ईएचआरएमएस पोर्टल पर अपलोड होगी 1 लाख 6 हजार पुलिसकर्मियों की एसीआर

ईएचआरएमएस पोर्टल

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्यप्रदेश पुलिस अब 1 लाख 6 हजार स्टाफ का डाटा ऑनलाइन करने जा रही है। इसके जरिए केवल रजिस्टर्ड यूजर ही अपने सभी दस्तावेज पोर्टल पर एक क्लिक के जरिए देख सकेंगे। इसके लिए सबसे अहम काम सभी पुलिसकर्मियों की एसीआर  अपलोड करना है। प्रदेश की 112 पुलिस यूनिटों में तैनात सभी पुलिसकर्मियों की एसीआर इसके तहत ऑनलाइन अपलोड की जा रही है। इस एसीआर को स्कैनिंग के बाद ही पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। स्कैनिंग के दौरान पुलिस स्टाफ का ये गोपनीय डाटा लीक न हो इसके लिए बेहद सख्त और कुडे इंतजाम किए गए हैं। पीएचक्यू की प्रशासन शाखा ने इसके लिए सभी इकाइयों को निर्देश जारी किए हैं। इसके लिए सभी यूनिटों में एक स्पेशल सिक्योरिटी एरिया बनाया जाएगा, जहां इन एसीआर को स्कैन कर पुलिस के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।
डाटा स्कैनिंग के लिए आने वाले हर कर्मचारी की तलाशी
पीएचक्यू की प्रशासन शाखा ने प्रदेश की सभी पुलिस यूनिटों के प्रमुखों को पत्र लिखकर एसीआर का डाटा लीक न होने के लिए सख्त इंतजाम करने को कहा है। आदेश के अनुसार हर यूनिट को इसके लिए एक ऐसा स्पेस तय करने को कहा है जहां सीसीटीवी सर्विलांस के साथ सुरक्षा के सख्त इंतजाम हों। इस दौरान जिस भी फर्म के कर्मचारी बटा स्कैनिंग के लिए आएंगे उनकी आते-जाते समय तलाशी ली जाएगी, ताकि वे अपने साथ किसी भी तरह का स्टोरेज डिवाईस, पैन ड्राइव साथ ने ले जा सके।
इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के जिम्मे है काम
पुलिस स्टाफ की एसीआर एक बेहद गोपनीय दस्तावेज होत है। सामान्य तौर पर इसे इसे संबंधित पुलिसकर्मी और एसीआर पर टीप देने वाले अफसरों के अलावा कोई अन्य देख नहीं सकता। अब पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) सभी एसीआर को अपने पोर्टल पर अपलोड करने जा रहा है ताकि किसी भी पुलिसकर्मी के सभी दस्तावेजों के साथ उसकी एसीआर भी एक क्लिक पर मिल सके। इससे एसीआर से जुड़े किसी भी विषय पर निर्णय लेने के लिए लंबी कागजी प्रक्रिया से भी निजात मिलेगी। पुलिस के लिए उनका नया एचआरएमएस पोर्टल डिजाइन एवं तैयार करने वाली सरकारी एजेंसी एमपी इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब एक लाख से अधिक एसीआर को अपलोड करने के लिए एमपीएसईडीसी ही प्राइवेट ठेकेदारों को ये काम सौंपेगी।

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