
- रवि खरे
हाथ मिलाना सिर्फ परंपरा है, नियम नहीं, हैंडशेक विवाद पर टीम के साथ बीसीसीआई
एशिया कप 2025 में भारत-पाकिस्तान मुकाबले के बाद हुए हैंडशेक विवाद पर आखिरकार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की ओर से बयान आया है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भारत की सात विकेट से जीत के बाद भारतीय खिलाडिय़ों ने पाकिस्तान क्रिकेटरों से हाथ नहीं मिलाया। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भी पाकिस्तान कप्तान सलमान अली आगा से अभिवादन नहीं किया। इस घटना से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड नाराज हो गया और उसने एशियन क्रिकेट काउंसिल में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई। एक वरिष्ठ बीसीसीआई अधिकारी ने साफ कहा कि हाथ मिलाना केवल एक परंपरा है, कोई नियम नहीं। अधिकारी ने न्यूज एजेंसी से कहा, देखिए, अगर आप नियमों की किताब पढ़ेंगे तो उसमें हाथ मिलाने का कोई जिक्र नहीं है। यह सिर्फ एक गुडविल जेस्चर है और खेल भावना के तहत दुनिया भर में एक परंपरा के रूप में निभाया जाता है। बीसीसीआई अधिकारी ने आगे कहा, अगर इस बारे में कोई नियम नहीं है, तो भारतीय टीम बाध्य नहीं है कि वह विपक्षी टीम से हाथ मिलाए, खासकर तब जब दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण हों।
मंडी की बोई पंचायत में भूस्खलन… पांच दबे, एक की मौत, आज बारिश का अलर्ट
मंडी जिले की निहरी तहसील की बोई पंचायत के ब्रगटा गांव में सोमवार देर रात भारी बारिश ने तबाही मचाई। पहाड़ी दरकने से हुए भूस्खलन में एक ही परिवार के पांच सदस्य मलबे में दब गए। अब तक दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जबकि एक महिला का शव बरामद हुआ। बाकी दो लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। लगातार बारिश और जमीन खिसकने के खतरे से राहत-बचाव कार्य मुश्किल हो गया है। सडक़ मार्ग बंद होने से बचाव दल को मौके तक पहुंचने में भारी दिक्कतें आ रही हैं। फिलहाल स्थानीय ग्रामीण खुद मलबा हटाकर फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। प्रशासन ने रेस्क्यू टीमें मौके पर भेज दी हैं, लेकिन हालात गंभीर बने हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में अलर्ट के बीच मौसम का कहर जारी है। आज प्रदेश के छह जिलों बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर के कुछ क्षेत्रों में बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है।
पहले रूसी तेल और अब मक्का, भारत पर टैरिफ का दबाव बनाने से नहीं बाज आ रहा अमेरिका
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता पर बातचीत हो रही है लेकिन अमेरिका अभी भी भारत पर दबाव बनाने से बाज नहीं आ रहा है। दरअसल अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने चेतावनी दी है कि अगर भारत, अमेरिका में उगाए गए मक्का को खरीदने से इनकार करता है तो उसकी भी अमेरिकी बाजार में एंट्री बंद हो सकती है। एक ताजा इंटरव्यू में लुटनिक ने धमकी दी कि अगर भारत अपने टैरिफ कम नहीं करता है तो उसे मुश्किल समय का सामना करना पड़ सकता है। लुटनिक का बयान ऐसे समय सामने आया है, जब खुद राष्ट्रपति ट्रंप भारत के प्रति रुख में नरमी ला रहे हैं। अमेरिका में उगाया गया मक्का ज्यादातर आनुवंशिक रूप से बदला हुआ होता है, जबकि भारत में जीएम मक्का का उपयोग नहीं किया जाता। न तो भारत में इसका आयात होता है और न ही किसान इसे उगा सकते हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जीएम मक्का मिट्टी या पशुओं के माध्यम से खाद्य श्रृंखला में न घुस पाए। यही कारण है कि नीति आयोग द्वारा इथेनॉल के लिए जीएम मक्का उगाने के प्रस्ताव को भी रद्द कर दिया गया।
सुरक्षा मसला: नेपाल की हिंसा के बाद बंगाल और केंद्र सरकार सतर्क
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार लगातार आमने-सामने हैं। 2026 के विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही यह प्रतिद्वंद्विता और भी बढ़ गई है। इस बीच पड़ोसी देश नेपाल की घटनाओं ने इस चिर-परिचित समीकरण को बिगाड़ दिया है। ऐसे में अगर हालिया सियासी घटनाक्रमों को देखें तो लगता है कि सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा के मद्देनजर दोनों पक्षों को अब एक समझौते पर पहुंचने के लिए मजबूर होना पड़ा है। दरअसल, नेपाल के साथ बंगाल लगभग 100 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, जिसमें सिलीगुड़ी का संवेदनशील चिकन नेक क्षेत्र भी शामिल है। जनरेशन जेड के विरोध प्रदर्शनों के साथ यह हिमालयी राष्ट्र राजनीतिक उथल-पुथल का सामना कर रहा है। हालांकि, अब जब सुशीला कार्की के नेतृत्व वाली एक अंतरिम सरकार सत्ता में है, तब भी भारत ने सीमा पर सतर्कता में कोई ढील नहीं दी है।