
- जन्मदिन पर मोदी मप्र को देंगे हजारों करोड़ की सौगात
गौरव चौहान/बिच्छू डॉट कॉम। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मप्र आए हुए हैं। इस बात का संकेत है कि मप्र को पीएम मोदी अपना दूसरा घर मानते हैं। दरअसल, दिसंबर 2023 में विधानसभा चुनाव के बाद मप्र में भाजपा की सरकार बनने से लेकर अब तक मोदी छह बार मप्र के दौरे पर आए, आठ बार दिल्ली में सीएम मोहन यादव से मिले और पांच बार वीसी (वीडियो कांफ्रेंंसिंग) के जरिए मप्र को सौगात दी। यानी विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पीएम मोदी ने 20 बार किसी न किसी तरह मध्य प्रदेश पर फोकस किया। आज अपने जन्मदिन पर पीएम मोदी एक बार फिर मप्र आए हैं और धार में 23000 करोड़ के निवेश प्रस्तावों को हरी झंडी देंगे जिसमें 3 लाख लोगों को रोजगार मिलेंगा।
भाजपा ने मध्य प्रदेश में पीढ़ी परिवर्तन के प्रयास में डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाया। उन्हें मजबूत करने के लिए भी प्रधानमंत्री के मध्य प्रदेश में दौरे बढ़ रहे हैं। इसे प्रधानमंत्री के बिहार और उत्तर प्रदेश के दौरे से भी समझा जा सकता है। प्रधानमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी ने इस वर्ष सर्वाधिक सात दौरे बिहार के किए हैं। इस वर्ष वहां विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। अब बिना चुनाव वाले राज्यों की बात करें तो उत्तर प्रदेश के छह और धार आगमन को मिलाकर मध्य प्रदेश के पांच दौरे प्रधानमंत्री के हो जाएंगे। वह इस वर्ष चार बार गुजरात गए हैं।
मोदी के मन में मप्र
गौरतलब है कि वर्ष 2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का नारा मोदी के मन में एमपी, एमपी के मन में मोदी (लगातार चरितार्थ हो रहा है। इसका उदाहरण यह है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस वर्ष पांचवीं बार आज मध्य प्रदेश आए हैं। वह धार जिले के बदनावर में देश के पहले पीएम मित्र पार्क प्रधानमंत्री मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड एपेरल पार्क या मेगा एकीकृत वस्त्र क्षेत्र और परिधान पार्क का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही देशव्यापी स्वस्थ नारी-सशक्त समाज अभियान का शुभारंभ करेंगे। विशेष बात है कि पीएम मोदी पिछले चार वर्ष में दूसरी बार अपने जन्म दिवस पर मध्य प्रदेश में रहेंगे। वर्ष 2022 में उन्होंने अपने जन्म दिवस 17 सितंबर को कूनो नेशनल पार्क में आठ चीतों को छोड़ा था। मध्य प्रदेश में इस वर्ष सबसे पहले पीएम मोदी बागेश्वर धाम में कैंसर अस्पताल के भूमिपूजन के लिए आए थे। इसके बाद भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और फिर ईसागढ़ आए थे। 31 मई को भोपाल में नारी सशक्तीकरण सम्मेलन में सम्मिलित हुए। नदी जोड़ो अभियान भी प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश से ही प्रारंभ किया था।
नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ
महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण को सुदृढ़ करने के अभियान का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुभारंभ करेंगे। यह अभियान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संयुक्त रूप से संचालित होगा। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य शिविरों और संस्थानों के माध्यम से निवारक, संवर्धनात्मक और उपचारात्मक सेवाएं दी जाएंगी। इस अभियान में महिलाओं की व्यापक स्वास्थ्य जांच, एनीमिया रोकथाम, संतुलित आहार और मासिक धर्म स्वच्छता जैसे विषयों पर विशेष जोर रहेगा। उद्देश्य है कि महिलाएं और किशोरियां नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाकर परिवार और समाज की सशक्त नींव बन सकें।
प्रत्येक गांव के लिए विकास का बनेगा रोडमैप
आदि कर्मयोगी अभियान अंतर्गत आदि सेवा पर्व जनजातीय गौरव और राष्ट्र निर्माण के संगम का प्रतीक पर्व होगा। इस अभियान के अंतर्गत ट्राइबेल विलेज एक्शन प्लान एवं ट्राईबेल विलेज विजन 2030 तैयार किया जाएगा। इसके प्रत्येक गांव के लिए विकास का रोडमैप बनेगा। 4 अक्टूबर को विशेष ग्राम सभा में इन योजनाओं का अनुमोदन होगा। ग्राम स्तर पर आदि सेवा केंद्र स्थापित होंगे, जहां शिकायत निवारण और सेवा वितरण की व्यवस्था होगी। इस ग्राम विकास योजना का एक कैलेंडर भी बनाया जाएगा, जिससे योजनाएं समयबद्ध तरीके से लागू कर उन्हें पूरा किया जा सके।
एक बगिया मां के नाम
पर्यावरण सुधार के साथ महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिये चलाये जा रहे एक बगिया मां के नाम अभियान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महिला स्व-सहायता समूह की एक महिला को पौधा भेंट करेंगे। मध्यप्रदेश में अब तक 10 हजार 162 महिलाओं को मां की बगिया तैयार करने की स्वीकृति दी जा चुकी है। समूह की महिलाओं को पौधों की सुरक्षा संबंधी सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं।
सुमन सखी चैटबॉट की लॉन्चिंग
प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में जागरूकता के लिये सुमन सखी चैटबॉट लांच करेंगे। इससे ग्रामीण और दूरस्थ अंचलों की गर्भवती महिलाओं को समय पर सही जानकारी और आवश्यक सेवाएं मिल सकेंगी। प्रधानमंत्री मोदी सिकल सेल स्क्रीनिंग एवं काउंसिलिंग के एक करोड़वें कार्ड का वितरण करेंगे। यह उपलब्धि ऐतिहासिक है। यह केवल एक कार्ड का वितरण नहीं, बल्कि सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ देश की सामूहिक लड़ाई का प्रतीक है। मध्यप्रदेश सिकल सेल उन्मूलन अभियान में देश में रोल मॉडल बनकर उभरा है।
