बिहाइंड द कर्टन/सिंधिया दिखाएगें दम

  • प्रणव बजाज
 ज्योतिरादित्य सिंधिया

सिंधिया दिखाएगें दम
कां ग्रेस के बाद अब भाजपा में भी लगातार अपनी ताकत का अहसास कराने वाले केंद्रीय नागरिक एवं उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (भाई साब) ने अब अपने इलाके में पकड़ मजबूत करने के लिए सक्रियता और बढ़ा दी है। केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद पहला मौका है जब वे अपने गृह नगर ग्वालियर में तीन दिन के दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान उनका अधिकृत कार्यक्रम तो विकास विकास कार्यों की समीक्षा का है, लेकिन वे इस दौरान अपनी ताकत का भी अहसास कराने जा रहे हैं। उनके आगमन में एक रोड शो भी प्रस्तावित है। यही वजह है कि ऐसा पहली बार हो रहा है कि उनके आगमन की तैयारी को लेकर प्रभारी मंत्री को पूरे एक हफ्ता डेरा डालना पड़ा हो। उनकी तैयारियों  को लेकर ग्वालियर के प्रभारी जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ग्वालियर मे ही जमे हुए हैं। भाई साब 22 को आएंगे और 24 सितंबर तक ग्वालियर में ही रहेंगे। इस बहाने वे इलाके में अपनी पकड़ का संदेश देने का भी काम करेगें।

अब लक्ष्मण ने चला दांव
पहले बड़े भाई और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के आदिवासी मंत्री विजय शाह के बहाने भाजपा को घेरने का दांव चला था और अब उनके छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने भी दांव चला है। खास बात यह है कि दिग्विजय ने आदिवासी समाज तो अब उनके अनुज ने पिछड़े वर्ग की नेता उमा भारती के बहाने नया दांव चला है। वह भी तब जबकि प्रदेश में आदिवासी और पिछड़े वर्ग को सांधने की कवायद भाजपा सरकार द्वारा पूरी तरह से की जा रही है। उनके इस मामले में बयान के बाद से सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। उमा भारती ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अगले साल 15 जनवरी तक मप्र में शराबबंदी करवा कर रहूंगी। यदि फिर भी लोग नहीं माने तो सड़क पर उतर जाऊंगी।  कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने उन्हें समर्थन देते हुए कहा है कि वे भी उनके साथ इस मुहिम में लट्ठ लेकर आपके साथ चलने को तैयार हूं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि शराबबंदी पर राजनीति फिर शुरू हो गई है,लोगों का असफलताओं से ध्यान हटाने वाली! अच्छा होगा अगर नेतागण भू माफिया के विरुद्ध मोर्चा खोलें। मैं लट्ठ लेकर आपके साथ चलने को तैयार हूं और लाखों गरीब भी साथ हो जायेंगे। क्या आप तैयार हैं? यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस विधायक ने बीजेपी को सपोर्ट किया हो, इसके पहले भी वे कई बार भाजपा नेताओं और सरकार के फैसलों का खुलकर समर्थन कर चुके है।

फोटो से पता चला कहां हैं सांसद
भोपाल से सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर कब कहां रहती हैं, कम ही लोगों को पता चल पाता है। लेकिन जब भी पता चलता है तो उसकी वजह होती है मीडिया में बनने वाली उनको लेकर सुर्खियां। वे अपनी बेबाकी के लिए जानी जाती हैं। वे कब कहां और क्या करने वाली हैं कोई नहीं बता सकता है। वे हाल ही में वायरल संक्रमण के चलते राजधानी के ही एक अस्पताल में गई थीं, जहां पर उन्हें भर्ती कर लिया गया। इलाज के दौरान जब उन्हें पता चला कि इसी अस्पताल में पार्टी के प्रभावी नेताजी की सासुजी भी इलाज के लिए भर्ती हैं , सो उनका हालचाल लेने के लिए वे पहुंच गई। इसका एक फोटो जब उनके द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल कराया गया तब लोगों को पता चला कि उनकी सांसद इन दिनों बीमार हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। दरअसल बीमारियों के चलते उन्हें अचानक हर कभी इलाज के लिए अस्पताल जाना ही पड़ता है।

नहीं हो पा रही संभागायुक्त की तलाश पूरी
वैसे तो प्रदेश में ऐसे कई महत्वपूर्ण पद हैं जो लंबे समय से रिक्त चल रहे हैं, लेकिन अगर प्रशासनिक रुप से बेहद महत्वपूर्ण पद ही नहीं भरे तो चर्चा तो होगी और सवाल भी खड़े होंगे। जी हां यह पद है संभागायुक्त का। सरकार बीते आठ माह से एक ऐसे अफसर की तलाश नहीं कर पा रही है, जिसे चंबल संभाग का कमिश्नर बनाया जा सके। यह हाल तब है जबकि प्रदेश में ऐसे कई अफसर हैं , जिनके पास नाम के लिए ही काम है। कहा तो यह जा रहा है कि सरकार ही नहीं चाहती है कि इस पद पर किसी की पदस्थापना की जाए। ऐसा ही हाल आईपीएस कैडर के डीआईजी के मैदानी पदों की भी बनी हुई है। कई अफसर ऐसे हैं जो अब मंत्रालय से बाहर जाकर कमिश्नरी करना चाहते हैं लेकिन सरकार उन्हें भेज नहीं रही है, जबकि मैदान में पदस्थ एक इस पद के अफसर मैदान में रहना नहीं चाहते, लेकिन सरकार है कि उन्हें हटा ही नहीं रही है। यह तो वैसे ही हाल हो गए हैं कि जो पाना चाह रहा उसे मिल नहीं रहा, जिसकी इच्छा है नहीं उसे दिया जा रहा है।

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