
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हमास और इस्राइल के बीच संघर्ष को खत्म करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं। ट्रंप ने शानिवार को बताया कि, इस्राइल प्रारंभिक वापसी रेखा पर सहमत हो गया है और हमास की पुष्टि के बाद युद्धविराम लागू किया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि हमास की सहमति के बाद कैदियों और बंधकों की अदला-बदली की जाएगी। डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को (स्थानीय समयानुसार) गाजा का नया नक्शा जारी किया है। ट्रुथ पर ट्रंप ने लिखा, बातचीत के बाद इस्राइल वापसी की शुरुआती रेखा पर सहमत हो गया है, जिसे हमने हमास को दिखाया और उसके साथ साझा किया है। जब हमास इसकी पुष्टि करेगा, तो युद्धविराम तुरंत प्रभावी हो जाएगा। बंधकों और कैदियों की अदला-बदली शुरू हो जाएगी और हम वापसी के अगले चरण के लिए परिस्थितियां तैयार करेंगे। जिससे हम इस 3,000 साल पुरानी तबाही के अंत के करीब पहुंच जाएंगे। इस मामले पर ध्यान देने के लिए धन्यवाद!
बता दें कि, ट्रंप द्वारा जारी किए गए नक्शे में इस्राइली सेना गाजा के दक्षिणी हिस्से में 6.5 किलोमीटर, मध्य गाजा में दो किलोमीटर और उत्तरी हिस्से में 3.5 किलोमीटर तक तैनात रहेगी। यह मानचित्र, जुलाई के मध्य में मध्यस्थों द्वारा हमास को दिखाया गया था। जिसे हमास ने अस्वीकार कर दिया था। इस नक्शे के मुताबिक इस्राइली सेना पुरानी सीमा रेखा से करीब 1.6 किमी अंदर मौजूद है। इससे पहले ट्रंप ने शुक्रवार को गाजा को चेतावनी देते हुए प्रस्ताव को स्वीकार करने या फिर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा था।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर पोस्ट में कहा कि मैं सराहना करता हूं कि इस्राइल ने बंधकों की रिहाई और शांति समझौते को पूरा करने के लिए अस्थायी रूप से बमबारी रोक दी है। हमास को गाजा में युद्ध समाप्त करने की अपनी योजना पर तेजी से काम करना चाहिए, अन्यथा सारी शर्तें धरी की धरी रह जाएंगी। उन्होंने कहा कि मैं कोई भी देरी या ऐसे परिणाम को बर्दाश्त नहीं करूंगा, जिससे गाजा फिर से खतरा बने। आइए, इसे जल्द से जल्द पूरा करें। हर किसी के साथ न्यायपूर्ण व्यवहार होगा। ट्रंप ने पहले भी संवाददाताओं से 30 सितंबर को कहा था कि हमास के पास लगभग तीन-चार दिन का समय है। उन्होंने यह शांति पहल इस सप्ताह इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ मिलकर पेश की थी और कहा गया है कि योजना को इस्राइल तथा कई अरब और मुस्लिम देशों का समर्थन हासिल है। अभी तक हमास की ओर से इस अल्टीमेटम पर कोई आधिकारिक टिप्पणी सार्वजनिक नहीं हुई है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय और क्षेत्रीय नेता ट्रंप के बयान की प्रतिक्रिया और शांति प्रस्ताव के अगले कदमों पर नजदीकी नजर बनाए हुए हैं।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गाजा से सभी बंधकों की रिहाई की घोषणा “आने वाले दिनों में” कर दी जाएगी। वहीं सोमवार को मिस्र में हमास के साथ अप्रत्यक्ष बातचीत होनी है, जिसमें युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका की नयी योजना पर चर्चा होगी। नेतन्याहू ने शनिवार देर रात एक संक्षिप्त बयान में कहा कि उन्होंने तकनीकी मामलों को अंतिम रूप देने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल मिस्र भेजा है।हमारा लक्ष्य है कि इन बातचीत को कुछ ही दिनों के भीतर पूरा किया जाए।नेतन्याहू का यह बयान हमास द्वारा अमेरिकी योजना की कुछ शर्तों को स्वीकार करने की घोषणा के बाद आया है।
फिलहाल, ट्रंप की योजना के तहत हमास तीन दिनों में 48 बचे हुए बंधकों को छोड़ देगा, जिनमें से करीब 20 जिंदा माने जाते हैं। इसके अलावा, हमास को सत्ता छोड़नी होगी और हथियार डालने होंगे। बदले में इस्राइल अपनी सैन्य कार्रवाई बंद करेगा, कई क्षेत्रों से पीछे हटेगा, सैकड़ों कैदियों को रिहा करेगा और मानवीय मदद तथा पुनर्निर्माण की अनुमति देगा। हालांकि, हमास ने हथियार डालने पर कोई स्पष्ट बात नहीं की है और कुछ मुद्दों पर फलस्तीन के बीच आगे सलाह-मशविरा जारी है। विशेषज्ञों का मानना है कि हमास की इस ‘हां, लेकिन,’ वाली नीति पुरानी मांगों को नरम भाषा में पेश करने जैसी है और असल में हालात में ज्यादा बदलाव नहीं आया है।