
मैसूर। कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने कहा कि बिहार चुनाव के बाद राज्य में कई में राजनीतिक बदलावे होंगे। उन्होंने यह बाद कांग्रेस के अंदर उठ रही मुख्यमंत्री बदलने की आवाजों का हवाला देते हुए कही। उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच सत्ता संघर्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के अंदर भ्रम की स्थिति है और विधायक खुलेआम नेतृत्व बदलने की बात कर रहे हैं। पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए विजयेंद्र ने कहा, सिद्धारमैया कुछ जल्दबाजी में लग रहे हैं। आपने दो महीने पहले मैसूर में उनकी ताकत दिखाने की कोशिश देखी है..मुख्यमंत्री अपनी ताकत दिखा रहे हैं। राज्य की सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक और मंत्री राजनीतिक क्रांत की बात कर रहे हैं, न कि भाजपा के। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पार्टी के सदस्यों से कहा है कि वे नेतृत्व परिवर्तन पर चर्चा न करें और पार्टी का शीर्ष कमान इस पर फैसला लेगा। भाजपा नेता ने कहा, कांग्रेस नेतृत्व में कोई यह नहीं कह रहा कि नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा। इसका मतलब है कि बिहार चुनावों के बाद राज्य में कई राजनीतिक बदलाव होंगे। यह स्पष्ट है कि राज्य में राजनीतिक अस्थिरता होगी। उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी के अंदर भ्रम की स्थिति है।
कांग्रेस के कुनिगल के विधायक एचडी रंगनाथ और मांड्या के पूर्व सांसद एलआर शिवरमे गौड़ा ने पिछले हफ्ते राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे को फिर से छेड़ा था। उन्होंने दावा किया था कि शिवकुमार नवंबर में अगले मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि, सिद्धारमैया ने एक बार फिर कहा कि वह अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि वह दूसरे कार्यकाल में अब ढाई साल मुख्यमंत्री रह चुके हैं और बाकी ढाई साल भी इस पद पर रहेंगे। जब उनसे पूछा गया कि राजनीतिक बदलाव की स्थिति में आपकी पार्टी की क्या भूमिका होगी, तो विजयेंद्र ने कहा, देखते हैं जब स्थिति आएगी। भाजपा जिम्मेदार विपक्ष के रूप में काम करेगी। उन्होंने कहा, हमारी सीटें 66 से घटकर 63 हो गई हैं। हम विपक्ष में हैं और जिम्मेदार विपक्ष के रूप में काम कर रहे हैं। हमें राज्य के मुद्दों पर चर्चा करनी होगी। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह शून्य विकास, गरीबों और किसानों के विरोध में है।
राज्य के राजनीतिक गलियारों में, खासकर सत्ताधारूढ़ कांग्रेस में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर कुछ समय से अटकलें लग रही हैं। यह सत्ता साझेदारी समझौते से जुड़ा है, जिसमें सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच सहमति बताई जा रही है। मई 2023 में विधानसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर कड़ी टक्कर हुई थी। कांग्रेस ने शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाकर संतुष्ट किया। उस समय कुछ अटकलें थीं कि रोटेशनल मुख्यमंत्री के फार्मूला के आधार पर समझौता हुआ है, जिसके अनुसार शिवकुमार ढाई साल बाद मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन पार्टी ने इसे आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। विजयेंद्र ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में बारिश और बाढ़ से हुई तबाही का भी जिक्र किया, खासकर उत्तर कर्नाटक क्षेत्र में, जहां किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं और कई लोग अपने घरों से बेघर हो गए हैं। उन्होंने सरकार और मंत्रियों पर प्रभावितों की समस्याओं को लेकर उदासीनता बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने सरकार से किसानों की चिंताओं का जवाब देने की अपील की, न कि केवल बयान देने की।