
वॉशिंगटन। वॉशिंगटन के बाद अब शिकागो और बाल्टीमोर में फेडरल फोर्स भेजने की तैयारी को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि वे शिकागो और बाल्टीमोर जैसे शहरों में अपराध रोकने के लिए फेडरल लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों की तैनाती करेंगे, भले ही इन राज्यों के अधिकारी इसका विरोध कर रहे हों। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि हम वहां जा रहे हैं, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि शिकागो और बाल्टीमोर में कब सेना भेजी जाएगी। इस दौरान ट्रंप ने ये भी कहा कि यह कोई राजनीतिक फैसला नहीं है, बल्कि मेरी जिम्मेदारी है अमेरिका को सुरक्षित रखने की।
बता दें कि इस बात को लेकर चर्चा तब तेज गई थी जब ट्रंप ने बीते दिनों राजधानी वॉशिंगटन डीसी में नेशनल गार्ड तैनात कर वहां की पुलिस फोर्स को फेडरलाइज किया था। अब वे इसी तरह की कार्रवाई डेमोक्रेट नेताओं द्वारा चलाए जा रहे अन्य शहरों में भी करना चाहते हैं। ट्रंप ने इस दौरान वॉशिंगटन की मेयर म्यूरियल बाउजर की तारीफ की। हलांकि उन्होंने इलिनोइस के गवर्नर जेबी प्रित्जकर की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि वे मुझे कॉल करें और कहें ट्रूप्स भेजो। लेकिन अगर वो नहीं भी कहते हैं, तो हम फिर भी भेजेंगे। हमें अधिकार है। दूसरी ओर प्रित्जकर ने ट्रंप के बयान को बेहूदा बताते। प्रित्जकर ने कहा कि मैं राष्ट्रपति ट्रंप को कॉल नहीं करूंगा और उनसे शिकागो में फोर्स भेजने की मांग नहीं करूंगा।
इसके साथ ही ट्रंप ने बाल्टीमोर को लेकर भी कहा कि वहां भी हालात खराब हैं और वे वहां भी फेडरल फोर्स भेजकर हस्तक्षेप करेंगे, जबकि मैरीलैंड के गवर्नर वेस मूर सहित कई स्थानीय अधिकारी इसका विरोध कर चुके हैं। इस दौरान ट्रंप ने ये भी दावा किया कि वॉशिंगटन अब क्राइम फ्री जोन बन चुका है और कहा कि हमने 7 अगस्त से अब तक 1,650 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। यह शहर पहले बहुत खराब स्थिति में था। अब हमें फेडरल एजेंसियों पर गर्व है।
