जीतू पटवारी और उमंग सिंघार के बीच तालमेल की कमी

जीतू पटवारी और उमंग सिंघार
  • मध्यप्रदेश कांग्रेस में फिर सामने आई गुटबजी

भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश में सरकारी सिस्टम की लापरवाही से छिंदवाड़ा जिले में जहरीली दवा के सेवन से 16 बच्चों की मौत के मामले में विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा मांगा है। जब 16 बच्चों की मौत के मामले ने तूल पकड़ा तो नेताओं का छिंदवाड़ा के परासिया पहुंचने का क्रम शुरू हो गया। इस बीच मासूम बच्चों की मौत के संवेदनशील मुद्दे पर मप्र कांग्रेस के नेताओं में गुटबाजी सामने आई है। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी छिंदवाड़ा के परासिया में पीडि़त परिवारों से मुलाकात कर रहे थे, तब नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार राजधानी भोपाल में अपने निवास पर स्मार्ट मीटर के विरोध में प्रेस कॉफ्रेंस कर रहे थे। सिंघार का स्मार्ट मीटर का मुद्दा उठाना और कंपनियों को पाकिस्तान से जोडऩे को लेकर कांग्रेस खेमों में ही चर्चा का विषय बन गया हैं। फिलहाल मप्र कांग्रेस के दोनों बड़े नेताओं के अलग अलग मुद्दे उठाना कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी एवं तालमेल की कमी से जोडक़र देखा जा रहा है। दरअसल, छिंदवाड़ा मामले से कांग्रेस के कई नेताओं ने सोशल मीडिया पर भी दूरी बनाए रखी है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बच्चों की मौत का मामला उजागर होने के बाद से लगातार विरोध दर्ज करा रहे हैं। कमलनाथ ने बच्चों की मौतों के लिए प्रशासनिक लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी लगातार बच्चों की मौत को लेकर सरकार पर हमलावर बने हुए हैं। उन्होंने सरकार से बच्चों की मौतों के लिए जिम्मेदारी तय करते हुए स्वास्थ्य मंत्री राजेन्दै शुक्ला इस्तीफा मांगा है। आमतौर पर पार्टी की बैठकों में कांग्रेस के नेता एकजुट होकर शामिल होते हैं, लेकिन छिंदवाड़ा मामले में कांग्रेस नेताओं के बीच किसी तरह का तालमेल नहीं दिखा।
विधायक का दावा
इधर, मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी इंदौर के शीतला माता बाजार विवाद ने अब सियासी तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बाजार दौरे पर भाजपा ने तीखा हमला बोला है। भोपाल के हुजूर से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि वो इंदौर में हिंदू-मुस्लिम झगड़ा कराने और सांप्रदायिक तनाव भडक़ाने पहुंचे थे, लेकिन कांग्रेस के ही नेताओं ने उन्हें फटकार लगा दी।
भाजपा का वार-कांग्रेस का पलटवार
इधर, रामेश्वर शर्मा ने रविवार को कहा कि ‘दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस को बर्बाद कर दिया है। आने वाले समय में प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को भी पद से हटा दिया जाएगा। कांग्रेस में कोई भी दिग्विजय सिंह का वार नहीं झेल पाता। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, ‘जिला अध्यक्ष से डांट खाने के बाद भी दिग्विजय सिंह को शर्म नहीं आई। मंदिरों और सनातन के खिलाफ बोलना उनकी आदत बन चुकी है। कांग्रेस में उनकी फजीहत होती रहेगी।’
क्या है शीतला माता बाजार विवाद
इंदौर के शीतला माता बाजार में प्रशासन द्वारा मुस्लिम दुकानदारों को हटाने की कार्रवाई की जा रही थी। इसी का विरोध करने दिग्विजय सिंह अचानक मौके पर पहुंच गए। लेकिन उनके पहुंचने पर इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे ने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि सिंह बिना पूर्व सूचना या संगठन की सहमति के वहां पहुंचे। बीजेपी ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी के भीतर ही अनुशासन और समन्वय की कमी है।
दिग्विजय ने एक ट्वीट नहीं किया
सोशल मीडिया पर सुबह से देर रात तक प्रादेशिक, राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय मुद्दों को लेकर सक्रिय रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी छिंदवाड़ा की घटना से मिलावटी दवा के सेवन से दूरी बनाए रखी। दिग्विजय ने बच्चों की मौत के मामले में ट्वीट तक नहीं किया। परे लगातार ट्वीट कर रहे हालांकि वे अन्य दूसरे मुदद्दों क्र हैं।
इधर एक भी मंत्री नहीं पहुंचा, मुख्यमंत्री को जाना पड़ा
छिंदवाड़ा में 16 बच्चों की मौत का सिलसिला एक महीने पहले 4 सितंबर से शुरू हुआ है। 5 अक्टूबर तक 16 बच्चों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं। जबकि कई बच्चों का अभी भी इलाज जारी है। खास बात यह है कि बच्चों की मौत के बाद एक भी मंत्री पीडि़त परिवारों के बीच छिंदवाड़ा नहीं पहुंचा। हालांकि मुख्यमंत्री सभी कार्यक्रम निरस्त पीडि़त परिवारों के बीच पहुंचे । जबकि स्वास्थ्य विभाग की कमान दो मंत्री राजेन्द्र शुक्ल और नरेन्द्र शिवाजी पटेल के पास है। खास बात यह है कि औषधि नियंत्रक का जिम्मा शिवाजी पटेल के पास ही है। बच्चों की मौत के बाद मंत्री पटेल ने चुप्पी साध रखी है।

Related Articles