
बिच्छू डॉट कॉम। आज बढ़ता मोटापा ज्यादातर लोगों के लिए परेशानी की सबसे बड़ी वजह बना हुआ है। पर क्या आप जानते हैं आपके बढ़ते मोटापे का कारण गलत खान-पान ही नहीं बल्कि आपके असंतुलित हार्मोन्स भी हो सकते हैं। जी हां, आपकी भूख, नींद, सेक्स लाइफ से लेकर मूड और मोटापा तक हार्मोन्स से प्रभावित होते हैं। हार्मोन्स असंतुलन के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें प्यूबर्टी, प्रेग्नेंसी, कुछ दवाओं का सेवन मुख्य वजहें हैं। हार्मोन्स के असंतुलित होने की वजह से शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ने से साथ-साथ वेट गेन की समस्या भी हो सकती है।
थायरॉइड हार्मोन्स
थायरॉयड ग्लैंड्स का काम टी3, टी4 और कैल्सिटोनिन हार्मोन्स प्रोड्यूस करना होता है। ये हार्मोन्स बॉडी का मेटाबॉलिज्म मेंटेन करते हैं। अगर शरीर में इन हार्मोन्स का स्राव कम होता है, तो आप हाइपोथायरॉइडज़म का शिकार हो सकते हैं, जिसका सीधा संबंध वजन बढ़ने से होता है।
कैसे करें कंट्रोल
-नियमित रूप से थायरॉयड का टेस्ट कराकर डॉक्टर की सलाह लेते रहें।
-कच्ची सब्जियां खाने से परहेज करें। पकी हुई सब्जी ही खाएं।
-आयोडाइज्ड नमक का ही इस्तेमाल करें।
-अपने डाइट में जिंक शामिल करें। इसके लिए ज़िंक के अच्छे स्रोत ऑयस्टर और कद्दू के बीज का सेवन कर सकते हैं।
-फिश ऑयल का सेवन करें। विटामिन डी सप्लीमेंट्स लें।
इंसुलिन
इंसुनिल पैनक्रियाज से स्रावित होने वाला हार्मोन है, जिसका काम ग्लूकोज को कोशिकाओं तक पहुंचाना है। यही ग्लूकोज शरीर को एनर्जी देने का काम करता है। लेकिन शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम होने पर शरीर में काम करने की एनर्जी नहीं रहती। इससे शरीर का ब्लड शुगर लेवल प्रभावित होकर वेट गेन होने लगता है।
कैसे करें कंट्रोल
-समय-समय पर ब्लड शुगर लेवल चेक करवाकर अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
बैलेंस डाइट को अपने रूटिन का हिस्सा बनाकर उसमें लो कार्ब डाइट शामिल करने की कोशिश करें।
-तनाव से दूर रहें।
-शराब-सिगरेट से परहेज करें।
-8 घंटे की नींद जरूर लें। कम सोने से हार्मोन्स का बैलेंस गड़बड़ा सकता है। जिसका सीधा असर इंसुलिन लेवल पर पड़ता है।
टेस्टोस्टेरॉन
आमतौर पर टेस्टोस्टेरॉन को मेल हार्मोन समझा जाता है, लेकिन महिलाओं के शरीर में भी इसका स्राव होता है। टेस्टोस्टेरोन व्यक्ति के शरीर में सेक्स की इच्छा,फैट बर्न,हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। हालांकि कई बार बढ़ती उम्र, स्ट्रेस आदि कारणों से टेस्टोस्टेरोन का लेवल कम होने लगता है, जिससे मोटापा बढ़ता है।
क्या करें?
-डॉक्टर से पूछकर टेस्टोस्टेरोन लेवल की जांच करवाएं।
-अपनी डाइट में फ्लैक्स सीड, पंपकिन सीड्स, साबुत अनाज आदि हाई फाइबर वाली चीजें शामिल करें। ऐसा करने से वेट लॉस में मदद मिलेगी।
-नियमित एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज करने से टेस्टोस्टेरोन लेवल में सुधार होने के साथ मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होगा।