पर्यटन मार्ट में सीएम की मौजूदगी में क्रूज संचालन को मिली हरी झंडी

क्रूज संचालन
  • स्टैच्यू ऑफ वननेस से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक चलेगा क्रूज

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। मध्य प्रदेश में धार जिले से गुजरने वाली नर्मदा नदी के किनारे स्थित चंदनखेड़ी मेघनाद घाट जल्द ही नदी पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है। यहां से गुजरात की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक क्रूज ऑपरेशन के लिए पर्यटन विभाग डीपीआर तैयार कर रहा है। ये स्टेच्यू ऑफ यूनिटी तक पहुंचेगा। इन दोनों स्थानों के बीच क्रूज चलाया जाएगा। दरअसल, पर्यटन विकास के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए मध्य प्रदेश के पहले अंतरप्रांतीय जलमार्ग के निर्माण और संचालन की औपचारिक शुरुआत कर दी गई है। धार जिले में नर्मदा किनारे स्थित मेघनाद घाट से लेकर गुजरात के स्टैच्यू आफ यूनिटी (केवडिय़ा) तक लग्जरी क्रूज, बजट क्रूज और वाटर टैक्सी सेवाओं के संचालन के लिए राज्य सरकार ने पांच कंपनियों को स्वीकृति पत्र दिए हैं। यह पूरी परियोजना लगभग एक हजार करोड़ रुपये के निवेश से तैयार की जाएगी, जिसे दो से ढाई वर्ष में पूर्ण रूप से शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।
दरअसल, भोपाल में आयोजित मध्य प्रदेश ट्रेवल मार्ट के दौरान इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को लेकर पर्यटन विभाग में औपचारिक रूप से क्रूज संचालन से जुड़ी कंपनियों को हरी झंडी दिखाई गई। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड में देश की पांच प्रमुख क्रूज संचालक कंपनियों को स्वीकृति पत्र प्रदान किए। इन कंपनियों को छह माह के भीतर कार्य प्रारंभ कर बुनियादी सुविधाएं विकसित करनी होंगी। अनुबंध के अनुसार, तय समय सीमा में काम शुरू न करने वाली कंपनियों की स्वीकृति रद्द कर दी जाएगी। बताया जा रहा है कि क्रूज संचालन के पहले अन्य सभी सुविधाएं मेघनाद घाट पर उपलब्ध करवाने की प्लानिंग की जा रही है। टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नर्मदा नदी पर मेघनाद घाट से गुजरात की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी केवडिय़ा तक 135 किमी में राज्य का पहला अंतरप्रांतीय जलमार्ग बनेगा। इसमें जेटी तक जाने के लिए फ्लोटिंग पुल, क्रूज को खड़े रहने के स्थान के साथ अन्य जरूरी सुविधाएं रहेंगी।
कंपनियों को अलग-अलग जिम्मेदारी
जलमार्ग संचालन के लिए विभिन्न श्रेणियों के अनुसार, पांच कंपनियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इनमें ईसीएचटी वेंचर (अहमदाबाद) को नर्मदा नदी में लग्जरी क्रूज, वाटर टैक्सी और रेस्टोरेंट बोट संचालन के लिए स्वीकृति मिली है। केनावलेज मरीन ग्रुप (मुंबई) को लग्जरी क्रूज संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। जंगल कैंप इंडिया लिमिटेड (नई दिल्ली) और सिएना इंफोटेनमेंट प्रालि (इंदौर) को बजट क्रूज सेवा के संचालन के लिए चुना गया है। एब्सोल्यूट टेक्नोलाजीज (बड़ौदा) को बजट क्रूज और लोकल फेरी सेवा संचालित करने का दायित्व सौंपा है। मेघनाद घाट से केवडिय़ा तक का यह जलमार्ग लगभग 135 किलोमीटर लंबा होगा। आने-जाने में यह दूरी 270 किलोमीटर रहेगी। यह मार्ग धार जिले के मेघनाद घाट से शुरू होकर आलीराजपुर जिले के साकारजा, गुजरात के हापेश्वर होते हुए स्टैच्यू आफ यूनिटी तक पहुंचेगा। यात्रा के दौरान साकारजा में रात्रि विश्राम की सुविधा रहेगी, जहां पर्यटकों को जनजातीय जीवन, लोक संस्कृति और पारंपरिक कलाओं से रूबरू कराया जाएगा। वहीं मेघनाद घाट से 10 से 20 किलोमीटर के दायरे में वाटर टैक्सी और बोट रेस्टोरेंट का संचालन किया जाएगा।  सहायक परियोजना समन्वयक जल पर्यटन ब्रजमोहन विश्वकर्मा का कहना है कि नर्मदा क्रूज परियोजना के तहत अलग-अलग श्रेणियों के लिए क्रूज संचालन, वाटर टैक्सी और रेस्टोरेंट बोट संचालन के लिए मध्यप्रदेश ट्रेवल मार्ट में पांच कंपनियों को स्वीकृति पत्र दिए गए हैं।

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