
मंत्री विजयवर्गीय, पटेल और सारंग को छोड़, बाकी घर में मनाएंगे गौरव दिवस
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल और मंत्री विश्वास सारंग को छोड़, बाकी के ज्यादातर मंत्री अपने गृह जिले में ही जनजातीय गौरव दिवस मनाएंगे। जिला स्तरीय सरकारी आयोजनों में पहली बार यह छूट दी है जब प्रभारी मंत्री अपने गृह जिले में रहेंगे और स्थानीय लोगों के साथ आयोजनों में सहभागिता करेंगे।
आमतौर पर 26 जनवरी, 15 अगस्त व दशहरे पर होने वाले शस्त्र पूजन जैसे कार्यक्रमों में मंत्रियों को प्रभार के जिलों में रहना पड़ता है। असल में गृह जिला व विधानसभा किसी भी दल से जुड़े जनप्रतिनिधियों के लिए प्रतिष्ठा से जुड़ा विषय रहा है इसलिए गृह जिले व विधानसभा में मिलने वाले अवसरों को कोई भी जनप्रतिनिधि नहीं छोडऩा चाहते। कई मंत्री ऐसे है, जो जिले व विधानसभा में ही रहना पसंद करते हैं। विशेषज्ञों की माने तो निर्वाचन क्षेत्र व जिला एक तरह से वर्चस्व के केंद्र होते हैं। हालांकि जिन मंत्रियों को गृह जिले से भेजना पड़ा उसके पीछे जिले में एक से अधिक मंत्रियों का होना बताया जा रहा है। इसके लिए कई स्तर पर तैयारियां की जा रही है। मुख्यमंत्री से लेकर मुय सचिव तक समीक्षा कर चुके हैं। राज्य स्तरीय कार्यक्रम जबलपुर में प्रदेशभर में गौरव दिवस पर 15 नवंबर को कार्यक्रम होंगे। जबलपुर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा। इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रभारी मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह व जिले के मंत्री राकेश सिंह शामिल होंगे। मंत्री प्रहलाद पटेल व उदय प्रताप सिंह, इसी जिले से हैं। मंत्री सिंह को गृह जिला नरसिंहपुर में ही अतिथि का प्रभार दिया गया, जबकि पटेल को प्रभार के भिंड जिले जिम्मेदारी दी गई।
ये मंत्री गृह जिले में मनाएंगे गौरव दिवस
रीवा में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल, सीहोर में मंत्री करण सिंह वर्मा, मंडला में संपत्तियां उइके, मुरैना में एदल सिंह कंषाना, झाबुआ में निर्मला भुरिया, सागर में गोविंद सिंह राजपूत, आलीराजपुर में नागर सिंह चौहान, रतलाम में चैतन्य कुमार काश्यप, राजगढ़ में नारायण सिंह पंवार, छतरपुर में दिलीप अहिरवार व सिंगरौली में मंत्री राधा सिंह को जिला स्तरीय आयोजन में मुय अतिथि बनाया है। जबकि मंत्री प्रदुन सिंह तोमर, नरेंद्र शिवाजी पटेल जैसे कुछ मंत्रियों को भी प्रभार के जिलों में भेजा है।
सांसद-विधायकों को भी बनाया मुय अतिथि
गौरव दिवस के कार्यक्रम के लिए लोकसभा सांसदों, राज्यसभा सदस्यों, कुछ क्षेत्रीय विधायकों को भी मुख्य अतिथि बनाया है। जबकि हरदा में होने वाले कार्यक्रम के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष गजेंद्र शाह को नामित किया है। असल में सरकार जनजातीय गौरव दिवस को धूमधाम से मनाने में जुटी है। वैसे ये आयोजन 1 से 15 नवंबर तक होने थे, लेकिन अब मुय आयोजन 15 नवंबर को होंगे।
