
- 90 करोड़ की लागत से हो रहे तैयार …बच्चों को मिलेगा अच्छा वातावरण
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। जनवरी में बर्रई, करोंद और बैरसिया सांदीपनी स्कूल को अपने नये भवन मिल जाएंगे, जिनका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। दिसंबर तक तीनों स्कूलों के भवन बनकर तैयार हो जाएंगे और जनवरी में उन्हें विभाग को हैंडओवर किया जाएगा। निर्माण कार्य में ढिलाई नहीं हो, जिसके लिए अधिकारी तीनों भवनों की निगरानी कर रहे हैं।
राजधानी की सीमा में आने वाले बैरसिया, बर्रई और करोंद में महर्षि सांदीपनी उमावि स्कूलों के नवीन भवनों का निर्माण हो रहा है। पिछले साल उक्त भवनों का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, जो अंतिम चरण में है। यह निर्माण कार्य दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। उक्त स्कूल के भवन 30-30 करोड़ की लागत से तैयार कराए जा रहे हैं। 90 करोड़ में तीनों स्कूलों के भवन बनकर तैयार हो जाएंगे। अक्टूबर तक करोंद और बैरसिया के स्कूलों के भवन लगभग तैयार हो गए हैं। उनमें बिजली और पानी पाइप लाइन फिटिंग के अलावा रिनोवेशन का कार्य शेष है। जबकि बर्रई में निर्माण कार्य कुछ रह गया है, जिससे नवंबर के अंतिम सप्ताह तक पूरा कर लिया जाएगा। तीनों ही नवीन सांदीपनी स्कूल भवनों में छात्राओं के लिए खेल व मनोरंजन की सुविधाएं रहेंगी। यहां इंडोर के साथ आउट डोर छोटे और बड़े खेलों की व्यवस्था की जाएगी। डिजाइनदार गार्डन के साथ पर्यावरण को सुरक्षित रखने वाले कई प्रकार के औषधीय व सुगंधित फूलों के लिए पौधे तक रोपे जाएंगे, जो विद्यार्थियों का आकर्षण बढ़ाएंगे। वाहनों के लिए बड़ी वाहन पार्किंग बनाई जाएगी। इससे विद्याथियों के आवागमन के बसें, शिक्षक, स्टॉफ और पालकों के वाहन खड़े जाएंगे।
एआई की लैब होगी तैयार
वर्तमान में बैरसिया, करोंद और बर्रई में विद्यार्थियों की संख्या एक-एक हजार से ज्यादा है। विद्यार्थियों की संख्या के मद्देनजर तीनों स्कूलों के नये भवन तैयार कराए जा रहे हैं। तीनी ही स्कूलों के भवनों में 40 से 45 कमरे बनेंगे। भवनों में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉयलॉजी और कम्प्यूटर की अलग-अलग लैब तैयार की जाएंगी। भवन निर्माण के ब्लू प्रिंट में लैब की डिजाइन फाइनल की गई थी, जिसके तहत ही लैब तैयार कराई गई हैं। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी की लैब भी तैयार होगी।
वर्तमान में स्कूल के भवनों के 6 निर्माण कार्य चल रहे हैं। वरिष्ठ कार्यालय के निर्देशन में उनकी निगरानी की जा रही है। मौके पर पहुंचकर भी स्थिति को देखा जा रहा है। तीनों ही स्कूलों के निर्माण कार्य प्रगति घर है।
– नरेंद्र कुमार अहिरवार, जिला शिक्षा अधिकारी भोपाल
