
- मंत्री कृष्णा गौर 1 लाख वोटों से जीतीं, अब क्षेत्र में घटे 97 हजार वोटर
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) का पहला चरण पूरा होने के बाद जारी मतदाता सूची के प्रारूप को देखते हुए सियासी गुणा-गणित भी शुरू हो गया। पूरे प्रदेश. में 42.74 लाख वोटरों के नाम कटने के बाद भाजपा-कांग्रेस दोनों ही दलों ने मतदाता सूची का विश्लेषण शुरू कर दिया है। इसी बीच सरकार के मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्र में वोटरों के नाम कटने की संख्या चौंका रही है। पूरे प्रदेश में मंत्री कृष्णा गौरे की विधानसभा गोविंदपुरा में सबसे ज्यादा 97,052 वोट काटे गए हैं। दूसरे नंबर पर मंत्री विश्वास सारंग की विधानसभा नरेला है। यहां 81,235 वोट कटे हैं। इन आंकड़ों में नो मैपिंग का आंकड़ा भी जुड़ा है। भोपाल में कुल 1 लाख 16 हजार 925 ऐसे वोटरों का 2003 की मतदाता सूची से मिलान नहीं हो सका है। उन्हें नो मैपिंग की श्रेणी में रखा है।
2008 के परिसीमन का असरदरअसल, गोविंदपुरा और नरेला समेत अन्य विधानसभा क्षेत्रों में ज्यादा वोट कटने का बड़ा कारण 2008 में हुआ परिसीमन भी है। गोविंदपुरा में परिसीमन से एक हिस्सा नरेला व एक हुजूर में चला गया, जबकि एसआइआर 2003 के आधार पर हुआ। इसलिए वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा घटी है। मंत्री कृष्णा गौर ने बताया, हमारे यहां 40 हजार नो मैपिंग वाले वोटर भी 97 हजार में शामिल हैं। इनमें 99त्न का पता लगा लेंगे कार्यकर्ता बूथवार परीक्षण कर रहे हैं।
इन मंत्रियों के सबसे ज्यादा वोटरों के नाम कटे
मंत्री विधानसभा कटे कोट सीट 2023 विस चुनाव में इतने वोटों से जीते
कृष्णा गौर गोविंद्रपुरा 97,052 1,06,668
विश्वास सारंग नरेला 81,235 24,569
कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 75,014 57,939
नारायण सिंह कुशवाह ग्वालियर दक्षिण 56,552 2,536
प्रद्युम्न सिंह तोमर ग्वालियर 55,653 19,140
इन मंत्रियों के सबसे कम वोटरों के नाम कटे
मंत्री विधानसभा कटे वोट सीट 2023 विस चुनाव में इतने वोटों से जीते
करण सिंह वर्मा इछावर 7,138 16,346
जगदीश देवड़ा मल्हारगढ़ 8,692 59,024
गौतम टेटवाल सारंगपुर 9,672 23,054
धर्मेन्द्र सिंह लोधी जबेरा 10,008 15,883
लखन पटेल पथरिया 10,966 18,159
