कांग्रेस को महिलाओं के सशक्तिकरण से जलन है

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  • सीएम डॉ. यादव ने मधुवनी जिले में रोड शो को संबोधित किया

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को बिहार के मधुवनी जिले के फुलपरास विधानसभा से एनडीए प्रत्याशी शीला मंडल के समर्थन में जनसभा एवं पटना जिले की फतुहा विधानसभा में रोड शो को संबोधित करते हुए कहा कि मिथिला की पवित्र भूमि पर कमल और तीर दोनों निशाने पर लगेंगे। बिहार का चुनाव परिवारवाद और राष्ट्रवाद के बीच है, एनडीए उम्मीदवारों को अपना अमूल्य वोट देकर विजयी बनायें। रामलला के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाले आज वोट के लालच में आस्था की बात कर रहे हैं। मधुबनी जिला अपनी मधुबनी पेंटिंग जैसी समृद्ध कला-संस्कृति और आस्था के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकारें सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के मंत्र पर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले भारत रत्न एक ही परिवार की चारदीवारी में कैद था। जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी सभी को यह सम्मान मिला, लेकिन उनके अलावा किसी को योग्य नहीं माना गया। यह वही खानदानी सोच थी जिसने लोकतंत्र की भावना को कमजोर किया, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने इन परंपराओं को तोड़ते हुए उन नेताओं को सम्मान दिया जो हमारे दल के नहीं थे, किंतु देश के लिए समर्पित थे। उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों का उत्साह बता रहा है कि 14 नवंबर को जब बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम आएगा तब कमल खिलेगा और तीर भी निशाने पर लगेगा। उन्होंने कर्पूरी ठाकुर जी को याद करते हुए कहा कि एनडीए सरकार ने उन्हें भारत रत्न देकर सच्ची श्रद्धांजलि दी है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी जी को भारत रत्न देने का साहस और संवेदनशीलता केवल मोदी सरकार ने दिखाई। यह सबका साथ, सबका विकास और सबका सम्मान की सच्ची मिसाल है।
कांग्रेस ने तो भगवान श्रीराम के अस्तित्व तक को नकारा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कांग्रेस ने हमेशा भगवान श्रीराम और सनातन संस्कृति का अपमान किया है। कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में शपथपत्र देकर रामलला के अस्तित्व पर प्रश्न उठाया, लेकिन जब अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर बन रहा था, तब उनके नेता न तो भूमि पूजन में गए, न ही श्रद्धा दिखाई। यह वही लोग हैं जो केवल सत्ता के भूखे हैं। कांग्रेस को अपने किए पापों की माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस ने भगवान श्रीराम की जन्मभूमि को लेकर देश में भ्रम और विवाद फैलाया। मगर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हुए अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण कराया। यह हमारे देश की आस्था का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि बिहार का अयोध्या से विशेष नाता है, माता सीता के कारण अयोध्या और मिथिला का संबंध केवल धार्मिक नहीं, बल्कि आत्मिक है। जब अयोध्या में श्रीराम मंदिर बना, तो पूरा मिथिलांचल गर्व से झूम उठा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आज का चुनाव दो विचारों के बीच है। एक और परिवारवाद, दूसरी ओर राष्ट्रवाद। कांग्रेस जैसी पार्टियां आज भी एक ही परिवार तक सीमित हैं, वहीं भाजपा हर कार्यकर्ता को आगे बढऩे का मौका देती है। मैं खुद इसका उदाहरण हूं, न कोई सांसद, न विधायक का बेटा, केवल एक कार्यकर्ता था, लेकिन पार्टी ने मुझे मुख्यमंत्री बनने का अवसर दिया। यही सच्चा लोकतंत्र है। भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो जाति या परिवार के आधार पर नहीं, बल्कि कार्य और योग्यता के आधार पर अपने कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाती है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में हर जाति, समाज और वर्ग के लोगों को समान अवसर मिलता है। जबकि अन्य दलों में परिवारवाद हावी है। कांग्रेस आज भी एक ही परिवार के इर्द-गिर्द घूमती है। प्रधानमंत्री जी ने धार्मिक पर्यटन को विकास और रोजगार से जोड़ा है। उज्जैन में बाबा महाकाल के ‘महाकाल लोक’ के बनने से पहले 30-40 लाख श्रद्धालु आते थे। अब हर साल 7 करोड़ से ज्यादा लोग उज्जैन पहुंचते हैं। इससे दुकानदारों, होटल मालिकों, ठेला चालकों, गाइडों और आम नागरिकों की आजीविका में बड़ा सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि इसी तरह बिहार में सीता मैया धाम को धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे मिथिला की संस्कृति और अर्थव्यवस्था दोनों को नई दिशा मिलेगी।
मिथिला की धरती विकास और आस्था की प्रतीक बने
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बिहार और मिथिला की यह धरती कला, संस्कृति, आस्था और शिक्षा का केंद्र है। उन्होंने कहा कि यह धरती अब राष्ट्रवाद और विकास की मिसाल बनेगी। फुलपरास का ‘फूल’ और भाजपा का ‘कमल’ जब साथ खिलेंगे, तो तीर भी निशाने पर लगेगा। हमारी बहन श्रीमती शीला मंडल की जीत ही विकास और सम्मान की जीत होगी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपील करते हुए कहा कि फुलपरास की धरती पर कमल और तीर दोनों निशाने पर लगने चाहिए।
किसानों के नाम पर सिर्फ नारे बनाए थे
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जब एनडीए सरकार ने महिलाओं के खाते में 10,000 रुपये की सहायता राशि दी, तब कांग्रेसियों को ऐसा लगा जैसे उनकी जेब कट गई हो। उन्होंने व्यंग्यात्मक अंदाज में कहा, जो लोग दशकों तक माताओं-बहनों को सिर्फ वोट बैंक समझते रहे, अब जब उनके हाथ में आर्थिक ताकत आ रही है, तो उन्हें तकलीफ हो रही है। संजय भैया (संजय सिंह गंगवार) ने सही कहा कि आज 10,000 रुपये दिए हैं, आने वाले समय में दो लाख तक की राशि भी महिलाओं को मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार गरीब, किसान और महिला सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। देश के किसानों को पहली बार सम्मान निधि देकर उनके परिश्रम का मूल्य देने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने किया। किसान हमारे देश का अन्नदाता हैं। उसकी मेहनत से देश का पेट भरता है। पहले किसान के नाम पर केवल नारे थे, अब उन्हें सम्मान निधि के रूप में सीधा लाभ मिल रहा है।

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