बिहाइंड द कर्टन/सिंधिया के मुकाबले जेवी को जिम्मेदारी दिए जाने की वकालत

सिंधिया
  • प्रणव बजाज


सिंधिया के मुकाबले जेवी को जिम्मेदारी दिए जाने की वकालत

प्र देश में आगामी एक लोकसभा और तीन विधानसभा उपचुनाव और 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में युवा नेतृत्व देने की मांग जोर पकड़ने लगी है। हाल ही में कांग्रेस के विधायक लक्ष्मण सिंह ने ग्वालियर चंबल में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव को कम करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह (जेवी) को बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि यदि पार्टी को ग्वालियर चंबल संभाग में पार्टी को मजबूत बनाना है तो सिंधिया के मुकाबले जयवर्धन सिंह पार्टी का चेहरा हो सकते हैं। युवाओं को ज्यादा से ज्यादा मौका दिया जाना चाहिए। यही नहीं उन्होंने कहा कि पार्टी में पहले से मौजूद चार कार्यकारी अध्यक्षों की संख्या भी छह किए जाने की मांग की है। बता दें कि पूर्व में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस का युवा चेहरा हुआ करते थे। उनके कांग्रेस में रहते पार्टी ग्वालियर-चंबल की ज्यादा सीटें जीतने में सफल रही थी।

मंत्री विजय शाह बने भाजपा में नई संस्कृति के पोषक
प्रदेश के वन मंत्री एवं सतना जिले के प्रभारी मंत्री विजय शाह की नई संस्कृति ‘इंद्राहार’ (मटन-मुर्गा पार्टी) की चर्चाएं जोरों पर है। वहीं पिछली कांग्रेस सरकार में जब तत्कालीन महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने पोषण आहार में अंडा देने की योजना बनाई थी तब बवाल मच गया था और भाजपा ने इसे मुद्दा बना लिया था। अब सत्ताधारी भाजपा के वन मंत्री विजय शाह इस तरह की नई संस्कृति के पोषक बने हैं। सतना जिले के दौरे पर पहुंचे शाह के इंद्राहार को लेकर संघ भी आहत है। दरअसल अनुशासित कही जाने वाली भाजपा की यह संस्कृति नहीं रही है, जिसे मंत्री विजय शाह पोषित कर रहे हैं। उनके इस आयोजन में सांसद, विधायक एवं पार्टी के जिला अध्यक्ष भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने भी इंद्राहार का लुफ्त उठाया। बता दें कि मंत्री विजय शाह हमेशा ही अपने कारनामों और अजीबोगरीब बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं।

राजनीतिक संरक्षण में प्रदेशभर में हो रहा रेत का अवैध कारोबार
मध्य प्रदेश में रेत के अवैध खनन का कारोबार हमेशा से ही सुर्खियां बनता रहा है। अब हाल ही में पूर्व सांसद कंकर मुंजारे में आरोप लगाया है कि राजनीतिक संरक्षण में पूरे प्रदेशभर में रेत का अवैध कारोबार किया जा रहा है। खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के गृह जिले पन्ना में के रामनई गांव में मकानों से सटकर केन नदी में 35 फीट गहराई से रेत निकाली जा रही है। इससे ग्रामीणों को मकान धराशायी होने का खतरा पैदा हो गया है। हालांकि इसको कुछ समय पहले ही ग्रामीण खनिज मंत्री से मिले थे। इसके बाद भी खनन नहीं रुका। मुंजारे ने मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक मामला नहीं है बल्कि सीहोर, पन्ना, छतरपुर और बालाघाट में संगठित रेत चोरी हो रही है। पन्ना में तो केन नदी से पनडुब्बी, पोकलेन आदि के जरिए नदी का हृदय छलनी कर, दिन-रात रेत निकाली जा रही है।

इस साल डीपीसी के बाद ये अधिकारी बनेंगे आईपीएस
राज्य पुलिस सेवा के 11 अधिकारी इस साल अक्टूबर नवंबर माह में आईपीएस संवर्ग आवंटित हो सकता है। कोरोना संक्रमण और कैडर प्रस्ताव की अटकने के कारण इस बार अब तक प्रस्ताव केंद्र सरकार को नहीं भेजा गया है। पुलिस मुख्यालय ने डीपीसी के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है। गृह विभाग द्वारा इसका परीक्षण किया जाकर केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजेगा। उसके बाद डीपीसी के तारीख तय होगी। वैसे तो राज्य पुलिस सेवा के अधिकारियों को आईपीएस आवंटित करने डीपीसी मार्च में ही हो जानी चाहिए थी लेकिन कोरोना की वजह से इसमें देरी हुई है। अब माना जा रहा है कि संघ लोक सेवा आयोग विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक सितंबर या अक्टूबर में करवा सकता है। बता दें कि पांच साल की सीआर के आधार पर राज्य पुलिस सेवा के सुनील तिवारी, जगदीश डाबर, प्रकाश चंद्र परिहार, निश्चल झारिया, रसना ठाकुर, संतोष कोरी, मनोहर सिंह मंडलोई, रामजी श्रीवास्तव, जितेंद्र सिंह पवार, संजीव कुमार सिन्हा और संजीव कुमार कंचन के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं।

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