
- रवि खरे
भारत के तीन कफ सिरप को लेकर चेतावनी जारी, इनमें मप्र कोल्ड्रिफ भी
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत के कई राज्यों में प्रतिबंधित तीन ब्रांड के जहरीले कफ सिरप के बारे में स्वास्थ्य परामर्श जारी किया है। संगठन ने अधिकारियों से आग्रह किया कि तीनों प्रतिबंधित सिरप में से किसी के मिलने पर एजेंसी को सूचित करें। डब्ल्यूएचओ के परामर्श में उस संदिग्ध कोल्ड्रिफ कफ सिरप का भी जिक्र है, जिसे लेने से कथित तौर पर मध्य प्रदेश और राजस्थान में बच्चों की जान गई। स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि प्रभावित दवाइयां कोल्ड्रिफ, रेस्पिफ्रेश टीआर और रिलाइफ के विशिष्ट बैच का निर्माण क्रमश: श्रीसन फार्मास्युटिकल्स, रेडनेक्स फार्मास्युटिकल्स और शेप फार्मा करती है। ये जहरीले कफ सिरप संभावित रूप से जानलेवा बीमारी का भी कारण बन सकते हैं। भारत के स्वास्थ्य प्राधिकरण, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने डब्ल्यूएचओ को बताया कि पिछले हफ्ते भारत में 5 साल से कम उम्र के 17 बच्चों की ये सिरप पीने से मौत हो गई थी।
संयुक्त राष्ट्र की नई चेतावनी: गाजा में इस्राइल ने मचाई 13 परमाणु बमों जितनी तबाही
गाजा पट्टी आज एक भूगोल नहीं बल्कि बारूद में झुलसे मानवीय त्रास का प्रतीक है। इजराइल ने गत दो वर्षों में करीब 2 लाख टन विस्फोटक बरसाए हैं। यह इतना बारूद है जो 13 परमाणु बमों के साझा असर के बराबर है। हमास की जिद का मूल्य गाजा को एक लाख से अधिक मौतों के रूप में चुकाना पड़ा है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) की नवीनतम अक्टूबर 2025 की रिपोर्ट रिकंस्ट्रक्शन इंडेक्स ऑफ गाजा के अनुसार, इस तबाही में 1,05,800 से अधिक इमारतें पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं और हर 10 में से 8 इमारतें खंडहर हैं। गाजा मानव निवास के लिए अयोग्य क्षेत्र है। लगभग 90त्न आबादी के घर या तो ढह गए हैं या रहने लायक नहीं बचे। 95त्न से अधिक बहु मंजिला इमारतें जमींदोज हो चुकी हैं। यूएनडीपी और विश्व बैंक के साझा सर्वेक्षण कहता है, गाजा में अब 6 करोड़ टन से अधिक मलबा फैला है। यह मात्रा सीरिया के अलेप्पो युद्ध के दौरान हुए कुल विनाश से तीन गुना अधिक है। मलबा हटाने की अनुमानित लागत 24 अरब डॉलर (करीब 2 लाख करोड रुपए) है जो फलस्तीनी वार्षिक जीडीपी से 4 गुना है।
बच्चों और स्कूलों को निशाना बनाकर हमला कर रहा पाकिस्तान: निशिकांत दुबे
भारत के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अफगानिस्तान और भारत में स्कूलों और बच्चों को निशाना बनाकर संयुक्त राष्ट्र के बच्चे और सशस्त्र संघर्ष एजेंडा का उल्लंघन किया है। दुबे ने कहा कि हम कड़ी निंदा करते हैं कि पाकिस्तान अपने देश में बच्चों के खिलाफ गंभीर अत्याचारों से दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश कर रहा है, जैसा कि सचिव-जनरल की 2025 की रिपोर्ट में दिखाया गया है। इसके अलावा, इस रिपोर्ट में पाकिस्तान द्वारा स्कूलों में स्वास्थ्यकर्मियों और विशेष रूप से लड़कियों के स्कूलों पर किए गए हमलों और अफगानिस्तान सीमा के पास सीमा पार गोलाबारी और हवाई हमलों में बच्चों की मौत और चोट की घटनाओं का भी जिक्र है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान-प्रशिक्षित आतंकवादियों द्वारा किए गए निर्दयी और लक्षित हमले को भुलाया नहीं है, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की मौत हुई।
चैतन्यानंद पर आरोप बेहद गंभीर: बचाव पक्ष के वकील ने कहा- बाबा को फंसाया गया
पटियाला हाउस कोर्ट ने सोमवार को बाबा चैतन्यानंद सरस्वती की जमानत याचिका पर सुनवाई की। बचाव पक्ष के वकील ने दलील दी कि सरस्वती को फंसाया गया है। इस पर अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश दीप्ति देवेश ने टिप्पणी की कि पीडि़तों की संख्या के कारण अपराध की गंभीरता कई गुना बढ़ गई है। ऐसे में वैधानिक जमानत देने का आधार नहीं बनता है। सरस्वती 17 छात्राओं से छेड़छाड़ के आरोप में न्यायिक हिरासत में हैं। अदालत ने सरस्वती के वकील के अनुरोध पर जमानत याचिका 27 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी। आरोपी के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल को झूठा फंसाया गया है और पीडि़त लड़कियों को धमकी देकर और बहकया गया है कि उनकी छात्रवृत्ति वापस ले ली जाएगी। उनके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किया गया है। न्यायाधीश ने कहा कि आप कह रहे हैं कि आरोपी को फंसाया गया है लेकिन पीडि़त तो 17 हैं। एक, दो, शायद तीन को भी बहकाना संभव है, लेकिन सभी 17 को कैसे मनाना संभव है?
