैं। खास बात यह है कि इस रिपोर्ट को तैयार कराने से पहले खुद उनके द्वारा राज्य के दूरदराज के इलाकों में स्थित अंदरूनी गांवों का दौरा किया जा रहा है। उनके द्वारा बीते तीन माह में करीब इस तरह के 20 गांवों का दौरा कर वहां पर चौपाल लगाई जा चुकी है। इस दौरान उनके द्वारा ग्रामीणों से सरकारी कामकाज और विकास योजनाओं का पूरा फीडबैक लिया है। महामहिम की इस सक्रियता की वजह से आदिवासी बहुल जिलों के अधिकारी भी भौंचक और परेशान बने हुए हैं। दरअसल बताया जा रहा है कि उनके द्वारा केंद्रीय व राज्य सरकार की योजनाओं की जमीनी स्तर पर वास्तविक क्या स्थिति है और आदिवासियों के जीवन पर इनका कितना असर हुआ है, इसको लेकर उनके स्तर पर अपनी समीक्षात्मक रिपोर्ट तैयार करवाई जा रही है। वे इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी चर्चा कर चुके हैं। माना जा रहा है कि उनकी केंद्र और राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर तैयार यह रिपोर्ट केंद्र सरकार को दी जाएगी।
दो योजनाओं पर है पूरा फोकस
महामहिम की यह रिपोर्ट पूरी तरह से आदिवासियों की शिक्षा व स्वास्थ्य के आधार पर तैयार करवाई जा रही है। इसके अलावा अन्य जिन विषयों को इसमें शामिल किया जा रहा है उनमें कृषि और रोजगार से जुड़ी योजनाएं शामिल हैं। गौरतलब है कि महामहिम पटेल गुजरात में जब नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्रित्व काल में लगभग 11 सालों तक मंत्री रह चुके हैं। उस समय उनके द्वारा आदिवासी इलाकों में काफी काम किया। अगर राजभवन सूत्रों की माने तो आदिवासी जिलों को लेकर राज्यपाल विशेष संवेदनशील रहते हैं। उनका एक जिले का दौरा पूरा भी नहीं हो पाता है और अगले प्रवास की तैयारी शुरू हो जाती है।
खुद ही करते हैं गांवों का चयन
महामहिम के दौरे के लिए जिला प्रशासन द्वारा करीब आधा दर्जन गांवों की सूची भेजी जाती है उनमें से किन्हीं एक-दो गांवों का वे खुद चयन करने के बाद वहां जाते हैं। इस दौरान वे बेहद आत्मीयता से आदिवासी परिवारों के बीच पहुंचकर बात करते हैं। हाल ही में वे डिंडोरी जिले के एक गांव गए तो खाट पर बैठकर ही चौपाल लगा ली। वहां उन्होंने संरक्षित बैगा जनजाति के लोगों के साथ काफी समय तक बैठकर बात की। यही नहीं उनके द्वारा उनके साथ बैठकर भोजन भी किया गया।