
बिच्छू डॉट कॉम। एक ओर तालिबान कह रहा है कि वह महिलाओं के अधिकार का सम्मान करता है वहीं दूसरी ओर 17 अगस्त को तालिबान के लड़ाकों ने बुर्का न पहनने पर एक महिला को मार डाला है। न्यूयॉर्क पोस्ट ने बताया है कि तखर प्रांत में एक महिला को सावर्जनिक रूप से सिर न ढके रहने के कारण मार दिया गया है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि महिला की बॉडी खून से लथपथ पड़ी थी और उसके परिवार वाले उसके पास रो रहे थे। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि तालिबान, अफगानिस्तान पर किस तरह से अपनी पकड़ मजबूत करना चाहता है। इसी दिन तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम शरिया कानून के तहत महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करेंगे।
तालिबान ने काबुल पर कब्जा करने के साथ ही पश्चिमी कपड़ों में महिलाओं के विज्ञापन को उजले रंग से पोत दिया था। तालिबान के डर से अफगानिस्तान में पुरुष भी जींस और टी-शर्ट के बदले पारंपरिक कपड़ों में देखे जा रहे हैं। तालिबान के सत्ता में आते ही महिलाओं की आफत आ गई है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि तालिबान लड़ाके जबरन महिलाओं और बच्चियों से शादी कर रहे हैं। ये लड़ाके महिलाओं के साथ मारपीट कर रहे हैं। पिछली बार जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्ज़ा किया था तो उसने महिलाओं को पढ़ाई करने और काम करने पर रोक लगा दिया था। इतना ही नहीं महिलाओं को अकेले घर से बाहर निकलने तक पर रोक लगा दिया गया था। और तालिबान फिर से उसी रास्ते पर जाता दिख रहा है।