
डिप्टी कमिश्नर का बांधवगढ में भी रिसार्ट, 10 बैंक खाते मिले
आदिम जाति कल्याण विभाग ने उपायुक्त जगदीश सरवटे ने कान्हा के अलावा बांधवगढ़ में भी रिसार्ट बनाया है। इसका पता आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच कर रही आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) को चला है। सरवटे के रामपुर शंकर शाह नगर स्थित शासकीय और अधारताल स्थित पैतृक आवास में की गई छापेमारी में जब्त अभिलेखों को खंगालने पर लगातार उसकी नई संपत्तियों का पता चल रहा है। छानबीन में अभी तक सरवटे से जड़े 10 बैंक खातों की जानकारी सामने आई है। जबलपुर, सागर से लेकर भोपाल तक सरवटे के ठिकानों पर की गई छानबीन में उसके काली कमाई का एक बड़ा हिस्सा जमीनों में निवेश करने का भी पता चला है। ईओडब्ल्यू की लगातार छानबीन के बीच जगदीश सरवटे अपना मोबाइल बंद कर गायब हो गया है। कान्हा में रिसोर्ट और मंडला में रेस्तरां मिला है। बांधवगढ़ में रिसार्ट सहित कई जगह जमीनों पर स्वजन एवं परिचितों के नाम पर काली कमाई खपाने की जानकारी है। जिसकी पूछताछ और जांच के लिए ईओडब्ल्यू अब सरवटे को तलाश रही है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह को फिर जान से मारने की धमकी
मध्यप्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह को जान से मारने की धमकी मिली है। उन्हें 25 जुलाई की सुबह 9:10 बजे एक अनजान नंबर से फोन आया। जिसमें शख्स ने धमकी दी कि गोविंद सिंह तू जल्दी मरने वाला है। डॉ गोविंद सिंह धमकी भरे फोन के बाद डीजीपी कैलाश मकवाना से लिखित शिकायत की है। उन्होंने बताया जनप्रतिनिधि को इस तरह की धमकी देना लोकतंत्र की गरिमा के खिलाफ है। प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। फोन करने वाले की पहचान करके उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। गोविंद सिंह ने बताया कि यूपी के नंबर से मेरे पास फोन आया था। फोन पर बात करने वाले ने अभ्रद भाषा का प्रयोग करते हुए कहा कि तू जल्दी मरने वाला है। तेरा मकान तोड़ दिया जाएगा। जब नंबर को चेक किया गया तो वह शैलेंद्र चौहान उत्तरप्रदेश से प्रदर्शित हुआ।
हाईवे पर हादसों में इंदौर जोन टॉप पर, वजह तेज रफ्तार, भोपाल चौथे नंबर पर
मप्र में सडक़ों पर होने वाले हादसों के मामले में इंदौर जोन नंबर वन है। बीते एक साल में 17,500 दुर्घटनाएं हुई हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यहां पर अन्य जोन की तुलना में वाहनों की औसत रफ्तार तेज होना है। वहीं, भोपाल 13,000 घटनाओं के साथ चौथे नंबर पर है। सागर दूसरे और धार तीसरे पायदान पर है। लेकिन अच्छी बात यह है कि ओवरऑल पूरे प्रदेश में वर्ष 2024 की अपेक्षा 2025 में कम घटनाएं हुई हैं। इस बात का खुलासा मप्र रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन द्वारा सडक़ हादसों की रोकथाम के लिए शुरू किए गए एक्सीडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम के नतीजे से हुआ। साल 2024 में जनवरी से जून तक करीब 2.77 लाख हादसों की सूचना मिली थी। जबकि इस साल जनवरी से जून तक करीब 1.49 लाख घटनाओं की सूचना मिली।
जबलपुर में खुलेगा देश का पहला हिंदी मेडिकल कॉलेज
एमबीबीएस की पुस्तकें हिंदी में उपलब्ध कराने के बाद अब मध्य प्रदेश मेडिकल यूनिवर्सिंटी द्वारा जबलपुर में हिंदी का मेडिकल कॉलेज प्रारंभ करने की तैयारी है। इसमें पढ़ाई से लेकर परीक्षा तक सब कुछ हिंदी में होगी। हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई कराने वाला यह देश का पहला मेडिकल कॉलेज होगा। मेडिकल यूनिवर्सिटी की शुक्रवार को हुई कार्यपरिषद की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई है। अब इसका विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) तैयार कर शासन को भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) से अनुमति ली जाएगी। बैठक में तय किया गया है कि अभी एमबीबीएस की 50 सीटों के साथ 2027-28 के सत्र में कालेज प्रारंभ किया जाएगा। अस्पताल अलग से नहीं बनाया जाएगा, बल्कि वर्तमान मेडिकल कॉलेज अस्पताल को ही इस कॉलेज से संबद्ध किया जाएगा। मेडिकल विद्यार्थी अस्पताल में क्लीनिकल पढ़ाई कर सकेंगे।