25 हजार किसानों ने जमा की राशि, केंद्र से टारगेट बढ़ाने की मांग

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  • 90 प्रतिशत सब्सिडी का कमाल, सोलर पंप मांगने वाले किसानों की भरमार

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मप्र सरकार ने जब से केन्द्र सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना का लाभ किसानों को देने की घोषणा की है, तब से सिंचाई के लिए सोलर पंप लगाने की मांग तेजी से बढ़ी है। सरकार ने योजना के तहत प्रदेश में 52 हजार किसानों को कनेक्शन देने का टारगेट रखा था, लेकिन उसकी मांग 1.20 लाख के पार पहुंच गई र्है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने मई में योजना में संशोधन कर इसे लागू करने अधिसूचना जारी की थी। इसमें प्रावधान किया गया है कि योजना के लिए वह किसान पात्र होंगे, जिनकी भूमि पर अभी स्थाई बिजली कनेक्शन नहीं है। सोलर पंप लगाए जाने के पहले कृषि भूमि पर टैगिंग किया जाएगा, ताकि किसान को सोलर पंप और बिजली कनेक्शन दोनों के अनुदान का लाभ न मिल सके। इस योजना के दूसरे चरण में उन सभी किसानों के खेतों पर सोलर पंप लगाने के लिए अनुदान का लाभ दिया जाएगा, जिसके खेतों पर स्थाई बिजली कनेक्शन मौजूद है।
जानकारी के अनुसार, प्रदेश में किसानों में सोलर पंप की मांग इस कदर बढ़ी हैं कि उनकी डिमांड जल्द पूरी होना मुश्किल है। मप्र ऊर्जा विकास निगम के अनुसार इस वित्तीय वर्ष में केंद्र सरकार से 52 हजार कनेक्शन देने का टारगेट मिला है। लेकिन सोलर पंप का कनेक्शन लेने के लिए 1.20 लाख से ज्यादा किसानों द्वारा डिमांड की गई है। प्रधानमंत्री कृषक मित्र सूर्य योजना में राज्य सरकार ने अस्थाई कनेक्शनधारी किसानों को सोलर पंप देने का निर्णय लिया है। किसान को 90 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। इसके चलते बड़ी संख्या में किसान सोलर पंप का कनेक्शन मांग रहे हैं। ताजा स्थिति यह है कि आवेदन करने वालों में से 25 हजार किसानों ने सोलर पंप के लिए राशि भी जमा कर दी है। इनमें 21 हजार को एलओआई जारी कर दिया है। ऊर्जा विकास निगम ने सोलर पंप के लिए 21 नवंबर को पोर्टल खोल दिया है। विभाग ने विकल्प दिया है कि 3 एचपी और 5 एचपी अस्थाई कनेक्शन वाले किसान चाहे तो पांच और 7.5 एचपी सोलर पंप कनेक्शन का विकल्प चुन सकते हैं। पोर्टल 5 दिसंबर तक चालू रहेगा। अगर विकल्प नहीं चुना गया तो पूर्व में की गई डिमांड के अनुसार पंप कनेक्शन दिया जाएगा।
इस बार केवल 52 हजार को ही मिलेगा कनेक्शन
सोलर पंप के लिए आए आवेदनों को देखते हुए माना जा रहा है कि 60 हजार से अधिक किसानों को अगले साल के लिए इंतजार करना होगा। पहले 52 हजार का टारगेट पूरा किया जाएगा। पहले उस किसान को प्राथमिकता पर रखा जाएगा जिसने पंजीयन करा लिया है, वेंडर का चयन किया है, शेष राशि जमा कर दी है, वेंडर ने सहमति की रिपोर्ट दे दी है आदि। वहीं उन किसानों को इंतजार करना होगा जिनके आवेदन अधूरे भरे हैं और वेंडर चयन नहीं किया गया। अस्थाई कनेक्शनधारी और बिना कनेक्शन वाले किसानों को सोलर पंप का कनेक्शन देने के लिए 36 एजेंसी तय कर दी है। एजेंसियों को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी दी गई है। 52 हजार आवेदनों में 25 हजार किसानों ने निर्धारित राशि जमा कर दी है और इनमें से आठ हजार के करीब किसानों को कनेक्शन देने की प्रक्रिया भी पूरी की गई है। मप्र ऊर्जा विकास निगम के  प्रबंध संचालक अमनबीर सिंह बैंस का कहना है कि पात्र किसानों को सोलर पंप कनेक्शन देने की प्रक्रिया जारी है। 15 दिन के लिए पोर्टल खोला गया है। किसान विकल्प चुन सकते हैं। केंद्र से 52 हजार कनेक्शन का टारगेट है। जो किसान बच जाएंगे, उन्हें अगले साल के लक्ष्य में शामिल किया जाएगा। कनेक्शन के लिए करीब 36 वेंडर चयनित किए जा चुके हैं।

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