
- रवि खरे
यूपी में अब जाति आधारित रैलियों पर रोक, नहीं बताई जाएगी किसी की कास्ट
यूपी सरकार ने जातिगत भेदभाव को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब उत्तर प्रदेश में जाति आधारित रैलियों पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही सार्वजनिक जगहों, पुलिस एफआईआर, अरेस्ट मेमो और सरकारी डॉक्यूमेंट्स में भी किसी की कास्ट नहीं लिखी जाएगी। इस संबंध में मुख्य सचिव ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के हालिया ऐतिहासिक फैसले के अनुपालन में निर्देश जारी किए हैं। मुख्य सचिव के निर्देशों के अनुसार, अब पुलिस रिकॉड्र्स जैसे कि एफआईआर और गिरफ्तारी मेमो में किसी भी व्यक्ति की जाति का उल्लेख नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही सरकारी और कानूनी दस्तावेजों में भी जाति से संबंधित कॉलम को हटा दिया जाएगा। ये कदम सभी के साथ समान व्यवहार सुनिश्चित करेगा। हालांकि, इस फैसले से कुछ मामलों में छूट रहेगी, जहां जाति एक महत्वपूर्ण कानूनी पहलू है।
जिंदगियां लील रही सडक़ें, पिछले साल से 17.8 फीसदी बढ़ा मौतों का आंकड़ा
उत्तर प्रदेश में तमाम कवायदों के बावजूद सडक़ हादसों में होने वाली मौतों की संख्या कम नहीं हो पा रही है। पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष अगस्त माह तक सडक़ हादसों में होने वाली मौतों में 17.8 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया है। खासकर छोटे जिलों में इनकी संख्या बढ़ी है। अगस्त माह में श्रावस्ती में 1700 फीसद अधिक मौतें हुई हैं। वहीं शासन के निर्देश पर अधिक हादसों वाले चिन्हित टॉप 20 जिलों में प्रयागराज पहले स्थान पर है। बता दें कि बीते मार्च माह में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सडक़ हादसों में होने वाली मौतों की संख्या में 50 फीसद की कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। खासकर अधिक दुर्घटनाओं वाले टॉप 20 जिलों को चिन्हित कर वहां हादसे रोकने के पुख्ता बंदोबस्त करने को कहा गया था। इसके बावजूद बीते आठ माह में इसमें कोई सुधार होना तो दूर, मौतों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। बाकी बचे चार माह में सर्दी के मौसम की वजह से कोहरे का कहर भी रहेगा, जिससे सडक़ हादसों में और इजाफा हो जाता है।
टैरिफ पर बढ़ेगी बात?…. जयशंकर-पीयूष गोयल अमेरिका में…
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो आज सुबह 11 बजे मुलाकात मिलेंगे। दोनों नेता संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र से इतर मुलाकात करेंगे। दोनों टॉप अधिकारियों की यह मीटिंग अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा 50 फीसदी टैरिफ लगाए जाने के बाद पहली बार हो रही है। यह मुलाकात ऐसे वक्त में हो रही है, जब अमेरिका में भारत-अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है। यह मुलाकात ऐसे वक्त में हो रही है, जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है। माना जा रहा है कि इस मुलाकात के दौरान दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों और व्यापार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। इसके अलावा, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी वॉशिंगटन डीसी में अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ बातचीत करेंगे, जिससे व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की कोशिशों को तेज किया जा सके। पीयूष गोयल न्यूयॉर्क में यूएसटीआर जेमिसन ग्रीर से मुलाकात करेंगे। इस साल जयशंकर और रुबियो के बीच यह तीसरी आमने-सामने की मुलाकात होगी। जनवरी में, विदेश मंत्री ने पदभार ग्रहण करने के कुछ ही दिनों बाद, वॉशिंगटन में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेते हुए और अपने अमेरिकी समकक्ष से मुलाकात की थी। जुलाई के दौरान वॉशिंगटन में ही हुई दूसरी क्वाड बैठक के दौरान दोनों की फिर से मुलाकात हुई।
रिटायर्ड बैंकर से 23 करोड़ रुपये की बड़ी ठगी, ठगों ने एक महीने तक रखा डिजिटल अरेस्ट
राजधानी दिल्ली से डिजिटल अरेस्ट के जरिए ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। ठगों ने दिल्ली के रहने वाले एक पूर्व बैंकर नरेश मल्होत्रा को निशाना बनाया है। उनसे 23 करोड़ रुपये ठग लिए गए। मामला 4 अगस्त को शुरू हुआ, जब नरेश मल्होत्रा को एक महिला ने फोन किया, जिसने खुद को एक टेलीकॉम कंपनी का अधिकारी बताया। उसने नरेश मल्होत्रा से कहा कि उनका नंबर कुछ गैर-कानूनी गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा है। इसके बाद, मुंबई पुलिस, ईडी और सीबीआई अधिकारी बनकर ठग लगातार पीडि़त मल्होत्रा के संपर्क में रहे। ठगों ने मल्होत्रा को पूरी तरह से डिजिटल अरेस्ट में रखा। वे एक महीने तक यानी 4 अगस्त से 4 सितंबर तक लगातार उनके संपर्क में रहे। इस दौरान, ठगों ने उन्हें कानूनी कार्रवाई और जेल भेजने की धमकी दी। डर के मारे मल्होत्रा ने उनकी बात मान ली।