
नयी दिल्ली/बिच्छू डॉट कॉम। भारत के प्रधानमंत्री अपनी हरफनमौला हरकतों से लोगों का दिल जीतते रहते हैं…. अब उन्होंने ओलंपिक में भाग लेने जा रही महिला पहलवानों की हौंसला अफजाई करते हुए उनके ताऊ से यह पूछ लिया है कि अपनी बेटियों को कौन सी चक्की का आटा खिलाते हो….. ताउ ने भी बेहतरीन जवाब दिया है। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपिक में भाग लेने जा रहे भारतीय खिलाड़ियों से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बातचीत की। जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने दादरी जिले के गांव बलाली निवासी अंतरराष्ट्रीय पहलवान विनेश फौगाट व उनके स्वजनों से भी बात कर ओलंपिक में मेडल जीतने के लिए शुभकामनाएं दीं। इस दौरान विनेश के ताऊ व उसके कोच महावीर फौगाट से भी बात की। उनसे पूछा कि बेटियों को कौन की चक्की का आटा खिलाते हैं।विनेश फोगाट से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रियो ओलंपिक में चोट लगने तथा पिछले वर्ष बीमार होने के समय को भुला कर वह टोक्यो ओलंपिक में जाएं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये विनेश फोगाट के ताऊ व गुरु महावीर फोगाट से भी बात की। इस दौरान उन्होंने फोगाट बहनों की उपलब्धियों को देखते हुए महावीर फोगाट से पूछा कि वे अपनी बेटियों को कौन सी चक्की का आटा खिलाते हैं। जिस पर महावीर फोगाट ने प्रधानमंत्री मोदी को जवाब देते हुए कहा कि वे अपनी बेटियों को घर की चक्की के आटे के साथ-साथ गाय-भैंस का दूध, मक्खन व घी खिलाते हैं। उन्होंने कहा कि 2016 में रियो ओलंपिक में उन्हें उम्मीद थी कि विनेश मेडल लेकर आएगी। इस बार उन्होंने विनेश को कह दिया है कि वह मेडल लेकर आएगी तो ही वे उसका स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर जाएंगे।हरियाणा के बलाली गांव की विनेश फोगाट का सफर बचपन से ही चुनौतियों भरा रहा। महज 13 साल की उम्र में पिता की आकस्मिक मौत हो गई। इसी दौरान मां को कैंसर हो गया। मगर विनेश नहीं टूटी। बड़े होते-होते मां को भी संभाला और खेल पर भी फोकस किया। अपनी चचेरी बहन दंगल गर्ल बबीता और गीता फौगाट के साथ साथ वह भी नाम कमाती रहीं। तो अलंपिक में भाग ले सुर्खियों में छा गई। चोटिल होने के कारण रियो ओलंपिक में वह पदक से चूक गईं। मगर अब एक बार फिर वह टोक्यो ओलंपिक में खेलेंगी और पदक न जीत पाने की टीस को पूरा करने मैदान में उतरेंगी।विनेश फोगाट दंगल गर्ल गीता व बबीता फोगाट की चचेरी बहन हैं। उनके कोच गीता व बबीता के पिता महावीर फोगाट ही हैं। गीता-बबीता की शादी हो चुकी हैं। करीब दो साल पहले विनेश भी शादी के बंधन में बंध गईं। बावजूद इसके विनेश फोगाट ने अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किये रखा। मां और ससुराल की जिम्मेदारी के साथ निरंतर खेल अभ्यास करती रही। यही वजह है कि उन्हें ओलंपिक का टिकट एक बार फिर मिला है।