
- रवि खरे
अमेरिका में वीजा मुश्किल: ट्रंप प्रशासन ने जारी की सख्त नई गाइडलाइन
अमेरिका की ट्रंप प्रशासन ने वीजा को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत अमेरिकी वीजा पाने और रहने के लिए विदेशी नागरिकों के लिए नए नियम जारी किए गए हैं। ट्रंप प्रशासन ने विदेशों में अमेरिकी दूतावासों और कांसुलर अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वीजा आवेदकों की पूरी तरह जांच की जाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे अमेरिका में सरकारी सहायता पर निर्भर न हों। नई गाइडलाइन में आवेदकों की उम्र, स्वास्थ्य, परिवारिक स्थिति, वित्तीय स्थिति, शिक्षा, कौशल और अंग्रेजी बोलने की क्षमता जैसी कई चीजों का मूल्यांकन करने को कहा गया है। खासतौर पर मधुमेह, मोटापा, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं जैसी बीमारियों वाले लोग वीजा के लिए अयोग्य हो सकते हैं। अधिकारियों को आवेदकों के बैंक दस्तावेज, संपत्ति, निवेश और पेंशन खातों की भी जांच करने को कहा गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम वीजा मिलने की संभावना को कम कर सकता है और अमेरिका में रहने वाले परिवार के सदस्यों के लिए भी मुश्किलें बढ़ा सकता है। स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी हित पहले आते हैं और नई गाइडलाइन यह सुनिश्चित करेगी कि अमेरिकी टैक्सपेयर्स पर बोझ न पड़े। हालांकि, इस गाइडलाइन के प्रभाव को बहुत हद तक कांसुलर अधिकारियों की व्याख्या पर छोड़ा गया है।
लौटा सांसों पर संकट, बच्चे-गर्भवती व बुजुर्गों को जोखिम, केंद्र ने जारी की स्वास्थ्य एडवाइजरी
सांसों का संकट फिर से लौटने के बाद केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य दिशानिर्देश जारी किए। केंद्र ने वायु प्रदूषण के चलते बच्चे, गर्भवती महिलाएं व बुजुर्गों को उच्च जोखिम की श्रेणी में रखते हुए प्रदूषित क्षेत्रों के प्रत्येक सरकारी अस्पताल में चेस्ट क्लिनिक शुरू करने का आदेश जारी किया। राज्यों से त्वरित कार्रवाई के निर्देश देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उत्तर भारत के सभी राज्यों को 33 पन्नों के दिशा-निर्देश जारी किए। इसमें स्वास्थ्य तंत्र को अलर्ट करते हुए कहा है कि प्रदूषण से होने वाले श्वसन और हृदय रोगों के मामलों में बढ़ोतरी होती है। इसलिए अस्पतालों को विशेष तैयारी रखनी चाहिए। केंद्रीय सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा है कि वायु गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है जो जन स्वास्थ्य के लिए गंभीर चुनौती बन चुकी है। हमें मिलकर एक स्वस्थ व स्वच्छ वातावरण बनाने की दिशा में काम करना होगा। चेस्ट क्लिनिक में प्रदूषण से प्रभावित रोगियों को किस तरह रिपोर्ट करना है और उनकी परेशानी का प्रबंधन कैसे करना है?
भारत को तीन मिसाइलें देगा इजराइल, नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा दोनों देशों का रक्षा सहयोग
इजराइल हाल में हुए एक समझौते के तहत भारत को तीन नई मिसाइलें देगा। इससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और भी मजबूत होकर नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा। इस्राइल और भारत के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए पिछले हफ्ते दोनों देशों के रक्षा सचिवों ने एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके लिए भारतीय रक्षा मंत्रालय का एक प्रतिनिधिमंडल गुप्त रूप से इजराइल गया था। यह सौदा भारतीय रक्षा मंत्रालय के एक प्रतिनिधिमंडल की इस्राइल की गुप्त यात्रा के दौरान हुआ। इसके तहत इजराइल अपनी तीन शक्तिशाली मिसाइलों को भारत को सौंपेगा। इन मिसाइलों का भारत में भी निर्माण किया जाएगा। भारत इजराइल के रक्षा निर्यात का सबसे बड़ा खरीदार है। 2020 से 2024 के बीच इजराइल की कुल रक्षा बिक्री का करीब 34 फीसदी हिस्सा अकेले भारत ने खरीदा।
आतंकवाद को लेकर अमेरिका का दोहरा चरित्र, लाडले पाकिस्तान का फिर दिया साथ
आतंकवाद को लेकर अमेरिका का एक बार फिर दोहरा चरित्र उजागर हुआ है। दरअसल अमेरिका ने भारत में हुए विस्फोट के बाद जो सोशल मीडिया पोस्ट किया और पाकिस्तान में विस्फोट के बाद जो पोस्ट किया, दोनों की भाषा में जमीन आसमान का अंतर है। भारत में हुए विस्फोट को जहां अमेरिका ने सिर्फ विस्फोट कहकर औपचारिकता निभा दी, वहीं पाकिस्तान हुए विस्फोट को सीधे आतंकवादी घटना बता दिया और कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान के साथ खड़ा है। अमेरिका के इस दोहरे रवैये को लेकर सवाल उठ रहे हैं और भारतीय लोग इसे लेकर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। दरअसल सोमवार शाम भारत की राजधानी दिल्ली में एक खतरनाक विस्फोट हुआ। जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। इस विस्फोट पर भारत स्थित अमेरिकी दूतावास ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया और लिखा कि हमारी प्रार्थनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने बीती रात नई दिल्ली में हुए विस्फोट में अपनों को खो दिया। हम घायलों के जल्द ठीक होने की कामना करते हैं। राजदूत सर्जियो गोर। वहीं मंगलवार शाम पाकिस्तान के इस्लामाबाद में एक अदालत परिसर में बम विस्फोट हुआ, जिसमें कई लोग मारे गए।
