
- 2038 तक लगातार रहेगी जारी
भोपाल/बिच्छू डॉट कॉम। प्रदेश के देवास-भोपाल, लेबड़-जावरा तथा जावरा नयागांव, इन तीनों टोल रोड पर जनवरी 2021 से 25 जून 2025 तक टोल लागत 1360 करोड़ के एवज में 6,522 करोड़ रुपये वसूली की गई। इस टोल टैक्स की वसूली वर्ष 2033 से वर्ष 2038 तक लगातार जारी रहेगी। यह जानकारी प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने विधानसभा में विधायक प्रताप ग्रेवाल एवं पंकज उपाध्याय के प्रश्न के लिखित उत्तर में दी। मंत्री ने बसाया कि देवास-भोपाल रोड पर जून 2025 तर्क लागत का लगभग साढे 500 प्रतिशत, लेबड जावरा मार्ग पर 370 प्रतिशत तथा जावरा-नयागांव रोड पर 575 प्रतिशत टोल वसूला गया है। देवास-भोपाल तथा जावरा-नयागांव मार्ग पर टोल अवधि में चेंज आप स्कोप के अनुसार और अधिक वृद्धि की जाएगी। लेबड-जावरा तथा जावरा नयागांव सडक़ मार्ग पर टोल रोड पर लागत से कई गुना अधिक टोल वसूली होने पर टोल वसूली बंद करने के लिए पूर्व विधायक पारस सकलेचा की पिटीशन उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है। देवास-भोपाल टोल रोड पर निवेशक को मार्ग पर होने वाली हानि की संभावना को देखते हुए 81 करोड़ का अनुदान (ग्रांट) दिया गया तथा उससे कोई प्रीमियम नहीं लिया जाता है।
ऐसे बढ़ा टोल कलेक्शन
देवास-भोपाल रोड पर 151 करोड़ कलेक्शन बढक़र 253 करोड़ हो गया। कलेक्शन में 15 से 22 प्रतिशत बढ़ा। वाहन की संख्या 35,740,77 से बढक़र 52,16,208 हुई। तीन साल में वाहनों की संख्या में 50 प्रतशित तथा कलेक्शन में 70 प्रतिशत वृद्धि हुई।
जावरा – नयागांव टोल रोड पर कलेक्शन 172 करोड़ से बढक़र 252 करोड़ ही गया। जावरा-लेबड़ का कलेक्शन 147 करोड़ से बढक़र 234 करोड़ हुआ। जून 2025 में देवास-भोपाल रोड पर 22.5 करोड़, जावरा-नयागांव मार्ग पर 23.33 करोड़ तथा लेबड़-जावरा पर 23.81 करोड़ टोल वसूली का कलेक्शन हुआ। 3,29,716 कार-जीप, बस 22,043, ट्रक 33,471 तथा मल्टी एक्सल ट्रक 54,768 हो गए।
लेबड़-जावरा मार्ग पर भी गुजरने वाले वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है। कार-जीप 1,68,296, ट्रक 49,0 47 तथा मल्टी एक्सल ट्रक 92,257 हो गए। जावरा नयागांव सडक़ मार्ग पर कार जीप 3,28,447 ट्रक 36,895 तथा मल्टी एक्सल टूक 96,358 हो गए।
सुप्रीम कोर्ट में पिटीशन का विरोध कर रही सरकार
पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने बताया कि हमने वर्ष 2022 में पिटीशन हाई कोर्ट में दायर की, जिसे खारिज कर दिया गया था। टोल टैक्स की वसूली आज चार से छह गुना बढ़ गई है। शासन को जनता के हित का संरक्षण करना चाहिए, वह निवेशक के हाथ की कठपुतली बनकर न्यायालय में हमारी याचिका का विरोध कर रहा है। जनता से होने वाली इस लूट का लगातार विरोध जारी रहेगा।