
नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण, आईटी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को फर्जी खबरें और एआई से बने डीपफेक वीडियो को लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा बताया। लोकसभा में बोलते हुए वैष्णव ने कहा कि फर्जी खबरें और एआई से बने डीपफेक वीडियो लोकतंत्र के लिए एक बड़ा खतरा हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी गलत और भ्रामक सामग्री फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। मंत्री ने बताया कि सरकार फेक न्यूज और एआई-जनरेटेड डीपफेक वीडियो पर रोक लगाने के लिए नए नियम तैयार कर रही है और इस पूरे सिस्टम को मजबूत बनाने पर काम कर रही है।
वैष्णव ने फेक न्यूज को बहुत ही गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि फेक न्यूज बहुत गंभीर मुद्दा है। यह लोकतंत्र के लिए खतरा है। फेक न्यूज और डीपफेक पर सख्त कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने बताया कि जो लोग और समूह फर्जी खबरें फैलाते हैं, वे भारतीय कानूनों का पालन नहीं करते, इसलिए उन पर कार्रवाई जरूरी है। वैष्णव ने संसदीय स्थायी समिति (जिसके अध्यक्ष निशिकांत दुबे हैं) की सिफारिशों की सराहना की। साथ ही कहा कि समिति ने कई अच्छे सुझाव दिए हैं, जिनके आधार पर सरकार नए नियम बना रही है। उन्होंने कहा कि फेक न्यूज से निपटने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच संतुलन बनाना भी जरूरी है।
ऑनलाइन बेटिंग और मनी गेम्स पर सवाल का जवाब देते हुए, मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने उन्हें रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ऐसे गलत कामों के खिलाफ सख्त कदम उठाने से कभी पीछे नहीं हटती। साथ ही कुछ टीवी चैनलों द्वारा झूठी खबरें दिखाने के आरोप पर मंत्री ने कहा कि सरकार और प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया ऐसी शिकायतों की जांच करते हैं और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई भी की जाती है।
